बदलता उत्तर प्रदेश : बिना हेलमेट तथा ट्रैफिक सिग्नल तोड़ने वाले हो जाएं सावधान! निगम 41 चौराहों पर लगाएगा कैमरे

UPT | आईटीएमएस सिस्टम से लैस होंगे गाजियाबाद के प्रमुख चौराहे

Jan 08, 2025 08:55

बिना हेलमेट तथा रेड लाइट तोड़ने वालों पर तत्काल कार्यवाही होगी और  चालान कटेगा। इसी के साथ-साथ नंबर प्लेट को भी ऑटोमेटिक स्कैन करते हुए कार्यवाही अमल में लाई जाएगी।

Short Highlights
  • निगम ने की आईटीएमएस की निविदा प्रक्रिया पूर्ण
  • इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम का कार्य 1 फरवरी से प्रारंभ
  • नियमों का उल्लंघन करने वालों का कटेगा ऑटोमेटिक चालान
Ghaziabad News : गाजियाबाद नगर निगम द्वारा सेफ सिटी योजना अंतर्गत इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम की निविदा प्रक्रिया भी पूर्ण कर ली गई है। जिसका कार्य लगभग फरवरी माह के पहले सप्ताह में पूर्ण होगा। जिसका  शहर वासियों को लाभ प्राप्त होगा। बे लगाम दौड़ने वालों तथा ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने वालों पर अंकुश भी लगेगा। जिसके लिए शहर में 41 चौराहों पर ऑटोमेटिक चालान काटने वाले उपकरण तथा कैमरे लगाए जाएंगे।

वर्क आर्डर भी जारी हो चुका
नगर आयुक्त द्वारा बताया गया इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम का टेंडर हो चुका है। इफकान इंडिया प्राइवेट लिमिटेड का टेंडर हुआ है। वर्क आर्डर भी जारी हो चुका है। लगभग 53 करोड़ की लागत से इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम का कार्य होगा जिसमें 41 चौराहों पर लगी हुई रेड लाइट पर कैमरे लगाए जाएंगे।1 फरवरी 2025 से कार्य प्रारंभ किया जाएगा, (RLVD) Red Light violation detection तथा (ANPR) Automatic Number Plate Recognition की प्रक्रिया ऑटोमेटिक होगी।

कार्य तेजी से पूरा करने के निर्देश
नगर आयुक्त द्वारा कार्य तेजी से पूरा करने के निर्देश दिए हैं। सेफ सिटी योजना के अंतर्गत  कार्यों को गति देने के लिए अधिकारी मॉनिटरिंग बनाए रखें निर्देशित किया गया है। इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम के अंतर्गत चौराहा के कैमरे को इंटीग्रेटेड कंट्रोल एंड कमांड सेंटर से जोड़ा जाएगा।

बिना हेलमेट तथा रेड लाइट तोड़ने वालों पर तत्काल कार्यवाही
जिसके माध्यम से बिना हेलमेट तथा रेड लाइट तोड़ने वालों पर तत्काल कार्यवाही होगी और  चालान कटेगा। इसी के साथ-साथ नंबर प्लेट को भी ऑटोमेटिक स्कैन करते हुए कार्यवाही अमल में लाई जाएगी। ट्रैफिक मैनेजमेंट और अधिक सुदृढ़ होगा जिसकी मॉनिटरिंग हेतु सिस्टम को कंट्रोल एंड कमांड सेंटर से जोड़ने का कार्य भी संबंधित फर्म के द्वारा किया जाएगा। लगभग 8 महीने में कार्य पूर्ण होगा कार्य को रफ्तार देने के लिए नगर आयुक्त द्वारा विशेष निर्देश दिए जा रहे हैं।

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