लेबनान के बेरूत में हुए हमले में हिज्बुल्लाह के चीफ हसन नसरुल्लाह की मौत के बाद दुनियाभर में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। इसी कड़ी में अयोध्या के फैजाबाद में मंगलवार की रात 8 बजे इमामबाड़ा जवाहर अली खां में एक विरोध सभा का आयोजन किया गया।
Oct 02, 2024 00:25
लेबनान के बेरूत में हुए हमले में हिज्बुल्लाह के चीफ हसन नसरुल्लाह की मौत के बाद दुनियाभर में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। इसी कड़ी में अयोध्या के फैजाबाद में मंगलवार की रात 8 बजे इमामबाड़ा जवाहर अली खां में एक विरोध सभा का आयोजन किया गया।
Ayodhya News : लेबनान के बेरूत में हुए हमले में हिज्बुल्लाह के चीफ हसन नसरुल्लाह की मौत के बाद दुनियाभर में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। भारत के विभिन्न हिस्सों के साथ-साथ उत्तर प्रदेश में भी इस घटना पर विरोध जताया जा रहा है। इसी कड़ी में अयोध्या के फैजाबाद में मंगलवार की रात करीब 8 बजे इमामबाड़ा जवाहर अली खां में एक विरोध सभा का आयोजन किया गया, जिसमें हसन नसरुल्लाह को शहीद बताया गया। इस दौरान धर्मगुरुओं ने इज़रायल की कड़े शब्दों में निंदा की और हसन नसरुल्लाह को आतंकवादी कहने पर मीडिया की आलोचना की गई।
हसन नसरुल्लाह को शहीद मानने की अपील
विरोध सभा में मौलाना ने अपने भाषण में कहा कि हसन नसरुल्लाह को आतंकवादी कहने से पहले उनके जीवन और कार्यों को जानना जरूरी है। उन्होंने कहा कि नसरुल्लाह को आतंकवादी बताने से पहले उनके संघर्ष और योगदान को समझा जाना चाहिए। इस दौरान "इज़रायल मुर्दाबाद" और "अमेरिका मुर्दाबाद" के नारे भी लगाए गए। प्रदर्शनकारियों ने नेतन्याहू के पोस्टर जलाकर इज़रायल के खिलाफ अपनी नाराज़गी व्यक्त की। सभा में "लब्बैक या हुसैन" के नारे भी लगाए गए।
पुलिस और खुफिया तंत्र की सतर्कता
इस विरोध सभा को देखते हुए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे। इमामबाड़ा परिसर में विरोध जुलूस निकाला जाना था, लेकिन प्रशासन द्वारा परमिशन न मिलने के कारण यह जुलूस इमामबाड़ा के अंदर ही आयोजित किया गया। नगर कोतवाल अश्वनी पांडे भारी पुलिस बल के साथ विरोध स्थल पर मौजूद रहे, जबकि खुफिया एजेंसियां भी सतर्क रहीं।
शिया समुदाय ने जताई नाराजगी
विरोध सभा के दौरान शिया समुदाय की ओर से सिटी मजिस्ट्रेट को ज्ञापन सौंपा गया, जिसमें मीडिया द्वारा हसन नसरुल्लाह को आतंकवादी कहने पर कड़ी आपत्ति जताई गई। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि मीडिया को बिना तथ्यों के आधार पर किसी को आतंकवादी घोषित नहीं करना चाहिए।
विरोध सभा में प्रमुख लोगों की उपस्थिति
इस विरोध सभा में इमामबाड़ा जमा मस्जिद के इमाम जाफ़र रज़ा अब्दी, मौलाना सैयद मोहम्मद आजिम, मौलाना काजिम, अब्बास मौलाना मंजर अब्बास, मौलाना कमर मेहंदी, ताजिया दौरान कमेटी के अध्यक्ष हैदर मेहंदी, अंजुमन मासूमिया के सदर जमाल हैदर सहित कई धर्मगुरु और समुदाय के अन्य प्रमुख व्यक्ति मौजूद रहे। बड़ी संख्या में लोगों ने इस विरोध सभा में भाग लिया और अपनी आवाज़ बुलंद की।