46 साल बाद खुले मंदिर की रातभर हुई सफाई : प्रशासन ने लगवाए सीसीटीवी कैमरे, सुबह भक्तों ने की हनुमान आरती

UPT | शिव मंदिर की सफाई के बाद लोगों ने पूजा की

Dec 15, 2024 13:26

जिलाधिकारी (डीएम) और पुलिस अधीक्षक (एसपी) ने मंदिर को फिर से खोला। मंदिर के पास सुरक्षा व्यवस्था के लिए पुलिस बल तैनात किया गया था। मंदिर की साफ-सफाई और रंगाई-पुताई का काम रातभर चलता रहा...

Sambhal News : संभल में शनिवार को एक 46 साल से बंद पड़े भगवान शिव के मंदिर को अचानक खोला गया। बिजली चोरी के खिलाफ चल रही छापेमारी के दौरान जिलाधिकारी (डीएम) और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसपी) को यह मंदिर दिखाई दिया। इसके बाद दोनों ने मंदिर के गेट को खुलवाया। मंदिर के पास सुरक्षा व्यवस्था के लिए पुलिस बल तैनात किया गया था। मंदिर की साफ-सफाई और रंगाई-पुताई का काम रातभर चलता रहा और मंदिर के सामने की एक दीवार को तोड़कर मंदिर का गेट पूरी तरह से खोला गया, ताकि किसी को आने-जाने में कोई परेशानी न हो।

मंदिर की सुरक्षा के लिए लगाए गए सीसीटीवी कैमरे
मंदिर की सुरक्षा के लिए पांच सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं, जिनमें से चार मंदिर के बाहर और एक मंदिर के अंदर लगाए गए हैं। इसके अलावा, सुबह होते ही हनुमान मंदिर में आरती भी की गई, जिसमें बड़ी संख्या में भक्तों ने भाग लिया। भक्तों का कहना है कि अब वे रोज मंदिर में पूजा-पाठ और आरती करेंगे।
पहले भी की गई मंदिर खोलने की मांग
स्थानीय निवासी और हिंदू सभा के संरक्षक, विष्णु शरण रस्तोगी ने बताया कि 1978 में संभल में हुए दंगों के दौरान उनकी दुकान जल गई थी। उस समय सरकार ने केवल 200 रुपये का मुआवजा दिया था। उस समय जनता पार्टी की सरकार थी और राम नरेश यादव मुख्यमंत्री थे। उन्होंने बताया कि शांति समिति की बैठकों में कई बार मंदिर खोलने की मांग की गई, लेकिन समाजवादी पार्टी की सरकार के दौरान किसी अधिकारी ने इस पर ध्यान नहीं दिया।

डीएम ने दिया मंदिर की सुरक्षा का आश्वासन
रस्तोगी ने आगे कहा कि अब मोदी और योगी सरकार के तहत उनकी आवाज को सुना गया है। उन्होंने यह भी बताया कि उन्होंने मंदिर के संबंध में डीएम से कोई शिकायत नहीं की थी, लेकिन अचानक डीएम और एसपी ने मंदिर का ताला खुलवाकर उसे फिर से जनता के लिए खोल दिया। डीएम ने यह भी आश्वासन दिया कि मंदिर की सुरक्षा का पूरा ध्यान रखा जाएगा।



मूल समाज को सौंपा जाएगा मंदिर
दरअसल, मंदिर के खोलने की पूरी घटना शनिवार को हुई, जब संभल के डीएम राजेंद्र पैंसिया बिजली चोरी की शिकायत पर इस इलाके में पहुंचे। उन्होंने बताया कि इलाके में बिजली चोरी की समस्या काफी गंभीर थी और उनकी टीम पहले यहां नहीं आई थी। जब वे शनिवार को यहां पहुंचे, तो उन्होंने मंदिर को देखा और उसे खोलने का निर्णय लिया। डीएम ने यह भी कहा कि यह मंदिर जिस समाज का है, उन्हें यह सौंप दिया जाएगा।

रैंप के नीचे मिला मंदिर
मंदिर के तीन ओर अतिक्रमण किया गया था, जबकि केवल एक तरफ खाली जगह थी। स्थानीय लोगों का कहना है कि यह मंदिर लगभग 400 से 500 साल पुराना है। मंदिर के पास एक कुआं भी था, जिसे पहले एक रैंप से ढक दिया गया था। अतिक्रमण हटाने के बाद, कुएं की असली संरचना का पता चला।

जामा मस्जिद से डेढ़ किलोमीटर दूर है मंदिर
यह शिव मंदिर खग्गू सराय में स्थित है, जो जामा मस्जिद से सिर्फ डेढ़ किलोमीटर दूर है, जहां हाल ही में हुई हिंसा में चार युवकों की मौत हो गई थी। यह इलाका मुस्लिम बहुल है और मंदिर से करीब 200 मीटर की दूरी पर समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान बर्क का घर स्थित है। मंदिर 70 गज में बना है और मुख्य सड़क से लगभग 500 मीटर अंदर गली में स्थित है। मंदिर के गेट से सिर्फ 10 कदम की दूरी पर एक कुआं भी है।

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