पेरिस पैरालंपिक 2024 : नोएडा के प्रवीण कुमार ने ऊंची कूद में स्वर्ण पदक जीतकर रचा इतिहास

UPT | प्रवीण कुमार

Sep 06, 2024 17:43

नोएडा के प्रवीण कुमार ने पेरिस पैरालंपिक 2024 में ऐतिहासिक प्रदर्शन करते हुए पुरुषों की ऊंची कूद T64 स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता।

Noida News : नोएडा के प्रवीण कुमार ने पेरिस पैरालंपिक 2024 में ऐतिहासिक प्रदर्शन करते हुए पुरुषों की ऊंची कूद T64 स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता। उन्होंने 2.08 मीटर की ऊंचाई लांघकर एशियाई रिकॉर्ड तोड़ते हुए यह गौरव हासिल किया। प्रवीण ने अपने करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर देश का नाम रोशन किया है। इससे पहले टोक्यो पैरालंपिक में रजत पदक जीतने वाले प्रवीण अब उन चुनिंदा एथलीटों में शामिल हो गए हैं जिन्होंने दो अलग-अलग पैरालंपिक खेलों में पदक जीते हैं। 

वादा निभाकर लाए स्वर्ण
पेरिस रवाना होने से पहले प्रवीण ने देश के लिए स्वर्ण पदक जीतने का वादा किया था, जिसे उन्होंने अब पूरी तरह से निभा दिया है। उनके इस असाधारण प्रदर्शन से न केवल उनके परिवार और समर्थक बल्कि पूरे देश में खुशी की लहर दौड़ गई है। प्रवीण की इस उपलब्धि ने उन्हें पैरालंपिक इतिहास में अमर कर दिया है। 

संघर्ष और सफलता की कहानी
जेवर विधानसभा क्षेत्र के छोटे से गांव गोविंदगढ़ में जन्मे प्रवीण कुमार की सफलता की कहानी संघर्ष से भरी हुई है। जन्म से ही उनका एक पैर दूसरे पैर से छोटा था, जिसके कारण बचपन में उन्हें अक्सर बच्चों के ताने और चिढ़ाने का सामना करना पड़ा। खुद को साबित करने और अपनी शारीरिक अक्षमता को मात देने के लिए प्रवीण ने खेल को अपना रास्ता चुना। पहले वॉलीबॉल खेलकर उन्होंने खेल जगत में कदम रखा, लेकिन उनका असली टैलेंट तब उभरकर सामने आया जब उन्होंने ऊंची कूद स्पर्धा में हिस्सा लिया और असाधारण प्रदर्शन किया। 



कोच सतपाल सिंह की अहम भूमिका
प्रवीण कुमार की इस अद्वितीय सफलता के पीछे उनके कोच डॉ. सतपाल सिंह का भी बड़ा योगदान है। सतपाल सिंह ने प्रवीण की प्रतिभा को पहचाना और उन्हें ऊंची कूद के लिए प्रशिक्षित किया। प्रवीण ने 2022 में एशियाई पैरा खेलों में स्वर्ण पदक जीतकर अपनी काबिलियत साबित की और इसके बाद विश्व पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीतते हुए पेरिस पैरालंपिक 2024 के लिए क्वालीफाई किया। 

भारतीय दल का ऐतिहासिक प्रदर्शन
प्रवीण कुमार की इस स्वर्णिम सफलता के साथ ही भारत ने पेरिस पैरालंपिक 2024 में अपने पदकों की संख्या 26 कर ली है। भारतीय दल ने इस प्रतियोगिता में 25 पदक जीतने का लक्ष्य रखा था, जिसे खिलाड़ियों ने उम्मीदों से कहीं अधिक पार कर दिखाया। पेरिस पैरालंपिक में भारतीय दल का यह प्रदर्शन अब तक का सबसे बेहतरीन रहा है, और प्रवीण कुमार ने अपने स्वर्ण पदक से इसमें महत्वपूर्ण योगदान दिया है। प्रवीण कुमार की यह सफलता उन सभी लोगों के लिए प्रेरणा है जो किसी न किसी शारीरिक चुनौती का सामना कर रहे हैं। उनका यह सफर बताता है कि कड़ी मेहनत और समर्पण के बल पर हर चुनौती को पार किया जा सकता है।

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