बहराइच में आदमखोर का आतंक : डेढ़ माह में पांच बच्चे बने निवाला, अब विधायक तक दे रहे पहरा...

UPT | ग्रामीणों के साथ पहरा देते विधायक।

Aug 24, 2024 14:22

जनपद बहराइच के महसी इलाके में पिछले डेढ़ माह से आदमखोर जानवर का आतंक है। यह रहस्यमयी जानवर अब तक 5 मासूम बच्चों को अपना निवाला बना चुका है। हालांकि वन विभाग की टीम ने काफी मेहनत कर 3 भेड़ियों को पकड़ा...

Bahraich News : एक ओर राजनीति में जहां चकाचौंध और बड़ी-बड़ी गाड़ियों से नेता जनता के बीच तामझाम के साथ जाते हैं, वहीं दूसरी ओर जनपद बहराइच के महसी विधानसभा में एक ऐसा विधायक है, जो अपनी जनता के हर सुख दुख में साथ खड़ा रहता है। इस समय इलाके में आदमखोर जानवर का आतंक है। आतंक से बचने के लिए ग्रामीण पूरी रात पहरा दे रहे हैं। अब ग्रामीणों के साथ महसी के विधायक सुरेश्वर सिंह रातभर पहरा दे रहे हैं। 

पकड़े गए भेड़िया फिर भी खौफ
जनपद बहराइच के महसी इलाके में पिछले डेढ़ माह से आदमखोर जानवर का आतंक है। यह रहस्यमयी जानवर अब तक 5 मासूम बच्चों को अपना निवाला बना चुका है। हालांकि वन विभाग की टीम ने काफी मेहनत कर 3 भेड़ियों को पकड़ा है, लेकिन इसके बावजूद हमला जारी है। हरदी इलाके के कुछ गांवों में रहस्यमयी आदमखोर जानवर के हमले की वजह से जिला प्रशासन ही नहीं, जिले का पूरा अमला हैरान एवं परेशान है। अब खुद भाजपा विधायक सुरेश्वर सिंह ग्रामीणों के साथ रातभर जागकर पहरा दे रहे हैं। पिछले डेढ़ माह में 5 मासूम बच्चे इस जानवर का निवाला बन चुके हैं। ग्रामीण शाम होते ही भय के साये में घरों के भीतर दुबकने पर मजबूर हैं। वन विभाग एवं लखनऊ से चिड़ियाघर के अधिकारी इस आदमखोर को पकड़ने के लिए सभी जुगत लगा चुके हैं, लेकिन अब तक सफलता हाथ नहीं लगी है। इस बात से अधिकारी भी हलकान हैं। 

क्या कहते हैं विधायक
भाजपा विधायक ने कहा कि सभी परिवार को बचाना है तो जागते रहिये। बाकी इस जानवर को पकड़ने के लिए व्यवस्था बनाई जा रही है। उन्होंने यह भी कहा कि इस मामले की जांच सरकार द्वारा कराया जाना चाहिए कि कहीं भेड़िये की आड़ में कोई और तो मासूमों पर हमला नहीं कर रहा। परसों एक बच्ची का शव मिलने के बाद शंका और भी गहरी होने लगी है। जिस तरह बच्चों के पैर और हाथ काटकर अलग किया गया है, शायद यह किसी जानवर का हमला नहीं हो सकता है। महसी विधायक ने पुलिस प्रशासन पर भी शिथिलता बरतने का आरोप लगाया और अतिशीघ्र इस मामले की जांच की मांग की।

Also Read