IAS अफसर की प्रॉपर्टी पर दावेदारी का अनोखा मामला : तीन महिलाओं ने बताया खुद को पत्नी, सबके पास मैरिज सर्टिफिकेट, नोएडा अथॉरिटी की जांच जारी

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Dec 25, 2024 13:30

उत्तर प्रदेश के रिटायर्ड IAS अधिकारी हरी शंकर मिश्रा की मौत के बाद उनकी 50 करोड़ से अधिक की संपत्ति पर विवाद खड़ा हो गया है।

Noida News : उत्तर प्रदेश के रिटायर्ड IAS अधिकारी हरी शंकर मिश्रा की मौत के बाद उनकी 50 करोड़ से अधिक की संपत्ति पर विवाद खड़ा हो गया है। उनकी मृत्यु के बाद तीन महिलाओं ने खुद को उनकी पत्नी बताते हुए प्रॉपर्टी पर अधिकार जताया है। इस विवाद के चलते नोएडा अथॉरिटी ने उनकी संपत्तियों के ट्रांसफर पर रोक लगा दी है।

पहली महिला का दावा
हरी शंकर मिश्रा की मौत के कुछ दिनों बाद 30 वर्षीय शीबा शिखा नोएडा प्राधिकरण पहुंचीं। उन्होंने अपनी शादी का प्रमाण पत्र और मृत्यु प्रमाण पत्र जमा कराते हुए खुद को उनकी पत्नी बताया। शीबा ने दावा किया कि उनकी शादी 3 जुलाई, 2024 को हुई थी, जो हरी शंकर की मौत से केवल आठ दिन पहले की है। इसके आधार पर प्राधिकरण ने सेक्टर-62 स्थित उनकी 10 करोड़ रुपये की संपत्ति शीबा के नाम ट्रांसफर कर दी।

दूसरी महिला का दावा
शीबा के दावे के 24 घंटे बाद 45 वर्षीय अनीता मिश्रा प्राधिकरण पहुंचीं। उन्होंने दावा किया कि उनकी शादी 27 साल पहले हरी शंकर से हुई थी और उनके दो बच्चे हैं। अनीता ने शादी के दस्तावेज, बच्चों के आधार कार्ड और जन्म प्रमाण पत्र प्रस्तुत किए। इस पर प्राधिकरण ने शीबा के नाम किए गए प्रॉपर्टी ट्रांसफर को निरस्त कर दिया और संपत्तियों के सभी ट्रांसफर पर रोक लगा दी।

तीसरी महिला का दावा
मामला यहीं नहीं थमा। कुछ दिनों बाद एक युवती प्राधिकरण पहुंची और दावा किया कि वह हरी शंकर मिश्रा की बेटी है। उसने कहा कि हरी शंकर की असली पत्नी कुशीनगर में रहती हैं और बीमार होने के कारण प्राधिकरण नहीं आ सकीं। युवती ने भी शादी का प्रमाण पत्र और मृत्यु प्रमाण पत्र जमा कर प्रॉपर्टी पर दावा किया।



कुल संपत्ति का विवरण
हरी शंकर मिश्रा के पास नोएडा, लखनऊ, और कुशीनगर में कुल 11 संपत्तियां हैं। इनकी कुल कीमत लगभग 50 करोड़ रुपये बताई जा रही है।

प्राधिकरण का बयान
नोएडा अथॉरिटी की ACEO वंदना त्रिपाठी ने बताया कि तीनों महिलाओं द्वारा जमा किए गए दस्तावेजों की जांच चल रही है। उन्होंने कहा कि अब कोर्ट से उत्तराधिकारी प्रमाण पत्र लाने के बाद ही किसी संपत्ति का ट्रांसफर किया जाएगा। जांच प्रक्रिया 10 दिनों में पूरी होने की उम्मीद है।

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