एंटी करप्शन टीम की कार्रवाई : चकबंदी बंदोबस्त अधिकारी के बाबू को 10 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा 

UPT | आरोपी कर्मचारी

Aug 14, 2024 01:13

उत्तर प्रदेश के बरेली में दो दर्जन से अधिक रिश्वतखोर कर्मचारियों पर शिकंजा कसा चुका है। मगर, इसके बाद भी कर्मचारियों में रिश्वतखोरी की आदत खत्म नहीं हो रही है। मंगलवार को...

Bareilly News : उत्तर प्रदेश के बरेली में दो दर्जन से अधिक रिश्वतखोर कर्मचारियों पर शिकंजा कसा चुका है। मगर, इसके बाद भी कर्मचारियों में रिश्वतखोरी की आदत खत्म नहीं हो रही है। मंगलवार को एंटी करप्शन टीम (भ्रष्टाचार निवारण संगठन) ने कृषि भूमि की खतौनी में नाम दर्ज करने के नाम पर 10 हजार की रिश्वत लेते चकबंदी बंदोबस्त अधिकारी के ऑफिस से संप्रति कनिष्ठ लिपिक (बाबू) अभय सक्सेना को रंगे हाथ पकड़ लिया है। 

एंटी करप्शन की टीम को मिल रही थी लगातार शिकायत
जानकारी के अनुसार, शहर के इज्जत नगर थाना क्षेत्र के 68 ऑफिसर्स कर्मचारी नगर निवासी अभय सक्सेना हाल में प्रेम नगर थाना क्षेत्र के चौधरी गुलाब नगर में रहता है। अभय सक्सेना चकबंदी बंदोबस्त अधिकारी के ऑफिस में संप्रति कनिष्ठ लिपिक (बाबू) के पद पर तैनात है। एंटी करप्शन टीम को बाबू अभय सक्सेना के खिलाफ भ्रष्टाचार से जुड़ी शिकायत मिली थी। जिसके बाद एंटी करप्शन टीम ने आरोपी कर्मचारी की निगरानी की। इसी दौरान 10 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ लिया।

महिला से मांगी 50 हजार की रिश्वत 
पीलीभीत जनपद के बरखेड़ा थाना क्षेत्र निवासी सुनील कुमार ने एंटी करप्शन में शिकायत की थी। उन्होंने शिकायत में बताया कि बरेली के किला थाना क्षेत्र निवासी सुधा अग्रवाल उनके यहां मैनेजर हैं। वह काफी बुजुर्ग हैं और उनकी संपत्ति मोहनपुर में भूमि गाटा संख्या 111 का पर्चा 45 मिल चुका है। जिसके चलते सुधा अग्रवाल अपना नाम खतौनी में अंकित कराने के लिए काफी समय से भाग दौड़ कर रहीं हैं। आरोप है कि खतौनी में नाम अंकित करने के एवज में अभय सक्सैना ने 50000 की रिश्वत मांगी। इसकी पहली किस्त के 10 रूपये की रिश्वत देने गए थे। रिश्वत लेने के दौरान एंटी करप्शन टीम ने अभय सक्सेना को गिरफ्तार कर लिया। उनके खिलाफ इज्जत नगर थाने में एफआईआर दर्ज की गई है।

एक सप्ताह पहले प्रदूषण नियंत्रण विभाग का कर्मचारी पकड़ा
एंटी करप्शन टीम ने पिछले सोमवार को अस्पताल की एनओसी के नाम पर 20 हजार की रिश्वत लेते हुए क्षेत्रीय कार्यालय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के संप्रति वैज्ञानिक सहायक को रंगे हाथ गिरफ्तार किया था। शहर के किला थाना क्षेत्र के कल्लू मियां का तकिया 127 हुसैनबाग निवासी शाहिद हुसैन ने अस्पताल के लिए अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) जारी करने के लिये क्षेत्रीय कार्यालय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आफिस में आवेदन किया था। एनओसी जारी करने के बदले प्रदूषण विभाग के कर्मचारियों ने रिश्वत की मांग की। वह रिश्वत की पहली किस्त के 20 हजार रूपये संप्रति वैज्ञानिक सहायक विपिन कर्णपाल को देने गया था। एंटी करप्शन टीम ने रिश्वतखोर को पकड़ लिया। हालांकि, कर्मचारी ने यह रकम दूसरे कर्मचारी की बताई थी।

रिश्वत मांगने पर यहां करें शिकायत
सीओ एंटी करप्शन यशपाल सिंह के नेतृत्व में दो दर्जन से अधिक कर्मचारियों को रिश्वत लेते हुए  पकड़कर जेल भेजा गया है। उन्होंने बताया कि शासन की मंशा के अनुरूप भ्रष्टाचार पर जीरो टालरेंस के तहत कार्रवाई की जा रही है। बरेली मंडल का कोई भी पीड़ित व्यक्ति पुलिस उपाधीक्षक भ्रष्टाचार निवारण संगठन, बरेली के मोबाइल 9454405475 और प्रभारी निरीक्षक भ्रष्टाचार निवारण संगठन, बरेली के मोबाइल नंबर 9454401653 पर संपर्क कर सकता है। भ्रष्ट अधिकारी और कर्मचारी को बख्शा नहीं जाएगा। उसे गिरफ्तार कर जेल भेजा जाएगा।

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