झांसी में पंडित धीरेंद्र शास्त्री की पदयात्रा : भीड़ के बीच से बाबा बागेश्‍वर पर फेंका मोबाइल, प्रशासन ने बढ़ाई सुरक्षा

UPT | पंडित धीरेंद्र शास्त्री

Nov 26, 2024 15:13

सनातन हिंदू एकता पदयात्रा ने एक दिन पहले ही उत्तर प्रदेश की सीमा में प्रवेश किया था। झांसी के देवरी गांव में बाबा धीरेंद्र शास्त्री का भव्य स्वागत हुआ।

Jhansi News : बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र शास्त्री के नेतृत्व में चल रही "सनातन हिंदू एकता पदयात्रा" के छठे दिन झांसी के मऊरानीपुर में एक अप्रिय घटना हुई। यात्रा के दौरान भीड़ में मौजूद किसी व्यक्ति ने फूलों के साथ एक मोबाइल फेंककर उन पर हमला करने का प्रयास किया। यह मोबाइल सीधे धीरेंद्र शास्त्री के चेहरे पर लगा। बाबा बागेश्वर ने इस घटना पर संयम और शांति का परिचय दिया। उन्होंने मोबाइल उठाकर कहा, "किसी ने फूलों के साथ मुझ पर मोबाइल फेंका है। यह मुझे मिल गया है।" उन्होंने भक्तों से कहा कि यात्रा बिना रुके जारी रहनी चाहिए।

झांसी में यात्रा
"सनातन हिंदू एकता पदयात्रा" ने एक दिन पहले ही उत्तर प्रदेश की सीमा में प्रवेश किया था। झांसी के देवरी गांव में बाबा धीरेंद्र शास्त्री का भव्य स्वागत हुआ। इस दौरान उन्होंने हाल ही में संभल में हुए विवाद पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए उपद्रवियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की थी। पदयात्रा के दौरान हुई इस घटना को गंभीर माना जा रहा है क्योंकि इससे पहले बाबा को कई बार धमकियां भी मिल चुकी हैं। हालांकि, इस हमले में उन्हें कोई नुकसान नहीं हुआ है।

बाबा बागेश्वर का संदेश
देवरी गांव में भक्तों को संबोधित करते हुए धीरेंद्र शास्त्री ने कहा, "हम सनातन हिंदू एकता के लिए निकले हैं। हमारा उद्देश्य लव जिहाद से हिंदू बहनों को बचाना, जातिवाद को मिटाना, हिंदुओं को एक करना और भारत को एक हिंदू राष्ट्र बनाना है।" उन्होंने कहा कि देश में जातिवाद और वैमनस्यता की वजह से समाज में अनाचार और गुंडागर्दी बढ़ रही है। ऐसे में यह आवश्यक है कि देश को एकजुट किया जाए। बाबा ने इस यात्रा को आध्यात्मिक जनजागृति अभियान बताते हुए कहा कि यह किसी भी राजनीतिक एजेंडे से प्रेरित नहीं है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि न तो वह राजनीति में हैं और न ही उनका चुनाव लड़ने का इरादा है।

यात्रा का उद्देश्य
धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि यह यात्रा प्रभु राम और प्राचीन ऋषियों की परंपरा का अनुसरण करते हुए की जा रही है। उन्होंने बताया कि यह यात्रा समाज को जातिवाद और अन्य सामाजिक कुरीतियों से मुक्त कराने के लिए है। बाबा ने यह भी कहा कि वह इस यात्रा के माध्यम से लोगों को जोड़ने और उपद्रव मुक्त भारत का संदेश देने निकले हैं।

धमकियों पर बाबा का बयान
यात्रा के दौरान बाबा को मिल रही धमकियों पर उन्होंने कहा, "यह सब प्रायोजित तरीके से हो रहा है। ऐसे लोग जो देश में वैमनस्यता फैलाना चाहते हैं, वही इन घटनाओं के पीछे हैं। लेकिन हम ऐसे लोगों की बातों में उलझकर अपने लक्ष्य से भटकने वाले नहीं हैं।"



प्रशासन की सख्ती
यात्रा के मद्देनजर पुलिस और प्रशासन ने सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए हैं। झांसी और खजुराहो के बीच यातायात को डायवर्ट किया गया है। 26 नवंबर 2024 को सुबह 6 बजे से रात 9 बजे तक बड़े वाहनों को वैकल्पिक मार्ग से गंतव्य तक जाने का निर्देश दिया गया है। यह डायवर्जन अगले चार दिनों तक लागू रहेगा।

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