Ganga Expressway : जल्द खुलेगा प्रयागराज को मेरठ से जोड़ने वाला नया एक्सप्रेसवे, 8 घंटे में 601 किलोमीटर का सफर, बस इतना काम बाकी

UPT | Ganga Expressway

Jun 09, 2024 17:58

गंगा एक्सप्रेसवे यूपी सरकार की सबसे महत्वपूर्ण परियोजना है। जिसे अगले साल प्रयागराज में होने वाले महाकुंभ से पहले तैयार कर लिया जाएगा। बता दें कि गंगा एक्सप्रेसवे का निर्माण उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण...

Short Highlights
  • गंगा एक्सप्रेसवे के निर्माण का काम लगभग 55 प्रतिशत तक पूरा हो चुका
  • सीएम योगी ने इस परियोजना को महाकुंभ से पहले पूरा करने का निर्देश दिया है
  • अवनीश कुमार अवस्थी ने जानकारी पोस्ट कर जानकारी दी है

 

Prayagraj News : उत्तर प्रदेश में सबसे बड़े गंगा एक्सप्रेसवे का निर्माण चल रहा है। मेरठ से प्रयागराज तक बन रहे इस एक्सप्रेसवे के निर्माण का काम लगभग 55 प्रतिशत तक पूरा हो चुका है। बता दें कि 601 किलोमीटर का यह लंबा एक्सप्रेसवे यूपी सरकार की सबसे महत्वपूर्ण परियोजना है। जिसे अगले साल प्रयागराज में होने वाले महाकुंभ से पहले तैयार कर लिया जाएगा। बता दें कि गंगा एक्सप्रेसवे का निर्माण उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण  (UPEIDA) कर रहा है। वहीं सीएम योगी ने इस परियोजना को महाकुंभ से पहले दिसंबर 2024 तक पूरा करने का निर्देश दिया है। गंगा एक्सप्रेसवे का शिलान्यास दिसंबर 2021 में किया गया था जिसके दिसंबर 2024 में पूरा होने की उम्मीद की जा रही है।

अवनीश के. अवस्थी ने दी जानकारी
दरअसल, पूर्व आईएएस अफसर और सीएम योगी के सलाहकार अवनीश कुमार अवस्थी ने इस विषय में जानकारी देते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट साझा किया है। अवनीश के. अवस्थी ने लिखा कि उत्तर प्रदेश की सबसे बड़ी विकास परियोजना को एक बड़ा बढ़ावा मिला है, क्योंकि मेरठ से प्रयागराज तक 601 किलोमीटर तक फैला, गंगा एक्सप्रेसवे अब कुंभ 2025 तक लक्षित समय सीमा के साथ 55% पूरा हो गया है। यह अविश्वसनीय बुनियादी ढांचा परियोजना प्रयागराज और मेरठ के बीच यात्रा के समय को घटाकर केवल 8 घंटे कर देगा, जिससे कनेक्टिविटी और विकास को बढ़ावा मिलेगा और गढ़ में गंगा पर बनने वाला पुल शक्तिशाली गंगाजी पर बनने वाला सबसे तेज़ पुल होगा। इसके साथ ही उन्होंने गंगा एक्सप्रेसवे की तस्वीर भी साझा की है।
36,230 करोड़ की लागत से हो रहा निर्माण
जानकारी के अनुसार, इस एक्सप्रेसवे का निर्माण 7,467 हेक्टेयर जमीन पर हो रहा है। जिसकी अनुमानित लागत लगभग 36,230 करोड़ रुपये है। फिलहाल इसे 6 लेन में शुरू किया जाएगा लेकिन बाद में 8 लेन तक इसका विस्तार करने का प्रस्ताव है। इस एक्सप्रेसवे पर गाड़ियों को 120 किलोमीटर तक चलाने की अनुमति होगी। साथ ही इसपर इमरजेंसी होने पर फाइटर जेट और हेलीकॉप्टर भी उतारे जा सकेंगे। 

कितने जिलों से गुजरेगा गंगा एक्सप्रेसवे?
मेरठ से प्रयागराज के बीच बन रहा ये गंगा एक्सप्रेसवे , उत्तर प्रदेश के पश्चिमी छोर, मेरठ-बुलंदशहर हाईवे पर बिजौली गांव से शुरू होते हुए  पूर्वी छोर, प्रयागराज में एनएच 19 पर जुदापुर दादू गांव के पास खत्म होगा। यह एक्सप्रेसवे 12 जिलों के 518 गांवों से होते हुए गुजरेगा। इस एक्सप्रेसवे के शुरू होने के बाद मेरठ से हापुड़, बुलन्दशहर, अमरोहा, संभल, बदायूं, शाहजहांपुर, हरदोई, उन्नाव, रायबरेली और प्रतापगढ़ होते हुए प्रयागराज तक की दूरी कुछ ही घंटों में पूरी हो सकेगी।

इतनी जगह देना होगा टोल टैक्स
इसके अलावा दो स्थानों (मेरठ और प्रयागराज) पर मुख्य टोल प्लाजा की योजना बनाई गई है, जबकि 15 जगहों पर रैंप टोल प्लाजा बनाना प्रस्तावित है। वहीं एक्सप्रेसवे के किनारे जनसुविधा के लिए कई स्थानों पर 9 जन सुविधा परिसर भी बनाए जाएंगे। बता दें कि ये एक्सप्रेसवे यमुना एक्सप्रेसवे, आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे और पूर्वांचल एक्सप्रेसवे से भी जुड़ा रहेगा। साथ ही यह पूर्वी उत्तर प्रदेश से दिल्ली एनसीआर तक की दूरी को करीब 11-14 घंटे से घटाकर 8 से 9 घंटे तक कम कर देगा।

Also Read