बदलता उत्तर प्रदेश : गाजियाबाद के इंदिरापुरम में बनेंगे वेस्ट टू वंडर थीम पार्क

UPT | बैठक करते जीडीए वीसी अतुल वत्स।

Jan 17, 2025 16:07

पूरे एनसीआर में कचरे के पुन: उपयोग और स्थायित्व को प्रोत्साहित करेगा। इसके अलावा रानी अवंतीबाई पार्क में दिव्यांगजनों के लिए विशेष सुविधाएं उपलब्ध की जाएगी।

Short Highlights
  • जीडीए इन पार्कों में कबाड़ को सुंदर आकृति देगा
  • आरएफपी फाइनल कर नगर अवस्थापना समिति को भेजा
  • संस्कृति दर्शन पार्क के लिए हाथी पार्क और अवंतीबाई पार्क को लिया जाएगा
Ghaziabad News : गाजियाबाद विकास प्राधिकरण इंदिरापुरम के तीन पार्कों को वेस्ट टू वंडर थीम पर संस्कृति दर्शन पार्क और ग्रीनवुड पार्क के रूप में विकसित करेगा। इन तीनों पार्क में जीडीए कबाड़ को सुंदर आकृति प्रदान कर लोगों के लिए मनोरंजन पार्क के रूप में विकसित करेगा।

बच्चों के लिए इन पार्कों में टाॅय ट्रेन की व्यवस्था
बच्चों के लिए इन पार्कों में टाॅय ट्रेन की व्यवस्था की जाएगी। जीडीए में बृहस्पतिवार को आरएफपी (रिक्वेस्ट फॉर प्रपोजल) को फाइनल कर दिया इसके बाद इसको निविदा के लिए नगर अवस्थापना समिति के पास इसे भेज दिया गया है। वेस्ट टू वंडर थीम पर संस्कृति दर्शन पार्क के लिए हाथी पार्क और रानी अवंतीबाई पार्क को लिया है। यह 10.3 एकड़ में बना है। ग्रीनवुड पार्क (नींबू पार्क) करीब चार एकड़ में है।



हिंदू पौराणिक कथाओं और प्राचीन भारतीय मंदिरों से प्रेरित मूर्तियां
जीडीए वीसी अतुल वत्स ने जानकारी देते हुए बताया कि संस्कृति दर्शन पार्क में हिंदू पौराणिक कथाओं और प्राचीन भारतीय मंदिरों से प्रेरित मूर्तियां बनाई जाएंगी। इसका उद्देश्य लोगों को भारतीय संस्कृति से जोड़ना और बच्चों में अपनी संस्कृति के प्रति जागरूकता व उत्सुकता लाना होगा। इसके अलावा शैक्षणिक क्षेत्र में रचनात्मक सोच की जरूरत है। पार्क के माध्यम से लोगों की विचार प्रक्रिया को विकसित करने का प्रयास किया जाएगा।

रोमांचक खेल और डायनासोर का स्टेच्यू
इंदिरापुरम के ग्रीनवुड पार्क में रोमांचक खेल के साथ एक डायनासोर का स्टेच्यू लगाया जाएगा। जो ना केवल गाजियाबाद के लोगों के लिए एक प्रमुख आकर्षण होगा। बल्कि पूरे एनसीआर में कचरे के पुन: उपयोग और स्थायित्व को प्रोत्साहित करेगा। इसके अलावा रानी अवंतीबाई पार्क में दिव्यांगजनों के लिए विशेष सुविधाएं उपलब्ध की जाएगी। जिसमें टेक्टाइल पथ, ब्रेल साइनेज, रैंप, हैंडरेल और टेक्स्ट-टू-स्पीच सिस्टम की सुविधा दी जाएगी। इसके अलावा क्यूआर कोड आधारित जानकारी और सेंसर ऑब्जेक्ट्स होंगे।

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