डेंगू के मामलों में लगातार बढ़ोतरी : स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ी, हर दिन दर्ज हो रहे 40 से 50 नए मामले, प्रशासन सतर्क

UPT | सांकेतिक फोटो

Oct 13, 2024 17:28

प्रयागराज में डेंगू के मरीजों की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है, जिससे शहर के स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ गई है। शहर के अस्पतालों में प्रतिदिन बड़ी संख्या में डेंगू के नए मामले सामने आ रहे हैं, खासकर एंटीजन टेस्ट के माध्यम से।

Prayagraj News: प्रयागराज में डेंगू के मरीजों की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है, जिससे शहर के स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ गई है। शहर के अस्पतालों में प्रतिदिन बड़ी संख्या में डेंगू के नए मामले सामने आ रहे हैं, खासकर एंटीजन टेस्ट के माध्यम से। निजी अस्पताल, क्लीनिक और नर्सिंग होम्स से प्रतिदिन 40 से 50 नए मामले यूनिफाइड डिजीज सर्विलांस प्रोजेक्ट (यूडीएसपी) पोर्टल पर दर्ज किए जा रहे हैं। यह स्पष्ट संकेत है कि मौसम में हो रहे बदलाव के साथ डेंगू भी तेजी से फैल रहा है।


एलाइजा जांच से हो रही है पुष्टि
प्रयागराज जिला प्रशासन ने डेंगू के मामलों की पुष्टि के लिए एलाइजा जांच को मानक के रूप में अपनाया है। एलाइजा टेस्ट में पॉजिटिव पाए जाने वाले मरीजों को ही डेंगू संक्रमित माना जा रहा है। हालांकि, एंटीजन टेस्ट में भी बड़ी संख्या में मरीज पॉजिटिव आ रहे हैं, लेकिन इन्हें प्रशासन अभी तक गंभीरता से नहीं ले रहा है। अक्तूबर की शुरुआत से एंटीजन टेस्ट में तेजी से बढ़ोतरी देखी गई है, जिससे यह संकेत मिलता है कि डेंगू संक्रमण का प्रसार हो रहा है। मरीजों में आमतौर पर बुखार, बदन दर्द, सर्दी और जुकाम जैसे लक्षण देखे जा रहे हैं। ज्यादातर मामलों में मरीजों को पांच से सात दिनों की वायरल दवा के बाद आराम मिल रहा है।

पिछले साल के मुकाबले स्थिति बेहतर, लेकिन खतरा बरकरार
चिकित्सकों का कहना है कि इस साल एंटीजन टेस्ट में डेंगू के मामलों की संख्या पिछले साल के मुकाबले कम है। पिछले साल इसी समय प्रतिदिन 70 से 80 मरीज डेंगू पॉजिटिव पाए जा रहे थे, जबकि इस साल यह संख्या 40 से 50 के बीच है। हालांकि, डेंगू के मामलों में यह कमी राहत की बात है, लेकिन खतरा अभी भी बना हुआ है। डेंगू का वायरस आमतौर पर मानसून के बाद अधिक सक्रिय होता है, और अक्टूबर के महीने में इसकी तीव्रता बढ़ती जाती है।

सतर्कता और सावधानी बरतने की जरूरत
प्रयागराज में डेंगू के बढ़ते मामलों को देखते हुए जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग ने लोगों से सतर्कता बरतने की अपील की है। डेंगू मच्छरों के प्रजनन स्थलों को खत्म करने के लिए सफाई पर जोर दिया जा रहा है। साथ ही, पानी जमा होने वाले स्थानों को साफ रखने और मच्छरदानी के इस्तेमाल की सलाह दी जा रही है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा डेंगू की रोकथाम के लिए फॉगिंग और कीटनाशक छिड़काव जैसे उपाय किए जा रहे हैं।

शहर के लोग भी अपनी सेहत को लेकर अधिक जागरूक हो रहे हैं और किसी भी बुखार या वायरल लक्षण दिखने पर तुरंत डॉक्टर से परामर्श ले रहे हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि डेंगू से बचने के लिए सावधानी और त्वरित उपचार ही सबसे प्रभावी तरीका है।

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