अनंत-राधिका की शादी में बनारस की झलक : सजाई गई मिनी काशी, मिट्टी के कुल्हड़ में परोसी गई चाट

UPT | Anant Ambani And Radhika Merchant Wedding

Jul 13, 2024 09:20

शादी में काशी की संस्कृति और परंपराओं को विशेष महत्व दिया गया है। समारोह स्थल पर एक 'मिनी काशी' का निर्माण किया गया है, जहां वाराणसी के प्रसिद्ध व्यंजनों के साथ-साथ स्थानीय कला...

Short Highlights
  • मुंबई में अनंत-राधिका की शादी का समारोह आयोजित किया जाएगा
  • आयोजन में काशी के लगभग 1000 लोगों की भागीदारी है
  • शादी में बनारस की प्रसिद्ध चाट भी परोसी जा रही है

 

Varanasi News : अनंत अंबानी और राधिका मर्चेंट का विवाह समारोह शुक्रवार को मुंबई में आयोजित हो रहा है। इस शादी में काशी की संस्कृति और परंपराओं को विशेष महत्व दिया गया है। समारोह स्थल पर एक 'मिनी काशी' का निर्माण किया गया है, जहां वाराणसी के प्रसिद्ध व्यंजनों के साथ-साथ स्थानीय कला और संस्कृति का प्रदर्शन किया जा रहा है।

शादी में मिलेगा बनारस का स्वाद
इस आयोजन में काशी के लगभग 1000 लोगों की भागीदारी है, जिनमें 45 कारीगर भी शामिल हैं। मेहमानों को बनारस के प्रसिद्ध चौक का पान, गोदौलिया की विशेष चाट और क्षीर सागर की मिठाइयों का स्वाद चखने का अवसर मिल रहा है। विशेष रूप से तैयार किए गए 'बनारस कॉर्नर' में चार-चार प्रकार की चाट, मिठाई और पान की व्यवस्था की गई है।

बनारस में की थी विशेष पूजा
नीता अंबानी ने इस समारोह को 'अनंत शहर' का रूप देने का प्रयास किया है, जिसमें भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को दर्शाया गया है। उन्होंने बताया कि काशी के साथ उनका और उनके परिवार का गहरा जुड़ाव है। इसी कारण उन्होंने हाल ही में वाराणसी जाकर अनंत और राधिका के लिए विशेष पूजा-अर्चना की थी और बाबा विश्वनाथ को शादी का निमंत्रण दिया था।

सुनाई देगी काशी के शहनाई की धुन
शादी समारोह में काशी की भागीदारी केवल खान-पान तक ही सीमित नहीं है। यहां गंगा किनारे बजने वाली शहनाई की धुन, काशी की शांति और भक्तिभाव को भी प्रस्तुत करने का प्रयास किया गया है। नीता अंबानी के अनुसार, यह आयोजन न केवल एक शादी समारोह है, बल्कि भारतीय संस्कृति और परंपराओं का एक उत्सव भी है, जिसमें बाबा विश्वनाथ, मां अन्नपूर्णा और मां विशालाक्षी का आशीर्वाद शामिल है।

कुल्हड़ में परोसी जा रही विशेष चाट
विशेष रूप से तैयार की गई चाट, जैसे टमाटर चाट, पालक चाट, चना कचौड़ी और आलू टिक्की चाट, मिट्टी के खास कुल्हड़ों में परोसी जा रही है। बनारस से आए कारीगर अपने साथ विशेष उपकरण और मसाले लेकर आए हैं, जिससे वे यहां अपने मूल स्वाद को बरकरार रखते हुए व्यंजन तैयार कर सकें। यह आयोजन न केवल एक शादी समारोह है, बल्कि भारतीय संस्कृति और परंपराओं का एक जीवंत प्रदर्शन भी है।

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