कुम्भ-कॉन्क्लेव 2024-25 : सीएम योगी समेत कई दिग्गज नेता होंगे शामिल, 10 से अधिक तकनीकी सत्र का आयोजन

UPT | Mahakumbh 2025

Oct 11, 2024 19:53

साल 2019 में योगी सरकार द्वारा आयोजित दिव्य और भव्य कुंभ के सफल आयोजन के बाद, महाकुंभ 2025 के आयोजन को वैश्विक स्तर पर पहुंचाने के लिए कुंभ कॉन्क्लेव का आयोजन किया जा रहा है...

Short Highlights
  • महाकुंभ को लेकर कुंभ कॉन्क्लेव का आयोजन
  • 25 से 27 अक्टूबर तक होगा आयोजन
  • सीएम योगी सहित कई नेता होंगे शामिल
Prayagraj News : महाकुंभ केवल एक धार्मिक समारोह नहीं है, बल्कि यह भारत की आध्यात्मिक, सांस्कृतिक, सामाजिक और वैचारिक विविधताओं का एक महत्वपूर्ण प्रतीक है। कुम्भ की इस विशेषता को देखते हुए, यूनेस्को ने इसे 'मानवता की अमूर्त सांस्कृतिक विरासत' के रूप में मान्यता दी है। साल 2019 में योगी सरकार द्वारा आयोजित दिव्य और भव्य कुंभ के सफल आयोजन के बाद, महाकुंभ 2025 के आयोजन को वैश्विक स्तर पर पहुंचाने के लिए कुंभ कॉन्क्लेव का आयोजन किया जा रहा है।

देश-विदेश के विशेषज्ञ लेंगे भाग
तीसरा कुंभ कॉन्क्लेव 25 से 27 अक्टूबर तक प्रयागराज के मोतीलाल नेहरू राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान में आयोजित किया जाएगा। यह कार्यक्रम एमएनएनआईटी के इनोवेशन और इनक्यूबेशन हब और इंडिया थिंक काउंसिल द्वारा आयोजित किया जा रहा है, जिसमें उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग की भी भागीदारी होगी। इस तीन दिवसीय आयोजन में 10 से अधिक तकनीकी सत्र आयोजित किए जाएंगे, जिनमें देश-विदेश के विशेषज्ञ भाग लेंगे।



सीएम योगी समेत कई नेता होंगे शामिल
इस सम्मेलन में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की उपस्थिति की संभावना है। इसके साथ ही, प्रमुख वक्ताओं में पद्म विभूषण से सम्मानित पूर्व राष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू, केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान, श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चंपत राय, परमार्थ निकेतन हरिद्वार के अध्यक्ष स्वामी चिदानन्द मुनि, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, यूपी के उप मुख्य मंत्री केशव प्रसाद मौर्य और उत्तर प्रदेश के पर्यटन एवम संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह जैसी हस्तियां शामिल होंगी। यह कार्यक्रम विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञों द्वारा की जाने वाली चर्चा का एक मंच प्रदान करेगा।

गोलमेज सम्मेलन और रोड-शो का आयोजन
'कुम्भ-कॉन्क्लेव 2024-25' के अंतर्गत देश के 25 प्रमुख स्थानों पर कुम्भ की विशेषताओं और महत्व पर गोलमेज सम्मेलन और रोड-शो का आयोजन किया जाएगा। इस अवसर पर विषय विशेषज्ञों और विद्वानों के विचार-विमर्श से समाज के लिए उपयोगी और रचनात्मक सुझाव प्राप्त होंगे, जो मार्गदर्शन का कार्य करेंगे।

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प्राचीन संवाद परंपरा को पुनर्जीवित करने का अवसर
इंडिया थिंक काउंसिल के निदेशक ने कहा कि योगी सरकार के प्रोत्साहन के साथ 2019 से शुरू हुए इस कुम्भ कॉन्क्लेव के आयोजन से प्राचीन संवाद परंपरा को पुनर्जीवित करने का अवसर मिल रहा है। यह प्रथा धीरे-धीरे हाशिये पर चली गई थी, लेकिन अब इसे फिर से जीवित किया जा रहा है। प्राचीन काल से, कुंभ धर्म, समाज और व्यवस्था की मौजूदा संरचना पर चिंतन करने का एक महत्वपूर्ण अवसर रहा है।

कार्यक्रम में होंगे 11 सत्र
इस कुंभ कॉन्क्लेव में कुल 11 सत्र होंगे, जिनमें विभिन्न विषयों पर विचार मंथन किया जाएगा, जैसे अखाड़ा, आश्रम, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, फूड सिक्योरिटी, टेम्पल इकोनॉमी और उद्यमिता। इसमें भाग लेने के लिए देश और विदेश के विषय विशेषज्ञ भी आमंत्रित किए गए हैं, जो इस आयोजन को और अधिक महत्वपूर्ण बनाएंगे।

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