महाकुंभ 2025 : सफर को आसान करेगा नया रेल ब्रिज, नागवासुकी मंदिर का हो रहा सौंदर्यीकरण

UPT | महाकुंभ 2025

Oct 29, 2024 11:07

महाकुंभ 2025 को लेकर प्रयागराज के प्रमुख धार्मिक स्थलों को सजाया-संवारा जा रहा है। प्रयागराज के नागवासुकी मंदिर को राजस्थानी लाल पत्थरों से सजाया जा रहा है। रेल मार्ग पर नया डबल ट्रैक वाला रेल पुल बनाया जा रहा है।

Prayagraj News : महाकुंभ 2025 को दिव्य, भव्य और नया रूप देने के लिए प्रयागराज के प्रमुख धार्मिक स्थलों को सजाया-संवारा जा रहा है। दुनिया के सबसे बड़े सांस्कृतिक आयोजन 'प्रयाग महाकुंभ 2025' के लिये पौराणिक मान्यता वाले नागवासुकी मंदिर को राजस्थानी लाल पत्थरों से सजाया जा रहा है। साथ ही श्रद्धालुओं और पर्यटकों के आवागमन को सुगम बनाने के लिए वाराणसी-प्रयागराज रेल मार्ग पर नया डबल ट्रैक वाला रेल पुल भी बनाया जा रहा है।



नागवासुकी मंदिर का सौंदर्यीकरण
प्रयागराज के प्राचीन नागवासुकी मंदिर के पुजारी पंडित श्याम बिहारी मिश्र ने बताया कि समुद्र मंथन के बाद नागराज वासुकी लहूलुहान हो गए थे और भगवान विष्णु के कहने पर उन्होंने प्रयागराज में इसी जगह आराम किया था। इसी वजह से नागवासुकी मंदिर में श्रद्धालु दर्शन-पूजन करते हैं और इसके दर्शन के बिना तीर्थराज प्रयाग की यात्रा अधूरी मानी जाती है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नागवासुकी मंदिर के सौंदर्यीकरण का कार्य 15 दिसंबर तक पूरा करने का निर्देश दिया है।

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गंगा नदी पर बन रहा नया रेलवे पुल
प्रयाग महाकुंभ 2025 में 40 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं के कुंभ नगरी पहुंचने का अनुमान है। इसको देखते हुए प्रदेश की योगी सरकार और केंद्र सरकार श्रद्धालुओं और पर्यटकों के आने-जाने के लिए दिन-रात तैयारियां कर रही हैं। इस कड़ी में वाराणसी से प्रयागराज आने वाले श्रद्धालुओं के लिए गंगा नदी पर बन रहा नया रेलवे पुल उनके सफर को आसान बनाएगा।

वाराणसी से प्रयागराज का सफर आसान होगा 
महाकुंभ 2025 में सबसे अधिक श्रद्धालु सड़क मार्ग से कुंभ नगरी पहुंचने का अनुमान है लेकिन लगभग 10 करोड़ श्रद्धालु रेल मार्ग से भी आएंगे। इस बार वाराणसी से प्रयागराज का सफर आसान होगा क्योंकि योगी सरकार के आग्रह पर 495 करोड़ रुपये की लागत से तैयार हो रहा 2700 मीटर लंबा डबल ट्रैक वाला रेल पुल दिसंबर से रेल सेवा के लिए खुल जाएगा। इससे झूंसी और रामबाग रेलवे स्टेशनों पर ट्रेनों को देर तक रोकने जैसी समस्या का समाधान हो जाएगा।

रेल पुल के निर्माण में 495 करोड़ रुपये की लागत
प्रोजेक्ट डायरेक्टर विनय अग्रवाल ने बताया कि इस नए रेल पुल के निर्माण में 495 करोड़ रुपये की लागत आई है। डबल ट्रैक होने से यात्रियों को इंतजार नहीं करना पड़ेगा और रेल यात्रा सुगम होगी।  प्रयाग महाकुंभ 2025 की तैयारियों में धार्मिक स्थलों का सौंदर्यीकरण और रेल सुविधाओं का विस्तार दोनों पर ही जोर दिया जा रहा है।

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