Jhansi News : झांसी पुलिस लाइन में निलंबित इंस्पेक्टर और आरआई के बीच हाथापाई, मामला दर्ज

UPT | निलंबित इंस्पेक्टर मोहित यादव

Jan 16, 2025 05:36

झांसी के रिजर्व पुलिस लाइन में बुधवार रात उस समय हड़कंप मच गया जब निलंबित इंस्पेक्टर मोहित यादव और प्रतिसार निरीक्षक (आरआई) सुभाष सिंह के बीच विवाद मारपीट तक पहुंच गया। विवाद का कारण छुट्टी का आवेदन बताया जा रहा है।

Jhansi News : झांसी के रिजर्व पुलिस लाइन में बुधवार रात एक अप्रत्याशित घटना घटी, जब निलंबित इंस्पेक्टर और प्रतिसार निरीक्षक (आरआई) आपस में भिड़ गए। इंस्पेक्टर ने आरआई पर अभद्रता और गुप्तांग में लात मारने का आरोप लगाया, जिसके बाद पुलिस को हस्तक्षेप करना पड़ा। वहीं, एसपी सिटी ने इंस्पेक्टर के आरोपों को निराधार बताते हुए आरआई के साथ मारपीट करने का आरोप इंस्पेक्टर पर लगाया है।

छुट्टी मांगने पर शुरू हुआ विवाद
मैनपुरी के रहने वाले इंस्पेक्टर मोहित यादव, जिन्हें 2012 में मृतक आश्रित कोटे से नौकरी मिली थी, वर्तमान में झांसी में पोस्टेड हैं। निलंबन के चलते वे पुलिस लाइन में कार्यरत हैं। मोहित का आरोप है कि उन्हें "टारगेट" किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि छुट्टी के लिए दिए गए उनके आवेदन को आरआई सुभाष सिंह ने आगे नहीं भेजा, जिसके चलते दोनों के बीच विवाद शुरू हो गया। मोहित का आरोप है कि आरआई और अन्य पुलिसकर्मियों ने उनके साथ मारपीट की और गुप्तांग में लात मारी, जिसके बाद उन्होंने डायल 112 पर कॉल करके पुलिस बुलाई।

इंस्पेक्टर के आरोपों को एसपी सिटी ने बताया झूठा
इस पूरे मामले पर एसपी सिटी ज्ञानेंद्र कुमार सिंह का कहना है कि मोहित यादव का पूर्व में भी अनुशासनहीनता का रिकॉर्ड रहा है। उन्हें पहले भी 3 मिसकंडक्ट मिल चुके हैं और वर्तमान में वे अनुशासनहीनता और विवेचना में लापरवाही के चलते निलंबित हैं। उनके खिलाफ 4 जांचें भी चल रही हैं। एसपी सिटी ने बताया कि बुधवार रात को इंस्पेक्टर मोहित यादव ने पुलिस लाइन के गणना कार्यालय में आरआई के साथ बदतमीजी और मारपीट की। इस संबंध में आरआई द्वारा तहरीर दी जा रही है और इंस्पेक्टर के खिलाफ केस दर्ज किया जाएगा। एसपी सिटी ने इंस्पेक्टर द्वारा लगाए गए सभी आरोपों को झूठा और बेबुनियाद बताया है।

दोनों पक्षों ने दी तहरीर, पुलिस जांच में जुटी
फिलहाल, दोनों पक्षों ने थाने में तहरीर दी है और पुलिस मामले की जांच कर रही है। इस घटना ने पुलिस विभाग के अंदरूनी अनुशासन और कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
 

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