Baghpat News : रटौल आम को जीआई टैग मिलने से बागपत की बनी एक नई पहचान, 6 को रटौल में आम महोत्सव

UPT | रटौल आम को मिला जीआई टैग।

Jul 05, 2024 02:32

रटौल के कृषक आफाक फरीदी ने वर्ष 1917 में अपने आम के बाग में एक विशेष प्रकार का आम का पौधा देखा जिसका फल बहुत सुन्दर एवं गाजर जैसी सुगन्ध होने के कारण इन्होंने इसको अपने गांव के नाम से रटौल नाम दे दिया।

Short Highlights
  • आम महोत्सव में जुटेंगे आम बागान के मालिक 
  • आम महोत्सव में हर वैरायटी का आम
  • रटौल का आम रखता है अपनी नई पहचान 
Baghpat News : राष्ट्र व प्रदेश स्तर में जनपद बागपत के खेकड़ा तहसील क्षेत्र के नगर पंचायत रटौल का आम अपनी एक नई पहचान रखता है। रटौल के नाम से रटौल आम प्रजाति जानी जाती है। राज्य स्तर पर आम महोत्सव का आयोजन प्रतिवर्ष लखनऊ में किया जाता है। जिसका प्रदेश के मुख्यमंत्री द्वारा अवलोकन किया जाता है। 

रटौल में आम महोत्सव का आयोजन 
इस वर्ष जनपद बागपत में जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह के निर्देशन में जनपद बागपत के तहसील खेकड़ा क्षेत्र के नगर पंचायत रटौल में आम महोत्सव का आयोजन किया जाएगा। रटौल में आम महोत्वस का आयोजन 6 जुलाई 2024 को अपराह्न 2:00 बजे से किया जाएगा। जिला उद्यान अधिकारी दिनेश कुमार अरुण ने बताया कि जनपद स्तरीय आम महोत्सव में जनपद के समस्त अधिकारी भाग लेंगे। 

आम की प्रजातियों में रटौल प्रजाति मुख्य स्थान रखती है
इसके अलावा आम के बागों के मालिक भी आम महोत्सव में शामिल होंगे। उन्होंने बताया कि भारत वर्ष में पायी जाने वाली आम की प्रजातियों में रटौल प्रजाति मुख्य स्थान रखती है। जो उत्तर भारत के बागपत जनपद के खेकड़ा तहसील क्षेत्र के रटौल नगर पंचायत में पैदा की जाती हैं। 

रटौल आम लगभग 150 से 200 ग्राम औसत का 
रटौल के कृषक आफाक फरीदी ने वर्ष 1917 में अपने आम के बाग में एक विशेष प्रकार का आम का पौधा देखा जिसका फल बहुत सुन्दर एवं गाजर जैसी सुगन्ध होने के कारण इन्होंने इसको अपने गांव के नाम से रटौल नाम दे दिया। इसका एक अलग बाग तैयार किया। रटौल आम लगभग 150 से 200 ग्राम औसत में मध्यम आकार का रेशे रहित उत्कृष्ट नारंगी रंग का बहुत मीठा और बेहद ही स्वादिष्ट फल है। जिसके कारण लोग रटौल को खाना पसन्द करते है।

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