सोनभद्र न्यूज : धूमधाम से मना हिन्दू नववर्ष, कहीं हनुमान चालीसा का पाठ तो कहीं बनाई रंगोली 

UPT | हिन्दू नववर्ष मनाते हुए

Apr 09, 2024 16:59

सोनभद्र नगर में मंगलवार को हिन्दू नववर्ष बड़ी धूमधाम से मनाया गया। इस दौरान शहर की विभिन्न जगहों पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया...

Sonbhadra News (Gyan Prakash Chaturvedi) : सोनभद्र नगर में मंगलवार को हिन्दू नववर्ष बड़ी धूमधाम से मनाया गया। इस दौरान शहर की विभिन्न जगहों पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसके अलावा कहीं हनुमान चालीसा का पाठ कराया गया तो कहीं पर बच्चों द्वारा नववर्ष मनाते हुए रंगोली बनाई गई। 

भारतीय नव वर्ष के अवसर श्री हनुमान चालीसा का पाठ 
सोनभद्र शहर के मध्य स्थित विजयगढ़ पेट्रोल पंप के सामने श्रीराम जानकी मंदिर के प्रांगण में मंगलवार को चैत्र नवरात्रि और चैत्र शुक्ल पतिपदा भारतीय नव वर्ष के अवसर पर श्रीराम दरबार अखाड़ा समिति द्वारा श्री हनुमान चालीसा का पाठ किया गया। जिसमें अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष डॉ धर्मवीर तिवारी ने एक दूसरे को नववर्ष बधाई देते हुए कहा कि आज का दिन बहुत ही खास है। आज हम चैत्र शुक्ल प्रतिपदा भारतीय नव वर्ष मना रहे हैं। यह हमारा विक्रम संवत के साथ ही मौसम ऋतुओं और प्रकृति में परिवर्तन होना शुरू हो जाता है। साथ ही नवमी के दिन भगवान राम का जन्म उत्सव मनाया जाता है। बताया कि रामनवमी के अवसर पर राम दरबार अखाड़ा समिति भव्य शोभायात्रा निकलेगी। इस दौरान अखाड़ा परिषद के महामंत्री प्रमोद गुप्ता ने बताया कि चैत्र शुक्ल प्रतिपदा भारतीय नव वर्ष के अवसर पर श्री राम जानकी मंदिर पर श्री हनुमान चालीसा का पाठ संपन्न किया गया। 

बच्चों ने रगोली बना कर मनाया हिंदू नव वर्ष 
प्रकाश जीनियस पब्लिक इंग्लिश स्कूल में हिंदू धर्म के नव वर्ष (चैत्र नवरात्र) के प्रथम दिन विद्यालय में मां दुर्गा के प्रथम स्वरूप शैलपुत्री की पूजा की गई। बच्चों द्वारा भारत माता की रंगोली से चित्र बनाया गया। विद्यालय के प्रबंधक राजेंद्र प्रसाद जैन ने बच्चों को बताया की देवी के प्रथम स्वरूप का आशीर्वाद पाने के लिए सभी लोग पूजा अर्चना करें । साथ ही आरती जरूर करें । उन्होंने शैलपुत्री की पूजा करके बच्चों के लिए रोजगार और अच्छे स्वास्थ्य की कामना की। विद्यालय के मुख्य कार्यकारी अधिकारी संतोष कुमार पांडे ने हिंदू पर्व के प्रथम दिन के महत्व को विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि मां दुर्गा ने पार्वती के रूप में हिमालय के घर मे जन्म लिया था । हिमालय को शैल कहा जाता है इसी कारण इनका नाम शैलपुत्री पड़ा। इस अवसर पर विद्यालय के प्रधानाचार्य एवं समस्त शिक्षक -शिक्षिका के द्वारा मां शैलपुत्री की अर्चना-पूजा की गई। 

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