Meerut News : बेबस बाप की गुहार ना सांसद ने सुनी, ना सुनी विधायक ने, दुर्लभ बीमारी से नवजात ने तोड़ दिया दम

UPT | दिलशाद और उसका नवजात बेटा

Jan 29, 2024 13:28

दिलशाद के पास अपने एक साल के बेटे को दुर्लभ बीमारी से बचाने के लिए 9 करोड़ रुपये का इंजेक्शन खरीदने के रुपये नहीं थे। बेटे ने इलाज के आभाव में दम तोड़ दिया। दिलशाद ने नवजात बेटे को बीमारी से बचाने के लिए सांसद और विधायकों से भी मदद का आग्रह किया।

Short Highlights
  • दुर्लभ बीमारी स्पाइनल मस्क्यूलर एट्रोफी से ग्रसित था बच्चा
  • बीमारी का इलाज है एक इंजेक्शन जिसकी कीमत 17 करोड़ रुपये
Meerut News : दिलशाद के पास अपने एक साल के बेटे को दुर्लभ बीमारी से बचाने के लिए 9 करोड़ रुपये का इंजेक्शन खरीदने के रुपये नहीं थे। बेटे ने इलाज के आभाव में दम तोड़ दिया। दिलशाद ने नवजात बेटे को बीमारी से बचाने के लिए सांसद और विधायकों से भी मदद का आग्रह किया। लेकिन कहीं से उसको बेटे के इलाज के लिए कोई मदद नहीं मिली। मजबूर दिलशाद अपने नवजात को मौत के मुंह में जाता देखता रहा। 

यह है पूरा मामला 
बता दें कि लिसाडी गेट थाना क्षेत्र के चैडी सड़क किदवाई नगर के रहने वाले दिलशाद ने बताया कि उसके एक साल के बेटे को दुर्लभ बीमारी स्पाइनल मस्क्यूलर एट्रोफी सएमए टाइप 1 थी। इसका दिल्ली में जांच कराने के बाद पता चला। डाक्टरों ने बताया कि इस बीमारी का इलाज एक इंजेक्शन है। जिसकी कीमत करीब 17 करोड़ रुपये है। ये इंजेक्शन 9 करोड़ रुपये में भी मिलता है। इसके बाद दिलशाद ने सरकार से अपने एक साल के बेटे को बचाने के लिए मदद की गुहार लगाई थी। लेकिन कहीं से कोई मदद नहीं मिली। बीमार बच्चे का इलाज दिल्ली एम्स में चल रहा था। जहां पर रविवार को बच्चे की मौत हो गई। देर रात बच्चे को कब्रिस्तान में दफना दिया गया।

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