Meerut News : मेरठ औघड़नाथ मंदिर पर कमांडो, ड्रोन-डॉग स्क्वाड और बम निरोधक दस्ते तैनात

UPT | पुलिसकर्मियों को दिशा—निर्देश देते एसएसपी मेरठ डॉक्टर विपिन ताडा।

Jul 31, 2024 13:51

कांवड़ यात्रा के लिए मेरठ को 6 सुपर जोन, 22 जोन और 63 सेक्टर में बांटा गया है। पुलिस-प्रशासन कोशिश में है कि जनता और कांवड़ियों को किसी को परेशानी नहीं होनी चाहिए।

Short Highlights
  • ATS की महिला कमांडो भी तैनात
  • सुरक्षा एजेंसियों ने भी बढ़ाई सतर्कता
  • कांवड़ मार्ग पर सुरक्षा घेरा बढ़ाया 
Meerut News : हरिद्वार से लेकर मेरठ तक अब कांवड़ियों की संख्या में तेजी से वृद्धि हुई है। डाक कांवड़ का जोर काफी है। मेरठ की सीमा सकौती से लेकर गाजियाबाद के बीच इस समय करीब 10 लाख कांवड़ियां है। 

जमीन से लेकर आसमान तक ड्रोन और कमांडो निगरानी
सुरक्षा के लिहाज से मेरठ के औघड़नाथ मंदिर पर कमांडो तैनात किए गए हैं। इसके अलावा ड्रोन-डॉग स्क्वाड और कम निरोधक दस्ते भी तैनात हैं। एनएच 58 पर चप्पे—चप्पे पर फोर्स की तैनाती की गई है। जमीन से लेकर आसमान तक ड्रोन और कमांडो निगरानी कर रहे हैं। डॉग स्क्वाड और बम निरोधक दस्ते के साथ कांवड़ यात्रा पर आलाधिकारी खुद भी निगरानी कर रहे हैं। किसी भी आतंकी घटना से बचने के लिए ATS कमांडो के साथ RAF और PAC को लगाया है। सुरक्षा की दृष्टि से ड्रोन के द्वारा कांवड़ मार्ग पर पैनी नजर रखी जा रही है। कांवड़ मार्ग का सुरक्षा घेरा और बढ़ा दिया है।

कांवडियों की तादाद को देखते हुए
मेरठ में कावड़ियों की तादाद को देखते हुए प्रशासन ने दौराला टोल से लेकर मोदीपुरम और दिल्ली मेरठ एक्सप्रेस वे तक अलग-अलग जगहों पर ड्रोन से निरीक्षण किया है। इसी के साथ डॉग स्क्वाड और बम निरोधक दस्ते से चेकिंग करवाई जा रही है । मेरठ के आलाधिकारी कांवड़ मार्ग पर हर समय स्वयं निरीक्षण कर रहे है। रात में निकलने वाली बड़ी कांवड़ो को पुलिस की गाड़ी अपनी निगरानी में उनके गंतव्य की तरफ बढ़ाती नजर आ रही है। लेकिन इस बार कांवडियों के भेष में पुलिस कर्मी कम दिखाई दे रहे हैं। 

मेरठ डीएम और एसएसपी ने संभाली सुरक्षा व्यवस्था
कांवड़ यात्रा को सफलता पूर्वक संपन्न करने के लिए सुरक्षा का अभेद घेरा बनाते हुए 200 कदम पर स्थानीय पुलिस और यातायात पुलिस जवान तैनात हैं। मेरठ DM और SSP भी खुद ही सुरक्षा व्यवस्था को संभाल रहे हैं। कांवड़ यात्रा के लिए मेरठ को 6 सुपर जोन, 22 जोन और 63 सेक्टर में बांटा गया है। पुलिस-प्रशासन कोशिश में है कि जनता और कांवड़ियों को किसी को परेशानी नहीं होनी चाहिए। जगह-जगह चिकित्सा कैम्प और खाने पीने और आराम करने के लिए शिविर लगे हैं।

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