Muzaffarnagar News : आसाराम बापू के रसोइया की हत्या के मामले में केस पॉक्सो कोर्ट में ट्रांसफर, 14 अगस्त को सुनवाई

UPT | मुजफ्फरनगर

Jul 13, 2024 02:06

दोनों पीड़िताओं का आरोप था कि वर्ष 1997 से 2006 के बीच आसाराम के आश्रम में यौन उत्पीड़न के दौरान रसोइये अखिल और उसकी पत्नी आश्रम में मौजूद थे।

Short Highlights
  • गवाह के नहीं पहुंचने पर नहीं हुआ साक्ष्य प्रस्तुत
  • हमलावरों ने गोली माकर की थी 2015 में रसाोइया की हत्या 
  • दो बहनों ने आसाराम और उनके बेटे पर यौन उत्पीड़न का लगाया था आरोप   
Muzaffarnagar News : मुजफ्फरनगर में आसाराम बापू के रसोइया अखिल गुप्ता की हत्या केस पॉक्सो कोर्ट में ट्रांसफर कर दिया गया है। इस मामले में अब सुनवाई 14 अगस्त को होगी। गुरुवार को कोर्ट में सुनवाई के दौरान गवाह नहीं पहुंच सका था। जिस कारण कोर्ट में साक्ष्य नहीं हुआ था। अब अगली सुनवाई के लिए 14 अगस्त की तारीख लगाई है। जिसमें गवाह के पहुंचने पर ही सुनवाई होगी। बता दें गीता एनक्लेव जानसठ रोड निवासी अखिल गुप्ता दूध का करोबार करते थे। 11 जनवरी 2015 को दुकान से स्कूटर पर सवार होकर जब वो अपने घर लौट रहे थे। इस दौरान दो बाइक पर आए हमलावरों ने अखिल की गोली मारकर हत्या कर दी थी। जिसमें उनकी पत्नी ने मुकदमा अज्ञात में दर्ज कराया था।

पुलिस ने जांच के बाद अखिल हत्याकांड मामले में कार्तिक हलधर, नीरज, प्रवीण सहित चार आरोपियों के खिलाफ चार्ज शीट दाखिल की थी। इस मामले में सुनवाई अपर जिला एवं सत्र न्यायालय संख्या नौ और 10 में चल रही थी। लेकिन अब दोनों पत्रावली मुख्य पॉक्सो कोर्ट में ट्रांसफर कर दी गई हैं। वादी के अधिवक्ता कंवरपाल सैनी ने बताया कि गवाह विजय सैनी की गवाही होनी है। लेकिन गवाह अदालत में पेश नहीं हुआ।

जाने क्या है पूरा मामला गुजरात के मुकदमें में गवाह था अखिल
गुजरात के सूरत की दो बहनों ने आसाराम और उनके बेटे नारायण साईं पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था। दोनों पीड़िताओं का आरोप था कि वर्ष 1997 से 2006 के बीच आसाराम के आश्रम में यौन उत्पीड़न के दौरान रसोइये अखिल और उसकी पत्नी आश्रम में मौजूद थे। 20 अक्तूबर 2013 को गुजरात पुलिस अखिल और उनकी पत्नी को अहमदाबाद ले गई थी। लंबी पूछताछ के बाद अखिल को सीबीआई ने सरकारी गवाह बनाया था।

आशाराम के अहमदाबाद आश्रम 11 साल तक रहा अखिल
मुजफ्फरनगर निवासी अखिल गुप्ता 1997 में संत आसाराम का शिष्य बना था। इसके कुछ दिन बाद आसाराम ने उसे अपना रसोइया बनाया था। जहां आश्रम में छत्तीसगढ़ के रायपुर की सेवादार वर्षा से अखिल गुप्ता ने शादी की थी। वर्ष 2008 में अखिल और वर्षा ने आश्रम छोड़ दिया। इसके बाद वह शहर में रहकर दूध का कारोबार कर रहा था।

Also Read