मिल्कीपुर विधानसभा क्षेत्र में हो रहे उपचुनाव में नामांकन प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। प्रमुख प्रतिद्वंद्वी भाजपा और समाजवादी पार्टी के उम्मीदवारों ने नामांकन के साथ ही जीत का दावा ठोंक दिया है।
Jan 17, 2025 17:47
मिल्कीपुर विधानसभा क्षेत्र में हो रहे उपचुनाव में नामांकन प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। प्रमुख प्रतिद्वंद्वी भाजपा और समाजवादी पार्टी के उम्मीदवारों ने नामांकन के साथ ही जीत का दावा ठोंक दिया है।
Ayodhya News : मिल्कीपुर विधानसभा क्षेत्र में हो रहे उपचुनाव में नामांकन प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। प्रमुख प्रतिद्वंद्वी भाजपा और समाजवादी पार्टी के उम्मीदवारों ने नामांकन के साथ ही जीत का दावा ठोंक दिया है। खास बात यह रही कि दोनों प्रत्याशियों ने एक-दूसरे पर बाहरी उम्मीदवार होने का आरोप लगाया। हालांकि, जनता पर इस मुद्दे का कोई खास असर नहीं दिख रहा है। चर्चा का केंद्र अधिकतर दोनों पार्टियों की साख और उनके विकास कार्यों की रही है। भाजपा और सपा दोनों ने जातीय समीकरण साधने के लिए जनसंपर्क में अपने-अपने समर्थकों को मैदान में उतार दिया है। भाजपा के चंद्रभानु पासवान और सपा के अजीत प्रसाद के बीच मुकाबला दिलचस्प हो गया है। वहीं, नामांकन के अंतिम दिन सपा के बागी नेता सूरज चौधरी ने आजाद समाज पार्टी से एक सेट में नामांकन दाखिल कर राजनीतिक समीकरण में बदलाव का संकेत दिया है।
सूरज चौधरी ने सपा पर साधा निशाना
सूरज चौधरी ने नामांकन के बाद कहा कि जनता उन्हें एक मौका दे, तो वे मिल्कीपुर की आवाज बनकर हर समस्या का समाधान करेंगे। उन्होंने कहा कि उन्होंने अवधेश को विधायक और सांसद बनाया, लेकिन जब टिकट देने की बारी आई, तो उन्हें किनारे कर दिया गया। माना जा रहा है कि सूरज चौधरी अनुसूचित जाति के वोट बैंक में सेंध लगाकर सपा का खेल बिगाड़ सकते हैं।
चंद्रभानु पासवान का दावा
भाजपा प्रत्याशी चंद्रभानु पासवान ने नामांकन के बाद कहा कि वह पिछले 10-12 साल से मिल्कीपुर की जनता की सेवा कर रहे हैं। सपा प्रत्याशी द्वारा लगाए गए बाहरी होने के आरोप पर उन्होंने कहा कि जनता को तय करना है कि कौन घर का है और कौन बाहर का। उन्होंने दावा किया कि जनता उन्हें लाखों वोटों से जिताएगी।
सपा प्रत्याशी अजीत प्रसाद का पलटवार
सपा प्रत्याशी अजीत प्रसाद ने कहा कि मिल्कीपुर की जनता अखिलेश यादव के साथ है और समाजवादी पार्टी यहां बड़े अंतर से जीतेगी। उन्होंने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि उनके पास स्थानीय प्रत्याशी नहीं था, इसलिए उन्हें बाहरी उम्मीदवार लाना पड़ा। उन्होंने यह भी कहा कि अगर भाजपा ने विकास किया होता, तो मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उनकी पूरी कैबिनेट को चुनाव प्रचार के लिए मैदान में नहीं आना पड़ता।
नामांकन प्रक्रिया के दौरान सुरक्षा के कड़े इंतजाम
नामांकन के आखिरी दिन मिल्कीपुर में राजनीतिक गहमागहमी चरम पर रही। एसएसपी राजकरण नैयर ने नामांकन स्थल पर सुरक्षा की निगरानी की। सोशल मीडिया पर भी नजर रखी जा रही है, और किसी भी भ्रामक या मतदाताओं को प्रभावित करने वाली पोस्ट पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। मतदान के लिए 20 जनवरी के बाद पैरामिलिट्री फोर्स के साथ बड़े स्तर पर एरिया डॉमिनेशन एक्सरसाइज की जाएगी।