Ghaziabad News : बच्चों की पढ़ाई के लिए लिया बैंक से लोन, भरी जीरो आईटीआर, राशन कार्ड हुआ निरस्त

UPT | गाजियाबाद में करीब 13 हजार राशन कार्ड धारकों के राशन कार्ड निरस्त

Sep 22, 2024 08:35

आयकरदाताओं की जो सूची मिली थी उसके आधार पर सभी का सत्यापन कराया है। इसमें बड़ी संख्या में अपात्र मिले हैं। सत्यापन में जो पात्र हैं, उनसे शपथ पत्र लिया गया है।

Short Highlights
  • जिले में 13 हजार धारकों के राशन कार्ड निरस्त हुए
  • आयकर दाता नहीं का शपथ पत्र दे रहे राशनकार्ड धारक
  • बच्चों की पढ़ाई के लिए लोन लिया, जिसके लिए रिटर्न भरना जरूरी
Ghaziabad News : गाजियाबाद में करीब 13 हजार राशन कार्ड धारकों के राशन कार्ड निरस्त कर दिए गए हैं। माना जा रहा है कि ये लोग आयकर की श्रेणी में आ गए हैं और अब इनको राशनकार्ड की जरूरत नहीं है। वहीं इन सभी का कहना है कि वह आयकरदाता नहींं हैं उन्होंने बच्चे की पढाई, मकान या मोबाइल खरीदने के लिए लोन लिया था। जिसके कारण रिटर्न भरना जरूरी था। उनकी आय तीन लाख से कम है इसलिए उनके राशनकार्ड निरस्त ना किए जाएं। कुछ लोगों का कहना है कि उन्होंने कभी रिटर्न फाइल नहीं कि उनका नाम सूची में कैसे आया इसकी जानकारी नहीं। आयकर की श्रेणी में आने के बाद राशनकार्ड धारक शपथपत्र दे रहे हैं। 

जिलों के 26930 राशनकार्डधारकों की सूची भेजी 
शासन से सभी जिलों के 26930 राशनकार्डधारकों की सूची भेजी थी जो आयकरदाता हैं। इस सूची के आधार पर विभाग की तरफ से जांच कराई जा रही है। अभी तक की जांच में 16 हजार से अधिक राशनकार्ड धारक इसके पात्र नहीं पाए गए हैं। इनमें से 13 हजार कार्डधारकों के कार्ड निरस्त किए जा चुके हैं। बाकी के राशन कार्ड निरस्त करने की प्रक्रिया चल रही है। जांच में महज एक हजार राशनकार्ड धारक पात्र मिले हैं।

जिले में राशन कार्ड धारकों की स्थिति 
कुल आयकर दाता - 26930
कुल मिले अपात्र - 16271
जिनके कार्ड निरस्त हुए - 13000
कुल मिले पात्र - 1036

राशन कार्ड धारक के मानक
राशन कार्ड धारक के लिए शासन से शर्तें निर्धारित है। इसके लिए ग्रामीण क्षेत्रों में परिवार की सालाना आय दो लाख और शहरी क्षेत्रों में तीन लाख से अधिक नहीं होनी चाहिए। ज्यादा आय होने पर राशन कार्ड निरस्त हो जाएगा। प्रत्येक जिले में राशन कार्ड की संख्या निर्धारित है। ऐसे में जिन परिवारों की आय इस निर्धारित मानक से ज्यादा होती है, उनके राशन कार्ड निरस्त करके गरीबी की रेखा वाले जरूरतमंदों को दे दिए जाते हैं।

खुद अपने राशन कार्ड निरस्त कराने के लिए जमा करा रहे हैं
जिला आपूर्ति अधिकारी अमित तिवारी ने बताया कि आयकरदाताओं की जो सूची मिली थी उसके आधार पर सभी का सत्यापन कराया है। इसमें बड़ी संख्या में अपात्र मिले हैं। सत्यापन में जो पात्र हैं, उनसे शपथ पत्र लिया गया है। उनके राशन कार्ड बहाल रहेंगे। इसके अलावा अपात्र होने की दशा में कुछ लोग खुद अपने राशन कार्ड निरस्त कराने के लिए जमा करा रहे हैं। जिन लोगों के कार्ड निरस्त होंगे, उनकी जगह जरूरतमंदों के राशनकार्ड बनाए जाएंगे।
 

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