बदायूं में नकली नोट रैकेट का भंडाफोड़ : आरोपियों से पूछताछ में बड़ा खुलासा, तीन गिरफ्तार

UPT | तीन युवक गिरफ्तार

Jul 25, 2024 01:18

बदायूं में नकली मुद्रा के एक बड़े मामले का खुलासा हुआ है। स्थानीय पुलिस ने सोमवार रात को तीन युवकों को गिरफ्तार किया, जिन्होंने शहर के बाजार में लगभग 93,000 रुपये मूल्य के नकली नोट चलाए थे। जांच में पता चला कि ये आरोपी हरिद्वार से इन जाली नोटों को खरीदकर लाए थे।

Short Highlights
  • बदायूं के अलापुर क्षेत्र में एक बड़े नकली नोट रैकेट का पर्दाफाश
  • तीन युवकों ने स्थानीय बाजार में 93,600 रुपये के जाली नोट चलाए
  • पुलिस ने कार्रवाई करते हुए तीनों आरोपियों को किया गिरफ्तार
Badaun News : बदायूं के अलापुर क्षेत्र में एक बड़े नकली नोट रैकेट का पर्दाफाश हुआ है। सोमवार रात को पकड़े गए तीन युवकों ने स्थानीय बाजार में 93,600 रुपये के जाली नोट चलाए थे। पूछताछ में खुलासा हुआ कि आरोपियों ने हरिद्वार के एक व्यक्ति से मात्र 30,000 रुपये में एक लाख रुपये के नकली नोट खरीदे थे। इसके बाद उन्होंने इन नोटों को आपस में बांटकर विभिन्न दुकानों पर इस्तेमाल करना शुरू कर दिया। एक परचून की दुकान पर 200 रुपये का नकली नोट देने पर दुकानदार को शक हुआ और उसने पुलिस को सूचित किया। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों के पास से 6,400 रुपये के नकली नोट और 1,250 रुपये के असली नोट बरामद किए गए। बुधवार को आरोपियों को न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया। पुलिस अब इस रैकेट के अन्य सदस्यों की तलाश में जुटी है।

ग्रामीण इलाकों में नकली नोट का इस्तेमाल
एसपी सिटी अमित किशोर श्रीवास्तव ने बताया कि तीनों युवकों को एक बैगनआर कार से गिरफ्तार किया गया। पुलिस को सूचना मिली थी कि ये लोग ग्रामीण इलाकों में जाकर नकली नोट चला रहे थे। इस जानकारी पर त्वरित कार्रवाई करते हुए पुलिस ने मौके पर पहुंचकर तीनों को हिरासत में ले लिया। पूछताछ के दौरान आरोपियों ने अपनी पहचान बताई। पूछताछ में उन्होंने अपने नाम उसावां थाना क्षेत्र के गांव बझेड़ा निवासी मनोज पुत्र गजेंद्र सिंह, अलापुर कस्बे के मोहल्ला बजरिया निवासी अभय गुप्ता पुत्र ब्रजेश गुप्ता और उसके नजदीक का ही गोविंद उर्फ गौरव गुप्ता मदनलाल गुप्ता बताए थे। 

हरिद्वार का व्यक्ति करता है नकली नोटों की सप्लाई 
बदायूं के नकली नोट मामले में नए खुलासे हुए हैं। पुलिस की कड़ी पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वे कुछ दिन पहले अपने एक साथी रोबिन (जो उसावां थाना क्षेत्र के बझेड़ा का रहने वाला है) के साथ दिल्ली गए थे। वहां उनकी मुलाकात हरिद्वार निवासी भगत जी उर्फ नेताजी से हुई। भगत अज्ञात स्रोतों से नकली नोट प्राप्त कर उनकी आपूर्ति करता था। ये नोट देखने में बिल्कुल असली जैसे लगते थे। आरोपियों ने भगत से 30,000 रुपये देकर 1,00,000 रुपये के नकली नोट खरीद लिए। बदायूं लौटने के बाद उन्होंने इन नकली नोटों को आपस में बांट लिया और बाजार में चलाना शुरू कर दिया।

आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज 
बदायूं पुलिस ने नकली नोट मामले में महत्वपूर्ण बरामदगी की है। आरोपियों के पास से कुल 6,400 रुपये के नकली नोट बरामद किए गए, जिनमें 200 रुपये के 27 नोट और 500 रुपये के दो नोट शामिल थे। इसके अलावा, 1,250 रुपये के असली नोट और तीन मोबाइल फोन भी जब्त किए गए। पुलिस ने आरोपियों द्वारा इस्तेमाल की गई कार को भी सीज कर लिया है। सभी पकड़े गए आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। मंगलवार दोपहर को उन्हें न्यायालय में पेश किया गया, जहां से तीन मुख्य आरोपी - मनोज, अभय और गोविंद को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया। 

दुकानदार की सतर्कता से पकड़े गए आरोपी 
बदायूं में नकली नोट रैकेट का भंडाफोड़ एक सतर्क दुकानदार की सूझबूझ से हुआ। तीन संदिग्ध एक कार में म्याऊ इलाके में पहुंचे और एक परचून की दुकान पर 200 रुपये का नकली नोट देकर कोल्डड्रिंक खरीदी। दुकानदार ने तुरंत नोट की असलियत भांप ली, लेकिन बिना कोई संदेह जताए उसने चतुराई से पुलिस को सूचित कर दिया। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए मौके पर पहुंचकर तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। थाने में की गई कड़ी पूछताछ के दौरान पूरे मामले का खुलासा हुआ। 

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