मेरठ की प्रीति पाल ने इतिहास रचा : एक पैरालंपिक में दो पदक जीतने वाली पहली भारतीय बनीं, दोनों बार कांस्य पदक, पीएम मोदी ने दी बधाई

UPT | प्रीति पाल।

Sep 02, 2024 00:23

मेरठ की प्रीति पाल ने पेरिस पैरालंपिक गेम्स में इतिहास रचा दिया। उन्होंने 200 मीटर T-35 स्पर्धा में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए कांस्य पदक जीता।

Meerut News : मेरठ की प्रीति पाल ने पेरिस पैरालंपिक गेम्स में इतिहास रचा दिया। उन्होंने 200 मीटर T-35 स्पर्धा में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए कांस्य पदक जीता। वह ट्रैक स्पर्धा में दो पदक जीतने वाली भारत की पहली महिला एथलीट बनीं। प्रीति ने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए 30.01 सेकंड का समय निकालकर कांस्य जीता। ट्रैक स्पर्धाओं में दो पदक जीतने का कारनामा कोई भारतीय महिला ग्रीष्म ओलंपिक में भी अभी तक नहीं कर सकी है।प्रीति का पेरिसपेरिस पैरालंपिक गेम्स में दूसरा पैरा एथलेटिक्स पदक है। T-35 में वो खिलाड़ी हिस्सा लेते हैं जिनमें हाइपरटोनिया, अटैक्सिया और एथेटोसिस जैसी समन्वय संबंधी विकार होते हैं।

पीएम मोदी ने दी बधाई
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी प्रीति पाल को उनकी इस उपलब्धि पर बधाई दी है। उन्होंने सोशल मीडिए 'एक्स' पर लिखा कि प्रीति पाल ने पेरिस पैरालंपिक गेम्स में महिलाओं की 200 मीटर टी-35 स्पर्धा में कांस्य पदक जीतकर एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है! वह भारत के लोगों के लिए एक प्रेरणा हैं। उनकी समर्पण वाकई अद्भुत है! उन्होंने आगे लिखा कि प्रीति पाल की इस उपलब्धि पर हमें गर्व है और वह हमारे देश के लिए एक रोल मॉडल हैं! उनकी मेहनत और दृढ़ संकल्प ने उन्हें इस मुकाम तक पहुंचाया है और हमें उम्मीद है कि वह आगे भी ऐसी ही उपलब्धियां हासिल करती रहेंगी!
शुक्रवार को जीता था पहला पदक
शुक्रवार को प्रीति ने पैरालंपिक ट्रैक स्पर्धा में भारत के लिए पहला एथलेटिक्स पदक जीता था। उन्होंने महिलाओं की टी-35 100 मीटर प्रतियोगिता में 14.21 सेकंड के व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ समय के साथ कांस्य पदक जीता था। पैरालंपिक के 1984 चरण के बाद से भारत ने जो भी एथलेटिक्स पदक जीते थे वो सभी फील्ड स्पर्धा से आए थे। भारत के पेरिस पैरालंपिक में यह छठा मेडल है। भारत की ओर से पेरिस पैरालंपिक में 84 सदस्यीय दल हिस्सा ले रही है। यह पैरालंपिक के इतिहास में भारत का अब तक का सबसे बड़ा दल है।

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