अशफाक उल्ला खां शहीद संस्थान द्वारा 'माटी रतन सम्मान' का आयोजन : मेधा पाटकर ने किया सम्मानित

UPT | माटी रत्न सम्मान कार्यक्रम में मेधा पाटेकर

Dec 19, 2024 19:56

अयोध्या में अशफाक उल्ला खां मेमोरियल शहीद शोध संस्थान द्वारा गुरुवार को साहित्यकारों को 'माटी रतन सम्मान' प्रदान किया गया...

Short Highlights

*अशफाक उल्ला खां मेमोरियल शहीद शोध संस्थान की ओर से आयोजन*

*पूंजीवाद के बढ़ते प्रभाव से अधिकारों से वंचित हो रहे हैं गरीब : मेधा पाटेकर*

Ayodhya News : अयोध्या में अशफाक उल्ला खां मेमोरियल शहीद शोध संस्थान द्वारा गुरुवार को साहित्यकारों को 'माटी रतन सम्मान' प्रदान किया गया। उर्दू साहित्यकार गौहर रज़ा, हिंदी साहित्यकार सुभाष चन्द्र कुशवाहा और बाल साहित्यकार मृगेंद्र राज़ पाण्डेय को यह सम्मान मिला। समारोह में समाजसेविका मेधा पाटकर ने मुख्य अतिथि के रूप में साहित्यकारों को सम्मानित किया। कार्यक्रम काकोरी एक्शन के शताब्दी वर्ष के अवसर पर आयोजित हुआ जिसमें काकोरी एक्शन के शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई।

गरीबों को उनके अधिकारों से किया जा रहा है वंचित
कार्यक्रम में मेधा पाटकर ने पूंजीवाद पर चिंता जताते हुए कहा कि आज गरीबों को उनके अधिकारों से वंचित किया जा रहा है और सरकार गलत टैक्स नीति अपनाकर उद्योगपतियों की पूंजी बढ़ा रही है। सुभाष चंद्र कुशवाहा ने कहा कि हमारे संघर्षों का इतिहास दबाया गया है, जिसे समाज के सामने लाने की जरूरत है।



कराई गईं विभिन्न प्रतियोगिता
समारोह में मूक-बधिर स्कूल, गुरुकुल और यतीमखाना के छात्रों को शांति सिंह स्मृति सहायता राशि प्रदान की गई। इसके अलावा गीता देवी स्मृति निबंध प्रतियोगिता और डॉ शैलैश पांडेय स्मृति सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता के विजेताओं को पुरस्कार प्रदान किए गए। समारोह के अंत में प्रबंध निदेशक सूर्य कांत पांडेय ने धन्यवाद ज्ञापित किया और शहीदों के अरमानों को मंजिल तक पहुंचाने के संकल्प को दोहराया।

प्रबंध निदेशक ने बताया 62 वर्षों से हो रहा आयोजन
संस्थान के उपाध्यक्ष जसवीर सिंह सेठी, कोषाध्यक्ष अब्दुल रहमान भोलू, सेक्रेटरी विश्व प्रताप सिंह अंशू, विकास सोनकर, शिवम् विश्वकर्मा, अनिल मौर्य,राजू खान ने अतिथियों का माल्यार्पण कर स्वागत किया। समारोह का समापन और धन्यवाद भाषण संस्थान के प्रबंध निदेशक सूर्य कांत पाण्डेय ने करते हुए 26 वर्षों से हों रहें आयोजन का विस्तृत वर्णन किया और कहा कि शहीदों के अरमानों को मंजिल तक पहुंचाने के संकल्प के साथ शुरू हुई इस आयोजन को तब तक करते रहना है जब तक क्रांतिकारी विचार नयी पीढ़ी तक नहीं पहुंच जाते। उन्होंने आए हुए अतिथियों का आभार व्यक्त किया।

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