Lucknow News : युवाओं में बढ़ रही फ्रीक्वेंट यूरिनेशन की समस्या, बदलती जीवनशैली और तनाव हैं प्रमुख कारण

UPT | किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी।

Dec 20, 2024 12:41

ऑफिस में लंबे समय तक काम करने वाले युवाओं में बार-बार पेशाब जाने (फ्रीक्वेंट यूरिनेशन) की समस्या तेजी से बढ़ रही है। खासतौर पर वे युवा पेशेवर, जो आईटी, बैंकिंग, शिक्षण और अन्य क्षेत्रों में लंबे समय तक बैठकर काम करते हैं, इस समस्या से ज्यादा प्रभावित हो रहे हैं।

Lucknow News : ऑफिस में लंबे समय तक काम करने वाले युवाओं में बार-बार पेशाब जाने (फ्रीक्वेंट यूरिनेशन) की समस्या तेजी से बढ़ रही है। खासतौर पर वे युवा पेशेवर, जो आईटी, बैंकिंग, शिक्षण और अन्य क्षेत्रों में लंबे समय तक बैठकर काम करते हैं, इस समस्या से ज्यादा प्रभावित हो रहे हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि तनाव, वर्क प्रेशर और बदलती जीवनशैली इस समस्या को और गंभीर बना रहे हैं।

ऐसे मरीजों में ओवर एक्टिव ब्लैडर की शिकायत
किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी के यूरोलॉजी विभाग के प्रमुख प्रो. विश्वजीत सिंह ने बताया कि विभाग की ओपीडी में रोजाना करीब बीस प्रतिशत मरीज ओवर एक्टिव ब्लैडर की शिकायत लेकर आते हैं। उनका कहना है कि समय रहते इस समस्या का समाधान नहीं करने पर यह अन्य शारीरिक बीमारियों का कारण बन सकती है।



क्या है ओवर एक्टिव ब्लैडर
ओवर एक्टिव ब्लैडर एक ऐसी स्थिति है जिसमें पेशाब जाने की बारंबारता काफी बढ़ जाती है। ऑफिस में काम करते समय बार-बार वॉशरूम जाना पड़ता है, जिससे न सिर्फ काम प्रभावित होता है बल्कि व्यक्ति के मानसिक स्वास्थ्य पर भी असर पड़ता है।

तनाव और बदलती जीवनशैली बनी वजह-
तनाव और वर्क प्रेशर- ऑफिस और घर के काम का दबाव युवाओं में मानसिक और शारीरिक प्रभाव डाल रहा है।
खराब आदतें- देर रात तक जागना, स्मोकिंग और अल्कोहल का सेवन भी इसकी प्रमुख वजह है।
शारीरिक गतिविधियों की कमी- लंबे समय तक एक जगह बैठकर काम करने और शारीरिक व्यायाम न करने से यह समस्या बढ़ रही है।

इलाज के लिए विशेषज्ञ से संपर्क जरूरी
प्रो. सिंह का कहना है कि इस समस्या को नजरअंदाज न करें। बेहतर इलाज के लिए किसी यूरोलॉजिस्ट से परामर्श लें। हल्की दवाओं और जीवनशैली में सुधार से मरीजों को राहत मिल सकती है।

काउंसलिंग है कारगर उपाय
कई मामलों में व्यक्तिगत काउंसलिंग भी काफी फायदेमंद साबित होती है। डॉक्टर से समस्या साझा करने में झिझक न करें, क्योंकि इसका सही समय पर इलाज संभव है। बार-बार पेशाब जाने की समस्या आम होती जा रही है, लेकिन इसे सामान्य मानकर नजरअंदाज करना खतरनाक हो सकता है। समय पर इलाज और जीवनशैली में बदलाव से इस समस्या से बचा जा सकता है।

विशेषज्ञों की सलाह
नियमित रूप से व्यायाम करें।
तनाव को कम करने के उपाय अपनाएं।
पर्याप्त नींद लें और अनहेल्दी आदतों से बचें।

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