चित्रकूट गोलीकांड पर गरमाई राजनीति : पूर्व सांसद धरने पर बैठे, प्रशासन पर लगाए गंभीर आरोप

UPT | पूर्व सांसद धरने पर बैठे

Nov 22, 2024 00:50

14 नवंबर को चित्रकूट के गढ़चपा गांव में हुई गोलीबारी की घटना के बाद राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। गोलीकांड में घायल हुए...

Chitrakoot News : 14 नवंबर को चित्रकूट के गढ़चपा गांव में हुई गोलीबारी की घटना के बाद राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। गोलीकांड में घायल हुए रामगोपाल द्विवेदी के परिवार ने कलेक्ट्रेट परिषद पर पिछले तीन दिनों से धरना जारी रखा था, जिसमें गुरुवार को भाजपा के पूर्व सांसद भैरव प्रसाद मिश्रा भी शामिल हो गए। इस घटनाक्रम ने प्रशासन और कानून व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।

14 नवंबर की घटना का विवरण
गढ़चपा गांव में 14 नवंबर को एक गंभीर घटना सामने आई, जब दबंग मिंटू सिंह ने रामगोपाल द्विवेदी पर गोली चला दी। इस घटना के बाद रामगोपाल के परिवार ने मिंटू सिंह पर गंभीर आरोप लगाए। उनके अनुसार, मिंटू सिंह, जो कि एक हिस्ट्रीशीटर है, खुलेआम सत्ता के संरक्षण में घूम रहा है और पुलिस उसके खिलाफ कोई सख्त कार्रवाई नहीं कर रही है।

पूर्व सांसद का धरने में शामिल होना और आरोप
पीड़ित परिवार के समर्थन में गुरुवार को भाजपा के पूर्व सांसद भैरव प्रसाद मिश्रा भी धरने में शामिल हो गए। इस कदम से न केवल राजनीतिक माहौल गर्म हुआ, बल्कि पुलिस और प्रशासन पर भी दबाव बढ़ गया। मिश्रा ने खुलेआम प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि जिले में अपराधियों का बोलबाला है और पुलिस का रवैया पीड़ित परिवार के प्रति असंवेदनशील है। उन्होंने आरोप लगाया कि स्थानीय प्रशासन और पुलिस दबंगों को संरक्षण दे रहे हैं, जबकि पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने में असमर्थ हैं।

पीड़ित परिवार की मांग और असुरक्षा का माहौल
रामगोपाल द्विवेदी का परिवार पिछले तीन दिनों से न्याय की गुहार लगा रहा है। उनका कहना है कि जब तक आरोपी मिंटू सिंह की गिरफ्तारी नहीं होती, वे अपना धरना जारी रखेंगे। परिवार ने प्रशासन पर निष्क्रियता का आरोप लगाया है और कहा है कि वे डरे हुए हैं और उन्हें कोई सुरक्षा नहीं मिल रही है। पीड़ित परिवार ने साफ किया है कि उनके लिए सुरक्षा और न्याय प्राथमिकता है और वे तब तक पीछे नहीं हटेंगे जब तक उन्हें न्याय नहीं मिल जाता।

विपक्ष और पूर्व सांसद की प्रतिक्रिया
पूर्व सांसद भैरव प्रसाद मिश्रा का धरने में शामिल होना भाजपा सरकार के लिए मुश्किलें खड़ी कर रहा है। विपक्ष ने इसे लेकर सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि अगर भाजपा के पूर्व सांसद को अपनी ही सरकार में धरना देना पड़ रहा है, तो आम जनता की क्या स्थिति होगी? मिश्रा ने जिले में बढ़ते अपराधों का हवाला देते हुए पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि जिले में हाल ही में हुई डकैती की घटना भी दर्शाती है कि अपराधियों का दबदबा बढ़ता जा रहा है, जबकि पुलिस कमजोर वर्ग के खिलाफ ही कार्रवाई करने में व्यस्त है।



प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल
इस गोलीकांड ने न केवल प्रशासन की कार्यशैली को कटघरे में खड़ा किया है, बल्कि भाजपा सरकार की छवि पर भी प्रभाव डाला है। मिश्रा ने प्रशासन से तुरंत प्रभावी कार्रवाई की मांग की और कहा कि पीड़ित परिवार को न्याय मिलना चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर प्रशासन और पुलिस ने समय रहते आरोपी के खिलाफ कार्रवाई नहीं की, तो यह आम जनता के लिए एक नकारात्मक संदेश जाएगा।

आगे की कार्रवाई पर निगाहें
अब सवाल यह है कि प्रशासन इस मामले में क्या कदम उठाता है। क्या आरोपी मिंटू सिंह की गिरफ्तारी होगी और पीड़ित परिवार को न्याय मिलेगा? यह देखना दिलचस्प होगा कि इस मामले में प्रशासन और पुलिस की भूमिका कैसी रहती है। घटना ने पूरे जिले में हलचल मचा दी है और जनता की निगाहें इस मामले में होने वाली आगामी कार्रवाई पर टिकी हुई हैं।

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