जाल में फंसे आरोपी : जिला अस्पताल के इमरजेंसी स्टाफ पर फर्जी मेडिको लीगल बनाने का आरोप, ऐसे हुआ खुलासा...

UPT | बुलन्दशहर जिला अस्पताल

Feb 05, 2024 14:58

नगर निवासी युवक शुभम शर्मा ने बताया कि जिला अस्पताल की इमरजेंसी में तैनात एक ईएमओ (इमरजेंसी मेडिकल ऑफिसर) और एक फार्मासिस्ट बिना पुलिसकर्मी और मजलूम चिट्टी के रुपये लेकर फर्जी मेडिको लीगल बनाने का काम कर रहे हैं...

Short Highlights
  • नगर निवासी एक युवक ने खोली पोल, मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री से कार्रवाई की मांग
  • एक माह पहले युवक ने इमरजेंसी में जाकर बनवाया फर्जी मेडिको लीगल
  • पिछले दिनों सोशल मीडिया पर इमरजेंसी की वीडियो हुई थी वायरल
Bulandshahr News : नगर निवासी एक युवक ने जिला अस्पताल की इमरजेंसी स्टाफ पर रुपये लेकर फर्जी मेडिको लीगल बनाने का आरोप लगाया है। साथ ही चिकित्सक और फार्मासिस्ट से बातचीत की ऑडियो और वीडियो मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री को भेजकर कार्रवाई की मांग की है। पिछले दिनों सोशल मीडिया पर इसको लेकर तीन वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुए। हालांकि, यह वीडियो कुछ दिन पहले का बताया जा रहा है।

क्या है पूरा मामला
नगर निवासी युवक शुभम शर्मा ने बताया कि जिला अस्पताल की इमरजेंसी में तैनात एक ईएमओ (इमरजेंसी मेडिकल ऑफिसर) और एक फार्मासिस्ट बिना पुलिसकर्मी और मजलूम चिट्टी के रुपये लेकर फर्जी मेडिको लीगल बनाने का काम कर रहे हैं। उनके इस काम से न जाने कितने परिवार के लोगों को झूठे अभियोग में फंसाया जा चुका है। चार नवंबर को इनके द्वारा मेरी पत्नी ने भी परिजनों के सहयोग से फर्जी मेडिकल बनवा लिया। जिसके बाद कोतवाली नगर में मुकदमा दर्ज हो गया। एक माह तक ईएमओ और फार्मासिस्ट की अपने स्तर से छानबीन की तो पता चला कि ये काफी समय से ऐसा करते आ रहे हैं। साक्ष्य के लिए छह दिसंबर को इन दोनों की ड्यूटी के समय अविवाहित युवती को शादी शुदा बता इनसे मेडिकोलीगल बनाने की मांग की। तो दोनों तैयार हो गए और रुपये लेकर फर्जी मेडिकल बना दिया। जिसकी ऑडियो और वीडियो साक्ष्य के तौर पर मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री समेत अन्य अफसरों को भेजकर कार्रवाई की मांग की है। साथ ही संबंधित ईएमओ और फार्मासिस्ट पर कानूनी कार्रवाई की मांग की है। जिससे किसी अन्य का फर्जी मेडिकोलीगल न बनाया जा सके।

वीडियो वायरल के बाद से दोनों के फोन स्वीच ऑफ
तीन दिन पहले सोशल मीडिया पर वायरल हुई वीडियो के बाद से जिला अस्पताल की इमरजेंसी में तैनात ईएमओ और फार्मासिस्ट अवकाश पर चले गए हैं। साथ ही दोनों के मोबाइल नंबर भी स्वीच ऑफ हैं। ऐसे में दोनों कब तक लौटेंगे यह बात की जानकारी अस्पताल प्रशासन को भी नहीं है।

जांच के बाद होगी कार्रवाई
जिला अस्पताल के सीएमएस डॉ. राजीव प्रसाद ने बताया कि मामला संज्ञान में है। दोनों से वार्ता करेंगे। फिलहाल दोनों अवकाश पर हैं और उनसे संपर्क भी नहीं हुआ है। मामले की जांच कराकर कार्रवाई की जाएगी।

Also Read