बिजनौर स्मार्ट मीटर लगाने का काम शुरू: नगर और देहात क्षेत्रों में लगाए जायेंगे 88 हजार घरों में स्मार्ट मीटर

UPT | बिजनौर स्मार्ट मीटर लगाने का काम शुरू

Nov 24, 2024 15:17

उत्तर प्रदेश के बिजनौर में बिजली चोरी पर अंकुश लगाने और उपभोक्ताओं को बिजली बिल संबंधी समस्याओं से राहत दिलाने के लिए स्मार्ट मीटर लगाए जाएंगे...

Bijnor news: उत्तर प्रदेश के बिजनौर में बिजली चोरी पर अंकुश लगाने और उपभोक्ताओं को बिजली बिल संबंधी समस्याओं से राहत दिलाने के लिए स्मार्ट मीटर लगाए जाएंगे।इस अभियान का औपचारिक शुभारंभ धामपुर नगर क्षेत्र में किया गया है।

स्मार्ट मीटर लगाने की पहल
पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम के सहायक अभियंता तुषार रॉय ने बताया कि स्मार्ट मीटरों के माध्यम से उपभोक्ताओं को उनकी बिजली खपत की सटीक जानकारी दी जाएगी। इससे उपभोक्ता अपने बिजली उपयोग की स्थिति को वास्तविक समय में देख सकेंगे, जिससे वे अपने खर्च को बेहतर तरीके से प्रबंधित कर सकेंगे। इसके साथ ही उपकेंद्रों के फीडर और ट्रांसफार्मरों पर भी स्मार्ट मीटर का उपयोग किया जाएगा। इससे बिजली वितरण प्रणाली की निगरानी और अधिक प्रभावी हो सकेगी। धामपुर नगर से हो चुकी है शुरूआत
अभियंता तुषार रॉय ने आगे बताया कि इस अभियान के तहत नगर और ग्रामीण क्षेत्रों में कुल 88,000 घरों, सरकारी कार्यालयों और दुकानों में स्मार्ट मीटर लगाए जाएंगे। इस परियोजना की शुरुआत धामपुर नगर क्षेत्र से हो चुकी है और अब तक नगर क्षेत्र में 300 से अधिक घरों में स्मार्ट मीटर स्थापित किए जा चुके हैं। निगम ने स्मार्ट मीटर का पर्याप्त स्टॉक उपलब्ध कराया है और नगर क्षेत्र में मीटर लगाने के बाद धीरे-धीरे ग्रामीण क्षेत्रों में भी यह कार्य प्रारंभ किया जाएगा। डिजिटल निगरानी की आवश्यकता
डिजिटल निगरानी प्रणाली के तहत ट्रांसफार्मर और फीडर स्तर पर स्मार्ट मीटरों का उपयोग कर बिजली के प्रवाह और उपयोग की वास्तविक समय की जानकारी प्राप्त की जा सकेगी। इससे बिजली वितरण में सुधार होगा और किसी भी प्रकार की तकनीकी समस्याओं का समय पर समाधान किया जा सकेगा। उपभोक्ताओं की प्रतिक्रियाएं
स्थानीय निवासियों ने इस पहल का स्वागत किया है और उम्मीद जताई है कि स्मार्ट मीटर लगाने से उन्हें न केवल बेहतर सेवाएं मिलेंगी।बल्कि वे अपने बिजली बिल को लेकर परेशानियों से भी निजात पा सकेंगे। कई उपभोक्ताओं का मानना है कि इससे बिजली चोरी की समस्या में कमी आएगी, जो कि लंबे समय से एक गंभीर मुद्दा रहा है।

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