बदलेगी औद्योगिक तस्वीर : अदाणी समूह के प्रतिनिधियों ने सीमेंट फैक्ट्री के लिए धुरियापार में देखी जमीन, एक हजार करोड़ रुपये निवेश करने की योजना

Uttar Pradesh Times | गोरखपुर

Jan 04, 2024 14:28

सीमेंट फैक्ट्री के लिए अदाणी समूह के प्रतिनिधियों ने जिले के धुरियापार इलाके में बुधवार को तीन जमीनें देखीं। तीनों ही जमीन रेलवे लाइन के किनारे हैं। इनमें से कोई एक जमीन फाइनल होगी। कंपनी यहां पर करीब एक हजार करोड़ रुपये निवेश करेगी।

Gorakhpur News : सीमेंट फैक्ट्री के लिए अदाणी समूह के प्रतिनिधियों ने जिले के धुरियापार इलाके में बुधवार को तीन जमीनें देखीं। तीनों ही जमीन रेलवे लाइन के किनारे हैं। इनमें से कोई एक जमीन फाइनल होगी। कंपनी यहां पर करीब एक हजार करोड़ रुपये निवेश करेगी। इस सप्ताह जमीनों के चयन पर फिर मंथन होगा। इसके बाद सहमति बनने पर मुख्यमंत्री के समक्ष एमओयू पर हस्ताक्षर होंगे।

करीब दो महीने से अदाणी समूह के हैं संपर्क में
गीडा प्रशासन करीब दो महीने से अदाणी समूह के संपर्क में है। पूर्वांचल और बिहार के नजदीकी हिस्सों में तेजी से बदलते माहौल के चलते निर्माण कार्य में तेजी आई है। इसके चलते सीमेंट की मांग भी बढ़ी है। यहां तक आने में माल ढुलाई में ज्यादा खर्च हो जाता है, इससे सीमेंट के दाम ज्यादा रहते हैं।  इसे देखते हुए अदाणी समूह गोरखपुर या आसपास सीमेंट फैक्ट्री लगाने को इच्छुक है।
मंगलवार को कंपनी के दो प्रतिनिधि गोरखपुर पहुंचे। इन्हें धुरियापार औद्योगिक क्षेत्र में सकरदेइया, हरपुर और गजपुर के पास जमीन दिखाई गई। जो जमीनें इन्हें दिखाई गई है, वह सभी प्रस्तावित सहजनवां-दोहरीघाट रेल मार्ग के नजदीक है। कंपनी को अभी 60 से 100 एकड़ के बीच जमीन चाहिए। इसे देखते हुए तीनों जगहों के आसपास पर्याप्त जमीनें हैं। जानकारी के मुताबिक कंपनी के प्रतिनिधियों को तीनों ही जमीनें पसंद आई हैं।

जमीन पर कम निवेश करना चाहती है कंपनी
गीडा सूत्रों के मुताबिक करीब-करीब सहमति बन चुकी है। अब मुख्य मामला जमीनों के रेट को लेकर है। कंपनी चाहती है कि सरकारी जमीन मिले, जिससे जमीन पर कंपनी को कम से कम निवेश करना पड़े। गीडा प्रशासन भी नए औद्योगिक एरिया के लिए जमीनों को खरीद रहा है, लिहाजा वह भविष्य की संभावनाओं को देखकर निर्णय लेना चाहता है। कंपनी के प्रतिनिधि अब इस पर अंतिम निर्णय कंपनी के निदेशक मंडल की सलाह पर करने की बात कहकर वापस चले गए हैं। वहीं, गीडा प्रशासन भी इस मामले में चर्चा के बाद निर्णय लेने की बात कह रहा है। माना जा रहा है कि जमीन के रेट का मामला सुलझते ही पूरा मामला मुख्यमंत्री के समक्ष जाएगा, जहां एमओयू पर हस्ताक्षर कराया जाएगा।

कई और कंपनियों के आने की संभावना
अदाणी समूह के अलावा सात और कंपनियों के प्रतिनिधियों ने गोरखपुर आने की हामी भरी है। गीडा प्रशासन इन उद्यमियों को भी जमीन दिखाने की तैयारी कर चुका है। इनके लिए कालेसर जीरो प्वाइंट से लेकर भीटी रावत और धुरियापार में अलग-अलग जगह चिह्नित किए गए हैं। गीडा एसडीएम अनुपम मिश्रा का कहना है कि अदाणी समूह, आरएसपीएल और लुलु मॉल जैसी कंपनियों की वजह से गीडा की ब्रांडिंग राष्ट्रीय स्तर पर हुई है। हमारा प्रयास है कि महीने भर के भीतर तीन-चार बड़ी कंपनियों से एमओयू करा दिया जाए, ताकि अन्य कंपनियां भी गीडा आएं।

क्या कहा सीईओ गीडा ने
सीईओ गीडा अनुज मलिक ने कहा कि अदाणी समूह के प्रतिनिधि जमीन देखकर गए हैं। अब शासन स्तर पर बातचीत होगी। वहीं कंपनी के प्रतिनिधि भी निदेशक स्तर पर इसकी जानकारी देंगे। पूरा प्रयास है कि मार्च तक इस मामले में एमओयू करा दिया जाए। इसके अलावा कई अन्य प्रतिनिधियों से भी वार्ता चल रही है। उन्हें भी जल्दी ही जमीन दिखाकर एमओयू के लिए तैयार किया जाएगा।
 

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