बदलता उत्तर प्रदेश : यूपी की इस जेल में बंदी करते हैं जिम, मिलता है घर जैसा खाना

UPT | जिला कारागार बुलंदशहर।

Jan 18, 2025 09:36

जेल परिसर में फसलों के लिए जीवामृत खाद्य और बर्मी कम्पोस्ट खाद जेल के बंदी खुद ही तैयार करते हैं।

Short Highlights
  • जेल के भीतर होती है जैविक खेती
  • जेल पाकशाला में अत्याधुनिक सामान
  • पाकशाला में रखा जाता है स्वच्छता का ध्यान
Bulandshahr News : उत्तर प्रदेश की बुलंदशहर जेल पूरे प्रदेश भर की जेलों में नंबर वन पर है। बुलंदशहर जेल में बंद बंदियों को मिलने वाला भोजन बिल्कुल घर जैसा होता है। जेल में बनने वाले खाने की तारीफ हर बंदी करता है। बुलंदशहर जेल को खाने के मामले में फाइव स्टार रेटिंग मिली हुई है। 

बंदियों को सभी सुविधाएं मिलती हैं
उत्तर प्रदेश की जिला जेल बुलंदशहर में बंद बंदियों को ऐसी सभी सुविधाएं मिलती हैं। जो एक आम व्यक्ति को उसके घर में मिलती है। यूपी की बुलंदशहर जिला जेल में बंदी सुबह उठकर जिम में पसीना निकालते हैं। सुबह जेल के बंदियों को लजीज नाश्ता मिलता है। 
वर्ष 2023 में फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड अथारिटी आफ इंडिया ने बुलंदशहर जिला जेल का निरीक्षण किया था। एफएसएसएआइ ने जिला कारागार परिसर को ईट राइट कैंपस और फाइव स्टार रेटिंग प्रमाण-पत्र दिया है। उसके बाद से बुलंदशहर जिला जेल ने अपनी ये रेटिंग बरकरार की हुई है। 

पाकशाला में स्वच्छता का ध्यान रखा जाता है
जिला जेल की पाकशाला में स्वच्छता का ध्यान रखा जाता है। जिला जेल की पाकशाला में भोजन गुणवत्ता, रखरखाव, स्टोरेज और स्वच्छता की व्यवस्थाओं के आधार पर एफएसएसएआइ ने फाइव स्टार रेटिंग प्रमाण-पत्र जारी किया था। 

हाईटेक है बुलंदशहर की जिला जेल की रसोई 
बुलंदशहर जिला जेल की रसोई हाईटेक है। जेल की पाकशाला में आटा गूथने, रोटी मेकर, आलू और सब्जी काटने की अत्याधुनिक मशीनें लगी हैं। बुलंदशहर जेल की पाकशाला में सफाई व्यवस्था का विशेष ध्यान रखा जाता है। 

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बुलंदशहर जेल परिसर में ही सब्जी की खेती
बुलंदशहर जिला जेल के परिसर में करीब दो एकड़ जमीन में सब्जियों की खेती की जाती है। खेती में जैविक खाद का उपयोग किया जाता है। जिला जेल में सब्जियां की खेती में  टमाटर, भिंडी, मटर, आलू, लौकी, बैंगन, पालक, सरसों, गोभी, गाजर आदि की पैदावार की जाती है। इसमें जैविक खाद का उपयोग किया जाता है।

फसलों के लिए जीवामृत खाद्य और बर्मी कम्पोस्ट खाद
जेल परिसर में फसलों के लिए जीवामृत खाद्य और बर्मी कम्पोस्ट खाद जेल के बंदी खुद ही तैयार करते हैं। बिना रसायन उर्वरक और पेस्टीसाड्स से फसलों को तैयार कर बंदियों के खाने के मीनू में रखा जाता है। गत दिनों एफएसएसएआइ की टीम ने निरीक्षण के दौरान पाकशाला की गुणवत्ता, रखरखाव, स्टोरेज, पाकशाला की हाइजीन व्यवस्थाओं का गहन परीक्षण का खाद्य पदार्थों के सैंपल एकत्र किए थे।

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