आरबीआई कानपुर करेंसी चेस्ट में फिर मिले नकली नोट : फरवरी में जमा कराए गए नोटों में पांच नोट जाली पाए गए, जांच जारी

UPT | रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया का सांकेतिक फोटो

Aug 12, 2024 14:40

प्रयागराज से एक और चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां आरबीआई कानपुर के करेंसी चेस्ट में फिर से जाली नोट मिलने की घटना हुई है।

Short Highlights
  • आरबीआई कानपुर के करेंसी चेस्ट में एक बार फिर जाली नोट पहुंचने का मामला सामने आया 
  • रिजर्व बैंक के अधिकारी ने खुल्दाबाद थाने में तहरीर देकर रिपोर्ट दर्ज कराई
  • फरवरी 2024 में जमा कराए दो हजार रुपये के नोटों में से पांच नोट जाली मिले 
Prayagraj News : प्रयागराज से एक और चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां आरबीआई कानपुर के करेंसी चेस्ट में फिर से जाली नोट मिलने की घटना हुई है। रिजर्व बैंक के अधिकारी आईपीएस गहलौत ने खुल्दाबाद थाने में इस संबंध में रिपोर्ट दर्ज कराई है। 

रिपोर्ट के अनुसार बैंक ऑफ बड़ौदा की खुल्दाबाद शाखा की ओर से फरवरी 2024 में जमा कराए गए दो हजार रुपये के नोटों में से पांच नोट जाली पाए गए। यह मामला तब उजागर हुआ जब रिजर्व बैंक के खजाने में इन नोटों की जांच की गई। जाली नोटों का मुद्रण या परिचालन एक गंभीर अपराध है और इस मामले में दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए। खुल्दाबाद थाना प्रभारी सुरेंद्र वर्मा ने बताया कि इस घटना की रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है और बैंक ऑफ बड़ौदा के अधिकारियों और कर्मचारियों से पूछताछ की जाएगी। यह भी जांच की जाएगी कि जब यह जाली नोट जमा किए गए थे, उस समय बैंक में कौन से अधिकारी और कर्मचारी तैनात थे।

यह पहली घटना नहीं, कर्नलगंज और सिविल लाइंस थाने में भी ऐसे मामले दर्ज हो चुके 
यह घटना पहली बार नहीं हुई है। हाल ही में कर्नलगंज और सिविल लाइंस थाने में भी ऐसे ही मामले दर्ज किए गए थे,जहां अन्य बैंकों के द्वारा जमा कराई गई राशि में भी जाली नोट पाए गए थे। जनवरी 2024 में एसबीआई द्वारा रिजर्व बैंक के खजाने में जमा कराए गए नोटों में भी पांच जाली नोट मिले थे, जबकि इंडियन बैंक की ओर से जमा कराए गए नोटों में छह जाली नोट पाए गए थे। यह तीसरी बार है जब इस प्रकार की घटना प्रकाश में आई है, जिससे बैंक अधिकारियों और कर्मचारियों के बीच खलबली मच गई है। इस घटना ने बैंकिंग प्रणाली में सुरक्षा के मुद्दों को फिर से उजागर कर दिया है। अब यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि इस मामले में दोषियों को कैसे चिन्हित किया जाएगा और जाली नोटों के इस खतरे से निपटने के लिए क्या कदम उठाए जाएंगे। 

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