योगी सरकार की पहल : 10 शौचालयों पर एक सफाईकर्मी की नियुक्ति, महाकुंभ को बनाएंगे स्वच्छ

UPT | प्रतीकात्मक फोटो

Nov 18, 2024 16:22

स्वच्छ महाकुंभ को सफल बनाने के लिए योगी सरकार ने एक नई योजना की घोषणा की है। महाकुंभ के दौरान आने वाले श्रद्धालुओं को साफ सुथरे टॉयलेट्स, यूरिनल पॉट्स की सुविधा प्रदान की जाएगी...

Prayagraj News : स्वच्छ महाकुंभ को सफल बनाने के लिए योगी सरकार ने एक नई योजना की घोषणा की है। महाकुंभ के दौरान आने वाले श्रद्धालुओं को साफ सुथरे टॉयलेट्स, यूरिनल पॉट्स की सुविधा प्रदान की जाएगी। साथ ही इनकी सफाई के लिए 10 शौचालयों के लिए एक सफाईकर्मी नियुक्त किया जाएगा। ताकि साफ-सफाई की अच्छी व्यवस्था हो सके। मेला प्रशासन ने साफ सफाई के लिए मानक निर्धारित किए हैं, जिनका पालन सभी वेंडर्स को करना होगा।

सुविधाओं का ध्यान रखते हुए होगा काम
विशेष कार्याधिकारी महाकुंभ मेला आकांक्षा राना ने बताया कि मेला क्षेत्र में शौचालयों और यूरिनल्स की सफाई पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। इसके तहत 10 शौचालयों पर 1 सफाईकर्मी, 10 सफाईकर्मियों पर 1 सुपरवाइज़र, 20 यूरिनल्स पर 1 सफाईकर्मी और 20 सफाईकर्मियों पर एक सुपरवाइजर की नियुक्ति अनिवार्य होगी। साथ ही यह भी सुनिश्चित किया जाएगा कि सफाईकर्मी सफाई करते समय दस्ताने और जूते जैसे व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण (पीपीई) अवश्य पहने हों। इसके माध्यम से सफाई के साथ-साथ सफाईकर्मियों की सुरक्षा को भी सुनिश्चित किया जाएगा।



मानकों का रखा जाएगा ध्यान
निर्धारित मानकों के अनुसार, शौचालय, वॉशबेसिन, फर्श, और टाइलों को दाग और गंदगी मुक्त रखा जाएगा। टॉयलेट पेपर, साबुन डिस्पेंसर, हैंड सैनिटाइज़र और महिला स्वच्छता उत्पादों की उपलब्धता सुनिश्चित की जाएगी। इसके साथ ही, फ्लश सिस्टम, नल और शॉवर बिना किसी रिसाव के सही तरीके से क्रियाशील होने चाहिए। साथ ही गंध नियंत्रण तकनीक का उपयोग करते हुए शौचालय की दुर्गंध को 10-15 मिनट में हटाने और कचरे को 24 घंटे में विघटित करने की व्यवस्था लागू होगी। इससे बार-बार उपयोग होने के बावजूद गंध या गंदगी से निजात मिल सकेगी और बिना किसी हिचकिचाहट के लोग इसका उपयोग कर सकेंगे। प्रमुख स्नान पर्व पर भी यह व्यवस्था पूरी तत्परता से लागू रहेगी, जिससे अत्यधिक भीड़ के बावजूद किसी तरह की कोई समस्या उत्पन्न नहीं होगी।

दिव्यांगों के लिए विशेष व्यवस्थाएं
शौचालय इकाइयों में उपयुक्त प्रकाश व्यवस्था अनिवार्यता के साथ लागू की जाएगी। इसमें दिव्यांगों की सुविधाओं का भी ध्यान रखा जाएगा। हर 10 शौचालयों में से एक शौचालय दिव्यांगों के लिए सुलभ बनाया जाएगा। इसके अतिरिक्त शौचालयों में आवश्यक प्रकाश व्यवस्था, गड्ढों और दरारों की मरम्मत और अपशिष्ट निपटान की व्यवस्था को प्राथमिकता दी जाएगी। योगी सरकार का यह कदम सुनिश्चित करेगा कि महाकुंभ के दौरान आने वाले श्रद्धालु एक स्वच्छ और सुरक्षित वातावरण का अनुभव करें।

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