इंस्टाग्राम का 'एडल्ट क्लासिफायर' : बच्चों की उम्र की सत्यता की जांच करेगा नया एआई टूल, जानें कैसे करेगा काम

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Dec 06, 2024 15:41

यह टूल बच्चों की उम्र को लेकर दी गई जानकारी की सत्यता का निर्धारण करने में मदद करेगा। कई बार जब युवा यूजर्स इंस्टाग्राम पर साइन अप करते हैं, तो वे अपनी उम्र के बारे में गलत जानकारी प्रदान...

New Delhi News : इंस्टाग्राम ने हाल ही में एक नए और अभिनव एआई-पावर्ड टूल की घोषणा की है। जिसका नाम है 'एडल्ट क्लासिफायर'। यह टूल बच्चों की उम्र को लेकर दी गई जानकारी की सत्यता का निर्धारण करने में मदद करेगा। कई बार जब युवा यूजर्स इंस्टाग्राम पर साइन अप करते हैं, तो वे अपनी उम्र के बारे में गलत जानकारी प्रदान करते हैं। एडल्ट क्लासिफायर का उद्देश्य इसी समस्या को सुलझाना है।

एडल्ट क्लासिफायर का कार्यप्रणाली
मेटा के अनुसार, एडल्ट क्लासिफायर स्वचालित (ऑटोमेटिक) तरीके से यूजर की उम्र का अनुमान लगाएगा और अगर यह समझता है कि यूजर की उम्र 18 वर्ष से कम है, तो उसके अकाउंट को 'मार्क' करेगा। इस स्थिति में, उस यूजर को एक 'टीन अकाउंट' में परिवर्तित किया जाएगा। इसके अलावा यदि एआई को यह लगता है कि कोई किशोर (13 से 17 वर्ष) इस अकाउंट का उपयोग कर रहा है, तो वह उस अकाउंट को 'प्राइवेट' कर देगा और अजनबियों को मैसेज भेजने से रोक देगा।

प्रोफाइल डेटा का विश्लेषण
अकाउंट कब बनाया गया था
अन्य यूजर्स के साथ कंटेंट और इंटरैक्शन कैसे हो रहे हैं

इस डेटा का उपयोग करके एआई यह निर्धारित करेगा कि यूजर वयस्क है या किशोर। इस तरह, इंस्टाग्राम उपयोगकर्ताओं को सुरक्षित रखने के लिए आवश्यक प्राइवेसी सेटिंग्स लागू करेगा।

माता-पिता की अनुमति और अकाउंट सेटिंग्स
मेटा ने पहले ही यह सुनिश्चित किया है कि किशोर यूजर्स इन प्राइवेसी सेटिंग्स को अपने माता-पिता की अनुमति के बिना नहीं बदल सकते। इससे आंतरिक सुरक्षा और उपयोगकर्ताओं के बीच संरक्षण को बढ़ावा मिलेगा।

गलत पहचान का समाधान
इस टूल की संभावित गलत पहचान की स्थिति में यदि एडल्ट क्लासिफायर किसी यूजर के अकाउंट को गलत तरीके से पहचानता है, तो मेटा से इसे हटाने की अपील की जा सकती है। इसके लिए संगत पहचान प्रमाण जैसे सरकारी आईडी या एक सेल्फी अपलोड करनी होगी। 

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