विधानसभा घेराव कार्यक्रम में जा रहे जिले के कांग्रेसियों को पुलिस ने जगह-जगह रोक कर हिरासत में ले लिया। नेताओं ने इस कदम पर तीखी प्रतिक्रिया जताई...
Dec 18, 2024 17:33
विधानसभा घेराव कार्यक्रम में जा रहे जिले के कांग्रेसियों को पुलिस ने जगह-जगह रोक कर हिरासत में ले लिया। नेताओं ने इस कदम पर तीखी प्रतिक्रिया जताई...
Ayodhya News : उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष अजय राय के आह्वान पर प्रस्तावित विधानसभा घेराव कार्यक्रम में भाग लेने जा रहे कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं पर प्रशासन ने सख्त रुख अपनाया। जिले के कई कांग्रेस पदाधिकारियों को उनके घरों में नजरबंद कर दिया गया, जबकि कुछ को रास्ते में ही हिरासत में ले लिया गया। जिला कांग्रेस कार्यालय कमला नेहरू भवन पर पुलिस ने जिला अध्यक्ष अखिलेश यादव को गिरफ्तार कर लिया। अखिलेश यादव ने इस कार्रवाई को लोकतंत्र विरोधी और दमनकारी बताया। वहीं, लखनऊ बाईपास रोड से हिरासत में लिए गए महानगर अध्यक्ष वेद सिंह कमल ने सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा सरकार अपने खिलाफ उठने वाली हर आवाज को दबाने की कोशिश कर रही है।
भाजपा सरकार पर कांग्रेस नेताओं का तीखा हमला
कौशलपुरी कॉलोनी से गिरफ्तार जिला प्रवक्ता सुनील कृष्ण गौतम ने कहा कि प्रदेश सरकार हर मोर्चे पर विफल साबित हो रही है और कांग्रेस कार्यकर्ताओं का दमन यह दर्शाता है कि सरकार डरी हुई है। उन्होंने कहा कि जनता की आवाज को दबाने के लिए प्रशासन का इस्तेमाल करना लोकतंत्र की हत्या है।
महिला नेताओं और प्रमुख कार्यकर्ताओं को भी किया गया नजरबंद
प्रशासन ने महिला जिला अध्यक्ष रेनू राय, कोषाध्यक्ष अब्दुल हकीम, रुद्र प्रताप सिंह रिशु, शिवपूजन पांडे, सेवा दल महानगर अध्यक्ष बसंत मिश्रा, महिला नेता शालिनी पांडे समेत कई नेताओं को उनके घरों में नजरबंद कर दिया। इसके अलावा ब्लॉक अध्यक्षों में बीकापुर के आशुतोष सिंह, मसौधा के राहुल मौर्य, मिल्कीपुर के प्रशांत पांडे, रुदौली के सती प्रसाद और अमानीगंज के तेजबली पांडे सहित कई अन्य नेताओं को भी हाउस अरेस्ट किया गया।
कांग्रेस नेताओं ने दी कड़ी प्रतिक्रिया
पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष प्रतिनिधि शैलेंद्र मणि पांडे, जिला महासचिव लाल मोहम्मद और जिला उपाध्यक्ष प्रदीप निषाद ने इस कार्रवाई की निंदा करते हुए कहा कि सरकार लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन कर रही है। कांग्रेस कार्यकर्ताओं का मनोबल तोड़ने की यह साजिश सफल नहीं होगी।
एटीएस जांच की मांग
सूत्रों के अनुसार, कांग्रेस पदाधिकारियों ने इस कार्रवाई के खिलाफ आगे भी आवाज उठाने का संकल्प लिया है। उनका कहना है कि सरकार की तानाशाही के खिलाफ आंदोलन और तेज होगा। इस घटना ने अयोध्या में राजनीतिक हलचल बढ़ा दी है। कांग्रेस नेताओं के मुताबिक, यह कार्रवाई जनता के मुद्दों से ध्यान भटकाने की कोशिश है।