रॉबर्ट्सगंज ब्लाक के तियरा से वृद्धाश्रम आयी बुजुर्ग महिला जिरवा देवी ने बताया कि हमारे दो बेटे है, एक बेटा अमीन है तो दूसरा बेटा सरकारी स्कूल में अध्यापक है। दोनों की तैनाती सोनभद्र जिले...
May 12, 2024 20:10
रॉबर्ट्सगंज ब्लाक के तियरा से वृद्धाश्रम आयी बुजुर्ग महिला जिरवा देवी ने बताया कि हमारे दो बेटे है, एक बेटा अमीन है तो दूसरा बेटा सरकारी स्कूल में अध्यापक है। दोनों की तैनाती सोनभद्र जिले...
Sonbhadra News : एक मां और पिता अपने बच्चों के लिए दिन-रात मेहनत करते हैं। उन्हें सफल इंसान बनाने के हमेशा सपने भी देखते रहते हैं, इसके बदले उसे बस इतना ही चाहिए कि उसके बच्चे उसके किये गए त्याग का सम्मान करें, औऱ अपने पैरों पर खड़े होने के बाद उसका ध्यान भी रखे। सोनभद्र की रहने वाले एक मां और पिता ने भी अपने बच्चों को खूब पढ़ाया लिखाया। दोनों बेटे सफल भी हुए, लेकिन आज ये बुजुर्ग मां अपने बेटों के व्यवहार से परेशान हो गयी। इसके बाद उसे वृद्धाश्रम जाना पड़ा। ये दुखभरी कहानी उस मां की है, जिसका एक बेटा अमीन तो दूसरा बेटा है सरकारी स्कूल में अध्यापक है। इसके बावजूद मां वृद्धाश्रम में रहने के लिए मजबूर है।
सही तरीक ेस बात नहीं करते थे लोग
बड़े उत्साह के साथ मना रहे हैं मदर्स डे
बुजुर्ग महिला का आरोप है कि वो रोज-रोज अपमान सहते हुए परेशान हो गए थे। स्थिति यहां तक हो गई कि उनके बेटे और बहू रोटी देना भी बंद कर दिया। हालात ये हो गए कि पड़ोसियों को दया आई तो वे मुझे वृद्धाश्रम में छोड़ गए। वही जिरवा देवी का कहना है कि जिस मां ने अपने आंचल में पाला और बड़ा किया, उसी बेटे ने यहां लाकर छोड़ दिया है। यह किसी भी मां ने नहीं सोचा होगा। आज मदर्स डे है. लोग बड़े उत्साह के साथ मना रहे हैं। लेकिन रॉबर्ट्सगंज लोढ़ी के इन वृद्धाश्रम की तस्वीरें मदर्स-डे पर उन बेटों के मुंह पर तमाचा है। जिस जननी ने उन्हें जन्म दिया है उसी की लाठी नहीं बन पाए।