मंडलायुक्त का महाकुंभ 2025 के कार्यों का औचक निरीक्षण : अधिकारियों के लिए सख्त आदेश, 3 महीने तक शहर के बाहर जाने पर लगाई रोक

UPT | स्टोर रजिस्टर का अवलोकन करते मंडलायुक्त विजय विश्वास पंत

Oct 01, 2024 18:07

प्रयागराज के मंडलायुक्त विजय विश्वास पंत ने महाकुंभ की तैयारियों का निरीक्षण किया और इस दौरान कई कमियां पाए जाने पर निस्तारण के आदेश दिए। कुंभ मेले की तैयारी को ध्यान में रखते हुए उन्होंने सभी विभागों के अभियंताओं ...

Prayagraj News : प्रयागराज के मंडलायुक्त विजय विश्वास पंत ने महाकुंभ की तैयारियों का निरीक्षण किया और इस दौरान कई कमियां पाए जाने पर निस्तारण के आदेश दिए। कुंभ मेले की तैयारी को ध्यान में रखते हुए उन्होंने सभी विभागों के अभियंताओं और प्रशासनिक अधिकारियों को अगले तीन महीने तक व्यक्तिगत कार्यों से शहर छोड़ने पर रोक लगा दी है। यदि किसी को किसी अपरिहार्य कारण से शहर के बाहर जाना हो, तो उसे मेला अधिकारी से अनुमति लेनी होगी। यह कदम कुंभ कार्यों की निगरानी के मद्देनजर उठाया गया है।

रजिस्टर की जा रही एंट्रीज का भी अवलोकन किया
महाकुंभ 2025 की तैयारियों के तहत मण्डलायुक्त विजय विश्वास पंत ने मंगलवार को विभिन्न कार्यों का औचक निरीक्षण किया। उन्होंने सबसे पहले परेड ग्राउंड पर स्थित पीडब्ल्यूडी स्टोर का दौरा किया, जहां उन्होंने पोंटून पुल के निर्माण के लिए आवश्यक सामग्री की उपलब्धता की जानकारी ली। इसमें बोल्ट, रोप्स, जॉइंट, पोंटून, चेकर्ड प्लेट्स आदि शामिल हैं। इसके साथ ही, स्टोर कीपर द्वारा बनाए गए स्टॉक रजिस्टर में की जा रही एंट्रीज का भी उन्होंने अवलोकन किया।



रजिस्टर एंट्री में कई जगह मिली खामी सुधारने के निर्देश
एंट्रीज में कई त्रुटियों और रजिस्टर में हस्ताक्षर की कमी के साथ-साथ महाकुंभ के लिए मंगवाई जा रही सामग्री की एंट्रीज की अनुपस्थिति पर मण्डलायुक्त ने मुख्य अभियंता पीडब्ल्यूडी को निर्देश दिए। उन्होंने सभी पुरानी एंट्रीज को व्यवस्थित करने और नई एंट्रीज को प्रतिदिन अपडेट करने की बात कही। इसके अतिरिक्त, सभी एंट्रीज का सत्यापन वरिष्ठ विभागीय अधिकारियों से लगातार कराने, स्टोर का दैनिक निरीक्षण जेई/एई द्वारा करने, साप्ताहिक निरीक्षण एसई द्वारा करने और महीने में एक बार स्वयं निरीक्षण करने के भी निर्देश दिए।

हनुमान मंदिर कॉरिडोर में कीचड़ होने से दिक्कत आ रही
मण्डलायुक्त ने हनुमान मंदिर कॉरिडोर के कार्यों का निरीक्षण किया और मौके पर विकास प्राधिकरण के अधिकारियों एवं ठेकेदार से कार्यों की प्रगति और गुणवत्ता के बारे में जानकारी ली। उन्होंने देखा कि कॉरिडोर स्ट्रक्चर के लिए पाइलिंग का काम धीमी गति से चल रहा है, जिसके कारण संबंधित अधिकारियों को मैनपावर बढ़ाने और कार्य को तेजी से पूरा करने के निर्देश दिए। जब उन्होंने पूछा कि कार्यों की प्रगति अपेक्षित स्तर पर क्यों नहीं है, तो अधिकारियों ने बताया कि कई जगहों पर कीचड़ होने के कारण समस्याएं उत्पन्न हो रही हैं।

प्रशासनिक सहायता के लिए अधिकारी निसंकोच बोले
अक्षयवट कॉरिडोर का भी औचक निरीक्षण किया गया, जहां कार्यों की प्रगति धीमी पाई गई। लेबरों की संख्या के साथ-साथ पत्थर की नक्काशी के लिए आवश्यक विशेषज्ञ लेबर की कमी भी नजर आई। इस स्थिति पर मण्डलायुक्त ने संबंधित ठेकेदार और रक्षा विभाग के इंजीनियर को निर्देश दिए कि सभी कार्य 31 अक्टूबर तक पूरा किए जाएं और इसके लिए दैनिक प्रगति की समीक्षा की जाए। उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि यदि उन्हें किसी प्रकार की प्रशासनिक सहायता की आवश्यकता होती है, तो वे निसंकोच संपर्क कर सकते हैं और उन्हें हर संभव सहयोग दिया जाएगा।

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