UP News : महिला आयोग की अध्यक्ष ने जनसुनवाई में सुनी पीड़िताओं की समस्याएं, कई मामलों का त्वरित निस्तारण

UPT | आयोग के दफ्तर में सुनवाई करती अध्यक्ष बबिता सिंह चौहान

Jan 15, 2025 19:16

बैठक के दौरान महिला उत्पीड़न के मामलों पर गहन चर्चा की गई। आयोग ने संबंधित जिलों के वरिष्ठ प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिया कि महिला उत्पीड़न के मामलों को गंभीरता से लेते हुए तुरंत कार्रवाई की जाए।

Lucknow News : उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष डॉ. बबीता सिंह चौहान ने बुधवार को आयोग मुख्यालय पर महिला जनसुनवाई में लोगों की समस्याएं सुनी। इस सुनवाई का उद्देश्य प्रदेश में महिलाओं के साथ हो रहे उत्पीड़न के मामलों पर अंकुश लगाना और उन्हें जल्द न्याय दिलाना था। सुनवाई के दौरान आयोग ने पहले से चल रहे 49 मामलों के निस्तारण के निर्देश दिए। इसके साथ ही विभिन्न जनपदों से आई 9 पीड़ित महिलाओं के दिए नए प्रार्थना पत्रों पर भी तेजी से कार्रवाई करने को कहा।

196 नए प्रार्थना पत्रों पर दिया त्वरित निस्तारण का निर्देश
जनसुनवाई के दौरान आयोग को विभिन्न माध्यमों से 196 नए प्रार्थना पत्र प्राप्त हुए। डॉ. बबीता सिंह चौहान ने इन सभी प्रकरणों पर तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिए। आयोग ने सभी पीड़िताओं को यह आश्वासन दिया कि उनकी समस्याओं का समाधान प्राथमिकता के आधार पर किया जाएगा।



23 जनपदों में आयोजित हुई जनसुनवाई
महिला आयोग की उपाध्यक्ष अपर्णा यादव और अन्य सदस्यों ने प्रदेश के 23 जिलों में महिला जनसुनवाई और समीक्षा बैठक का आयोजन किया। इन जिलों में उन्नाव, फतेहपुर, सीतापुर, रायबरेली, मेरठ, हमीरपुर, इटावा, अम्बेडकरनगर, जालौन, शाहजहांपुर, अलीगढ़, मीरजापुर, गाजीपुर, पीलीभीत, फर्रुखाबाद, महोबा, सिद्धार्थनगर, सुलतानपुर, सहारनपुर, बिजनौर, बुलन्दशहर, शामली, और मैनपुरी शामिल थे। इन जनपदों में मिशन-शक्ति फेज-5 के तहत महिलाओं को विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी गई। महिला आयोग ने स्थानीय महिला गृहों, आंगनवाड़ी केंद्रों और संबंधित संस्थानों का निरीक्षण भी किया।

महिला उत्पीड़न मामलों पर त्वरित निस्तारण
समीक्षा बैठक के दौरान महिला उत्पीड़न के मामलों पर गहन चर्चा की गई। आयोग ने संबंधित जिलों के वरिष्ठ प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिया कि महिला उत्पीड़न के मामलों को गंभीरता से लेते हुए तुरंत कार्रवाई की जाए। आयोग ने कहा है कि वह आधी आबादी को न्याय दिलाने और उनके सशक्तीकरण के लिए लगातार प्रयासरत है। डॉ. बबीता सिंह चौहान ने कहा कि आयोग का उद्देश्य केवल महिलाओं की समस्याओं का समाधान करना नहीं, बल्कि उन्हें आत्मनिर्भर और जागरूक बनाना भी है।

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