अयोध्या में राम मंदिर निर्माण समिति की बैठक : श्रमिकों की कमी से चिंता, गर्भगृह के उपयोग पर समिति का मंथन

UPT | मंदिर भवन निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र।

Aug 24, 2024 01:38

श्रीराम मंदिर भवन निर्माण समिति की दो दिवसीय बैठक में अयोध्या पहुंचे समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र ने बताया कि कल जो बैठक हुई उसमें एक स्थिति स्पष्ट हुई है कि हमारे पास श्रमिकों की संख्या और उत्पादकता आपेक्षकृत कम....

Short Highlights
  • निर्माण समिति की दो दिवसीय बैठक में अयोध्या पहुंचे समिति के अध्यक्ष
  • दूसरा तल और शिखर दोनों महत्वपूर्ण कार्य, अभी करना है बाकी

Ayodhya News : श्रीराम मंदिर भवन निर्माण समिति की दो दिवसीय बैठक में मंदिर निर्माण की प्रगति और आगामी कार्यों पर चर्चा की गई। समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र ने बताया कि बैठक में यह स्पष्ट हुआ है कि मंदिर निर्माण के कार्य में श्रमिकों की संख्या और उनकी उत्पादकता अपेक्षाकृत कम है, जो चिंता का विषय है। उन्होंने कहा कि हमारा लक्ष्य दिसंबर 2024 तक मंदिर का निर्माण पूरा करना है, और अब इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए हमारे पास केवल चार से पांच महीने का समय बचा है।

प्रथम तल का कार्य लगभग पूरा, दूसरा तल और शिखर का निर्माण बाकी
नृपेंद्र मिश्र ने जानकारी दी कि मंदिर के प्रथम तल का लगभग 90 फीसदी काम पूरा हो चुका है, लेकिन दूसरा तल और शिखर का निर्माण अभी बाकी है। ये दोनों कार्य महत्वपूर्ण हैं और इन्हें समय पर पूरा करने के लिए तेजी से कार्य करना आवश्यक है।



दूसरे तल के गर्भगृह के उपयोग पर विचार-विमर्श
बैठक में दूसरे तल पर बन रहे गर्भगृह के उपयोग को लेकर भी मंथन किया गया। मिश्र ने बताया कि इस गर्भगृह का किस प्रकार उपयोग किया जाए, इस पर विचार किया जा रहा है। वर्तमान में भूतल के गर्भगृह में रामलला विराजमान हैं। वहीं, दूसरे तल के गर्भगृह में क्या महत्व हो, वहां किस प्रकार की चीजें रखी जाएं, यह निर्णय लेना अभी बाकी है।

विभिन्न प्रस्तावों पर हो रहा विचार
इस संदर्भ में विभिन्न प्रस्तावों पर विचार किया गया है। एक प्रस्ताव यह है कि दूसरे तल के गर्भगृह में भगवान राम से संबंधित विभिन्न प्रदेशों की भाषाओं में लिखी गई रामायण और श्रीरामचरितमानस की सबसे पुरानी प्रतियों को रखा जाए, ताकि लोग अपनी भाषा में उन्हें पढ़ सकें। इसके अलावा, एक अन्य प्रस्ताव में प्रभु श्रीराम के चरणों का निर्माण करने की बात भी शामिल है। इन सभी प्रस्तावों पर विचार किया जा रहा है और अंतिम निर्णय जल्द ही लिया जाएगा।

निर्माण कार्य की गति बढ़ाने की आवश्यकता
श्रीराम मंदिर भवन निर्माण समिति की इस बैठक में यह बात भी सामने आई कि निर्माण कार्य की गति बढ़ाने के लिए श्रमिकों की संख्या और उनकी उत्पादकता को बढ़ाना आवश्यक है। समिति इस दिशा में आवश्यक कदम उठाने पर विचार कर रही है, ताकि निर्धारित समय सीमा के भीतर मंदिर निर्माण का कार्य पूरा हो सके। 
 की संख्या और उत्पादकता को बढ़ाने पर जोर दिया है।

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