यूपी लोक सेवा आयोग पेपर लीक मामला : एसटीएफ को मिली बड़ी सफलता, दो आरोपी गिरफ्तार, गिरोह के खिलाफ दर्ज थी रिपोर्ट

UPT | पकड़े गए दोनों आरोपी।

Sep 06, 2024 20:38

यूपी एसटीएफ की प्रयागराज टीम को बड़ी कामयाबी मिली है। टीम ने मुखबिर की सटीक सूचना पर नकल माफिया राजीव नयन गैंग के दो सक्रिय गुर्गों को गिरफ्तार किया है।

Prayagraj News : प्रयागराज में यूपी लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित समीक्षा अधिकारी (आरओ)/ सहायक समीक्षा अधिकारी (एआरओ) और उत्तर प्रदेश पुलिस आरक्षी भर्ती परीक्षा के पेपर लीक कांड में यूपी एसटीएफ ने बड़ी सफलता हासिल की है। इस मामले में पेपर लीक कराने वाले राजीव नयन गैंग के दो वांछित आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। इन आरोपियों ने मध्य प्रदेश के रीवा जिले में एक रिसॉर्ट में परीक्षार्थियों से 12-12 लाख रुपये लेकर उन्हें पेपर पढ़ाया था। इसके अलावा, रिसॉर्ट के मालिक को 5 लाख रुपये दिए गए थे। एसटीएफ और यूपी पुलिस काफी समय से इस गैंग के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई कर रही थी।

 मुखबिर की सूचना पर गिरफ्तारी
एसटीएफ और पुलिस लंबे समय से इन दोनों आरोपियों की तलाश में थीं, लेकिन आरोपी लगातार इधर-उधर छुपते फिर रहे थे। आखिरकार, मुखबिर की सूचना पर एसटीएफ की टीम ने प्रयागराज के थाना कीडगंज क्षेत्र में घोष स्वीट हाउस के पास से एक काली स्कॉर्पियो में बैठे दो आरोपियों—संजय सिंह कुशवाहा और कामेश्वर नाथ मौर्य—को गिरफ्तार किया। पुलिस ने उनके पास से 2 मोबाइल फोन, 3,500 रुपये नकद और एक महिंद्रा स्कॉर्पियो कार बरामद की है।

राजीव नयन के गैंग का खुलासा
पूछताछ में दोनों आरोपियों ने बताया कि इस पेपर लीक कांड के पीछे राजीव नयन मिश्रा उर्फ राहुल और रवि अत्री का हाथ है, जो इस गैंग के मुख्य सरगना हैं। उनके सहयोगी, जैसे कि सुनील रघुवंषी, जो प्रिंटिंग प्रेस में काम करते थे, ने परीक्षा से पहले पेपर बाहर निकालकर राजीव नयन और अन्य अभियुक्तों तक पहुंचाया। इसके बाद पेपर को कई अन्य लोगों तक भी भेजा गया।

पैसे कमाने की लालच में हुआ पेपर लीक
राजीव नयन मिश्रा और उनके सहयोगियों ने अधिक पैसा कमाने के लालच में पेपर को गैंग के सदस्यों और एजेंटों के माध्यम से परीक्षार्थियों तक पहुंचाया। हर अभ्यर्थी से 12-12 लाख रुपये वसूले गए थे। अभियुक्तों ने यह भी स्वीकार किया कि यूपी पुलिस आरक्षी भर्ती परीक्षा-2023 के अभ्यर्थियों को शिव महाशक्ति रिसॉर्ट, रीवा, मध्य प्रदेश में ले जाकर पेपर पढ़वाया गया था, और रिसॉर्ट मालिक को 5 लाख रुपये दिए गए थे। इस खुलासे के बाद एसटीएफ और पुलिस ने इस पूरे नेटवर्क को खत्म करने के लिए कार्रवाई तेज कर दी है। 

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