रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा : मंदिर उद्घाटन के अतिथियों की सूची कैसे हुई तैयार? संघ परिवार का भी अहम योगदान

UP Times | राम मंदिर उद्घाटन के अतिथियों की सूची तैयार

Jan 09, 2024 17:30

अयोध्या में बन रहे राम मंदिर का उद्घाटन 22 जनवरी को होना है। इसमें शामिल होने वाले अतिथियों की सूची तैयार कर ली गई है। इस सूची में समाज के हर वर्ग के लोगों का नाम है। संघ परिवार ने इस कार्यक्रम को दूसरा 'राम मंदिर आंदोलन' कहा है।

Short Highlights
  • राम मंदिर उद्घाटन कार्यक्रम के लिए अयोध्या तैयार
  • हर वर्ग के अतिथियों की सूची हुई तैयार
  • संघ परिवार ने राम मंदिर आंदोलन को किया याद
Ayodhya News: अयोध्या में बन रहे भव्य राम मंदिर के उद्घाटन में बस कुछ ही दिन बचे हैं। इसे लेकर तैयारियां भी जोरों पर हैं। पीएम मोदी इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि होंगे। वहीं इसके अलावा कार्यक्रम में आने वाले अतिथियों की सूची भी तैयार कर ली गई है। इस लिस्ट को तैयार करने में हर समुदाय के लोगों का विशेष ध्यान रखा गया है। संघ परिवार ने इस कार्यक्रम को दूसरा 'राम मंदिर आंदोलन' कहा है। संघ परिवार इसके जरिए जाति की बेड़ियों को तोड़ते हुए हिंदू धर्म के मानने वालों को और करीब लाना है।

सभी जिलों के 150 से ज्यादा समुदायों को निमंत्रण
रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा में देश के सभी जिलों के 150 से ज्यादा समुदायों को बुलाया गया है। इस सूची में बड़ी संख्या में दलित और आदिवासी समाज के संत शामिल हैं। इसके अलावा झोपड़ी में रहने वाले गरीब घरों के 10 ऐसे भी लोगों को आमंत्रित किया गया है जिन्होंने साम मंदिर निधि में 100 रुपये का योगदान दिया था। वहीं राम मंदिर निर्माण में शामिल होने वाले श्रमिक भी अतिथि होंगे।

समाज के हर वर्ग के प्रतिनिधित्व पर फोकस
अतिथियों की सूची में 4000 संतों और करीब 2500 प्रतिष्ठित लोगों के नाम शामिल हैं। इस सूची को कुछ इस प्रकार से तैयार किया गया है कि हिंदू धर्म के सभी वर्गों, विशेषकर हाशिए पर रहने वाले लोगों का बराबर प्रतिनिधत्व रहे। इसके अलावा उपजातियों का भी विशेष ध्यान रखा गया है।

प्रतिष्ठित लोगों की सूची में भी समीकरण का ध्यान
राम मंदिर के उद्घाटन कार्यक्रम के लिए तैयार प्रतिष्ठित व्यक्तियों की सूची में हर वर्ग के लोग मौजूद हों, इसका ध्यान रखा गया है। इसमें नेता, कवि, कलाकार, खेल जगत के लोग इत्यादि शामिल हैं। विश्व हिंदू परिषद के प्रवक्ता  ने कहा कि राम मंदिर आंदोलन में हर वर्ग, हर समुदाय के लोगों का योगदान रहा है, इसलिए कार्यक्रम में सबका बराबर प्रतिनिधित्व हो, इसकी व्यवस्था की गई है।

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