भगवान श्रीराम की वनवास स्थली का विकास जरूरी : चित्रकूट का स्थानीय ही नहीं राष्ट्रीय स्तर पर भी है धार्मिक महत्व

UPT | चित्रकूट धाम भगवान श्रीराम की वनवासलीला का साक्षी रहा है।

Dec 17, 2024 17:16

चित्रकूट, भगवान श्रीराम की वनवासलीला का साक्षी, आज विकास की बाट जोह रहा है। विशेषकर राम सैया स्थान, जहां श्रीराम और माता सीता ने वनवास के दौरान विश्राम किया, उपेक्षा का शिकार है। यहां की शिला पर उनके हस्ताक्षर के निशान आज भी देखे जा सकते हैं।

Chitrakoot News : चित्रकूट भगवान श्रीराम की वनवासलीला का साक्षी है, जहां की हर शिला राम-सीता के पवित्र चरणों की गाथा कहती है, आज विकास की बाट जोह रहा है। विशेषकर राम सैया स्थान, जहां माना जाता है कि श्रीराम और माता सीता वनवास के दौरान विश्राम करते थे, उपेक्षा का शिकार बना हुआ है। यहां मौजूद पत्थर की शिला पर आज भी उनके साइन के निशान देखे जा सकते हैं, जिसका उल्लेख गोस्वामी तुलसीदास जी ने रामचरितमानस में भी किया है। 



श्रद्धालुओं और स्थानीय निवासियों ने समुचित विकास की मांग की 
इस धार्मिक स्थल की महत्ता को देखते हुए, क्षेत्र के श्रद्धालुओं और स्थानीय निवासियों ने इसके समुचित विकास की मांग की है। छत्तीसगढ़ के महेंद्रगढ़ जिले से दर्शन के लिए आए श्रद्धालु अशोक कुमार ने कहा, "यह स्थान त्रेतायुगीन महत्व का है। जैसे अयोध्या में राम मंदिर का भव्य निर्माण हुआ है, वैसे ही राम के वनवास स्थलों का भी विकास होना चाहिए। भगवान राम ने अयोध्या में जन्म लिया, लेकिन चित्रकूट में अपना अधिक समय व्यतीत किया।"

राम सैया स्थल पर सुविधाओं का अभाव 
राम सैया स्थल पर सुविधाओं का अभाव है। यहां एक रैन बसेरा तो बनाया गया है, लेकिन वह अक्सर बंद रहता है, जिससे यात्रियों के ठहरने की व्यवस्था नहीं हो पाती। इसके बावजूद, हर दिन हजारों श्रद्धालु इस पवित्र स्थल का दर्शन करने आते हैं, लेकिन उन्हें वहां कोई ठहरने की सुविधा, स्वच्छता या मूलभूत सुविधाएं नहीं मिलतीं। 

चित्रकूट का धार्मिक महत्व सिर्फ स्थानीय स्तर पर नहीं  
चित्रकूट का धार्मिक महत्व सिर्फ स्थानीय स्तर पर नहीं, बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर भी है। हाल ही में चित्रकूट से सटे प्रयागराज में महाकुंभ का आयोजन हुआ, जिसमें देशभर से श्रद्धालु पहुंचे। इसके चलते चित्रकूट के दर्शनों का महत्व और बढ़ गया है, लेकिन इस धार्मिक पर्यटन की संभावनाओं का पूरा लाभ लेने के लिए क्षेत्र में विकास कार्यों की जरूरत है।

राम सैया जैसे महत्वपूर्ण धार्मिक स्थलों के विकास के लिए कदम उठाए जाएं
स्थानीय लोगों ने सरकार से अपील की है कि राम सैया जैसे महत्वपूर्ण धार्मिक स्थलों के विकास के लिए कदम उठाए जाएं। इस जगह को अयोध्या की भांति धार्मिक पर्यटन के मानचित्र पर लाने के लिए सरकार को इसे प्राथमिकता देनी चाहिए। इसलिए, चित्रकूट के इस महत्वपूर्ण स्थल को उपेक्षित छोड़ने के बजाय, इसे एक प्रमुख धार्मिक स्थल के रूप में विकसित करने के लिए तत्काल कार्रवाई की आवश्यकता है, ताकि भगवान श्रीराम के वनवास काल से जुड़ा यह स्थल श्रद्धालुओं के लिए एक आदर्श धार्मिक पर्यटन स्थल बन सके। 

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