रामपुर के थाना मिलक क्षेत्र में एक हृदयविदारक हादसे ने पूरे इलाके को शोक में डुबो दिया। शनिवार को मेहंदी नगर में घर के बाहर खेलते-खेलते दो मासूम बच्चियां चार साल की पीहू और दो साल की जानवी ट्रेन की पटरी पर पहुंच गईं।
Jan 18, 2025 21:12
रामपुर के थाना मिलक क्षेत्र में एक हृदयविदारक हादसे ने पूरे इलाके को शोक में डुबो दिया। शनिवार को मेहंदी नगर में घर के बाहर खेलते-खेलते दो मासूम बच्चियां चार साल की पीहू और दो साल की जानवी ट्रेन की पटरी पर पहुंच गईं।
Rampur News : रामपुर के थाना मिलक क्षेत्र में एक हृदयविदारक हादसे ने पूरे इलाके को शोक में डुबो दिया। शनिवार को मेहंदी नगर में घर के बाहर खेलते-खेलते दो मासूम बच्चियां चार साल की पीहू और दो साल की जानवी ट्रेन की पटरी पर पहुंच गईं। इसी दौरान अमृतसर जनसाधारण एक्सप्रेस ट्रेन वहां से गुजरी और दोनों बच्चियां उसकी चपेट में आ गईं। दर्दनाक हादसे में दोनों की मौके पर ही मौत हो गई।
यह है पूरी घटना
हादसा खंबा नंबर 1350/17 के पास हुआ। बच्चियां घर के बाहर खेल रही थीं और खेलते-खेलते रेलवे ट्रैक तक पहुंच गईं। ट्रेन की तेज रफ्तार के कारण ड्राइवर उन्हें बचाने में असमर्थ रहा। हादसे की सूचना मिलते ही जीआरपी और स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची।
गेटमैन की तत्परता
गेटमैन ने तुरंत स्टेशन मास्टर को घटना की जानकारी दी। पुलिस और जीआरपी ने घटनास्थल का निरीक्षण किया और जांच शुरू की। इस बीच, गांव में हादसे की खबर फैलते ही भारी भीड़ जुट गई।
परिजनों का दुःख
पीहू और जानवी के पिता देव कुमार ने बताया कि बच्चियां घर के बाहर खेल रही थीं और अचानक पटरी पर चली गईं। उन्होंने कहा, "हमने कभी सोचा भी नहीं था कि ऐसा कुछ होगा। यह हमारे लिए असहनीय दुःख है।" परिवार ने पोस्टमार्टम कराने से इनकार करते हुए जल्द अंतिम संस्कार की इच्छा जताई।
गांव में शोक की लहर
दो मासूम बच्चियों की एक साथ मौत से पूरे गांव में गहरा शोक है। ग्रामीण परिवार के दुःख में साथ खड़े हैं।
रेलवे प्रशासन की अपील
रेलवे प्रशासन ने हादसे पर शोक जताते हुए जनता से ट्रैक के पास सतर्क रहने और बच्चों को ट्रैक से दूर रखने की अपील की।
सुरक्षा पर सवाल
इस घटना ने रेलवे ट्रैक के आसपास की सुरक्षा व्यवस्था और जागरूकता की कमी पर सवाल उठाए हैं। स्थानीय लोग सुरक्षा इंतजाम बढ़ाने और चेतावनी बोर्ड लगाने की मांग कर रहे हैं।
जन जागरूकता की आवश्यकता
यह हादसा एक गंभीर चेतावनी है कि बच्चों को रेलवे ट्रैक के खतरों से अवगत कराना जरूरी है। प्रशासन को इस दिशा में ठोस कदम उठाने चाहिए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं रोकी जा सकें।