UP Madrasa : 'उर्दू ज़ुबां' बंद अब पढ़ाई जाएगी 'शहनाई', यूपी के मदरसों के लिए जल्द आएंगी नई पाठ्य पुस्तकें

UPT | यूपी के मदरसों के लिए जल्द आएंगी नई पाठ्यपुस्तकें

Apr 30, 2024 13:54

मदरसों और बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में अब कक्षा 1 और 2 के लिए उर्दू माध्यम की गणित और अंग्रेजी की नई और अलग-अलग किताबें होंगी। मदरसों में पढ़ाई जा रही उर्दू जुबां किताब बंद कर दी गई है।

Prayagraj News : मदरसों और बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में अब कक्षा 1 और 2 के लिए उर्दू भाषा की नई किताबें और गणित और अंग्रेजी की अलग-अलग किताबें होंगी। 'उर्दू ज़ुबां' अब तक उर्दू सिखाने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली किताब को 'शहनाई' नामक एक नई पाठ्यपुस्तक से बदल दिया गया है। 

गणित और अंग्रेजी अलग-अलग विषय के रूप में पढ़ाई जाएंगे
इसके अलावा मदरसों और परिषदीय स्कूलों में उर्दू माध्यम में अब गणित और अंग्रेजी अलग-अलग विषय के रूप में पढ़ाई जाएंगे। अभी तक ये विषय केवल उर्दू भाषा की किताबों में ही शामिल थे। उर्दू माध्यम व मदरसे के विद्यार्थी गणित विषय अब आनंदमय- रियाजी और अंग्रेजी विषय मृदंगम नाम की पुस्तक से पढ़ेंगे। ये किताबें तैयार हो चुकी हैं और छपने के बाद इन्हें छात्रों के लिए उपलब्ध कराया जाएगा।

कक्षा 1 के विद्यार्थियों के लिए राज्य शिक्षा संस्थान द्वारा दो संस्थानों के सहयोग से शहनाई एवं आनंदमय रियाज़ी-1 पुस्तक विकसित की गई है। इसी प्रकार, कक्षा 2 में पढ़ने वाले उर्दू माध्यम के छात्रों के लिए आनंदमय रियाज़ी-2 पुस्तक और मदरसों के लिए गणित विषय तैयार किया गया है।

शहनाई और आनंदमय रियाज़ी पुस्तकें तैयार
राज्य शिक्षा संस्थान की सहायक उपनिदेशक दीप्ति मिश्रा ने बताया कि राज्य शिक्षा संस्थान के प्राचार्य नवल किशोर के निर्देशन में  NCERT के पाठ्यक्रम को उत्तर प्रदेश के परिप्रेक्ष्य में अनुकूलित कर शहनाई और आनंदमय रियाज़ी पुस्तकें तैयार की गईं। इसके अलावा अंग्रेजी भाषा शिक्षण संस्थान ने कक्षा 1 के लिए मृदंगम-1 और कक्षा 2 के लिए मृदंगम-2 पुस्तक को उत्तर प्रदेश के अनुरूप बनाकर तैयार किया है।

विद्यार्थियों को पुस्तकें निःशुल्क प्रदान की जाएंगी
हालांकि इन बदलावों के कारण, उर्दू माध्यम और मदरसों के साथ बेसिक शिक्षा परिषद की कक्षा 1 और 2 की किताबें अभी तक मुद्रित नहीं की गई हैं। शासन स्तर पर टेंडर प्रक्रिया पूरी की जा रही है। किताबें छपने के बाद जल्द ही विद्यार्थियों को नि:शुल्क उपलब्ध करायी जाएंगी। इससे पहले शिक्षकों को किताब में बदलाव के मुताबिक छात्रों को पढ़ाने की ट्रेनिंग देने की भी तैयारी की जा रही है।

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