धीरेंद्र शास्त्री की यात्रा पर रोक की मांग : मुस्लिम जमात अध्यक्ष ने जताई सांप्रदायिक तनाव की आशंका, जानें पूरा मामला

UPT | अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रजवी

Nov 22, 2024 13:20

बागेश्वर धाम के बाबा धीरेंद्र शास्त्री की प्रस्तावित किलोमीटर लंबी यात्रा को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रजवी ने सरकार से इस यात्रा पर प्रतिबंध...

Bareilly News : बागेश्वर धाम के बाबा धीरेंद्र शास्त्री की प्रस्तावित किलोमीटर लंबी यात्रा को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रजवी ने सरकार से इस यात्रा पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है। उनका दावा है कि यह यात्रा सांप्रदायिक सौहार्द को नुकसान पहुंचा सकती है और देश में अमन-चैन के माहौल को बिगाड़ सकती है।

सांप्रदायिकता फैलाने के आरोप
मौलाना शहाबुद्दीन ने आरोप लगाया कि बाबा धीरेंद्र शास्त्री अक्सर मुसलमानों के खिलाफ विवादास्पद बयान देते हैं, जो समुदाय विशेष की भावनाओं को ठेस पहुंचाते हैं। उन्होंने कहा, "कुछ दिनों पहले बाबा ने अपने आश्रम में कुछ मुसलमानों का धर्म परिवर्तन कराया। उनकी भाषा और कार्यशैली से यह आशंका पैदा होती है कि उनकी यात्रा सांप्रदायिक तनाव का कारण बन सकती है।" उन्होंने कहा कि बाबा की ओर से किसी भी प्रकार का भड़काऊ बयान स्थिति को और अधिक संवेदनशील बना सकता है। मौलाना ने इस पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि इस यात्रा का उद्देश्य हिंदू-मुस्लिम एकता को मजबूत करना नहीं, बल्कि इसे कमजोर करना प्रतीत होता है।


'भारत न कभी हिंदू राष्ट्र था, न होगा'
मौलाना ने धीरेंद्र शास्त्री पर भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने की मांग उठाने का भी आरोप लगाया। उन्होंने स्पष्ट किया कि भारत कभी हिंदू राष्ट्र नहीं था और न ही यह मुस्लिम राष्ट्र बन सकता है। मौलाना ने कहा, "हमारे संविधान ने देश को धर्मनिरपेक्षता का आधार दिया है। धीरेंद्र शास्त्री जैसे लोग इसे कमजोर करने का प्रयास कर रहे हैं।"

सरकार से प्रतिबंध लगाने की अपील
मौलाना ने सरकार से तत्काल हस्तक्षेप की मांग की है। उन्होंने कहा कि धीरेंद्र शास्त्री की यात्रा से हिंदू और मुस्लिम समुदायों के बीच तनाव बढ़ सकता है। उन्होंने आग्रह किया कि प्रशासन इस यात्रा पर रोक लगाए ताकि देश में शांति और भाईचारा बना रहे।

अलर्ट मोड में प्रशासन
स्थिति की संवेदनशीलता को देखते हुए स्थानीय प्रशासन और पुलिस ने इस मामले पर नजर बनाए रखी है। अधिकारी यह सुनिश्चित करने के लिए तैयार हैं कि किसी भी प्रकार का सांप्रदायिक तनाव न उत्पन्न हो। यात्रा के दौरान सुरक्षा व्यवस्था को लेकर भी चर्चा हो रही है। 

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