Dec 15, 2024 18:20
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उत्तर प्रदेश मिलेट्स पुनरोद्धार कार्यक्रम के तहत गाजीपुर के आईसीएआर कृषि विज्ञान केंद्र, पीजी कॉलेज में मिलेट्स प्रसंस्करण, पैकिंग और विपणन केंद्र की स्थापना की जा रही है। यह केंद्र किसानों को श्री अन्न उत्पादन और विपणन में मदद कर उनकी आय बढ़ाने में सहायक होगा।
Ghazipur News : उत्तर प्रदेश सरकार और भारत सरकार के दिशा-निर्देशों के तहत आईसीएआर कृषि विज्ञान केंद्र, पीजी कॉलेज गाजीपुर में मिलेट्स प्रसंस्करण, पैकिंग एवं विपणन केंद्र की स्थापना की जा रही है। इस केंद्र का शिलान्यास और भूमि पूजन समारोह वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ आयोजित किया गया। कार्यक्रम में जिलाधिकारी आर्यका अखौरी और कृषि विज्ञान केंद्र के चेयरमैन व अपर महाधिवक्ता अजीत कुमार सिंह ने मुख्य भूमिका निभाई।
केंद्र की स्थापना : किसानों के उत्थान की पहल
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की प्रेरणा से स्थापित यह केंद्र किसानों के समग्र विकास के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। यह केंद्र न केवल गाजीपुर जिले का, बल्कि प्रदेश का पहला ऐसा केंद्र है जो मिलेट्स (श्री अन्न) के प्रसंस्करण, पैकिंग और विपणन का कार्य करेगा। अजीत कुमार सिंह के अथक प्रयासों से स्थापित इस केंद्र के माध्यम से किसान, महिलाएं और युवा प्रत्यक्ष रूप से लाभान्वित होंगे। इस पहल के जरिए किसानों को श्री अन्न के उत्पादन, बिक्री और विपणन में मदद मिलेगी। इससे न केवल उनकी आय में वृद्धि होगी, बल्कि रोजगार के नए अवसर भी सृजित होंगे।
जिलाधिकारी और चेयरमैन ने सराहा प्रयास
समारोह में मुख्य अतिथि जिलाधिकारी आर्यका अखौरी ने इस परियोजना को किसानों के लिए गेमचेंजर बताते हुए श्री अन्न के उत्पादन को बढ़ावा देने पर जोर दिया। उन्होंने विशेष रूप से महिला किसानों को प्रेरित किया कि वे पोषण से भरपूर इन फसलों की खेती करें। केंद्र के अध्यक्ष अजीत कुमार सिंह ने किसानों को संबोधित करते हुए बताया कि यह परियोजना न केवल गाजीपुर जिले को बल्कि पूरे प्रदेश को एक नई दिशा देगी। उन्होंने वैज्ञानिकों और किसानों से मिलकर इस योजना को सफल बनाने की अपील की।
मिलेट्स: एक पोषण युक्त फसल
मिलेट्स, जिसे श्री अन्न के नाम से भी जाना जाता है, प्राचीन काल से उगाई जा रही एक पोषण युक्त फसल है। इसमें ज्वार, बाजरा, रागी, मडुआ, कोदो, कुटकी, और कांगनी जैसी फसलें शामिल हैं। मिलेट्स की खेती कम संसाधनों और कठिन जलवायु में भी संभव है। 1980 के बाद से गेहूं और चावल की ओर बढ़ते रुझान के कारण श्री अन्न का उत्पादन घट गया। लेकिन, भारत सरकार द्वारा 2023 को "अंतर्राष्ट्रीय श्री अन्न वर्ष" घोषित करने के बाद, इन फसलों को फिर से प्राथमिकता दी जा रही है।
महिला किसानों की भागीदारी
कार्यक्रम में महिला किसान अंजू चतुर्वेदी ने मिलेट्स से बने उत्पादों का प्रदर्शन किया। इससे यह संदेश गया कि महिलाएं भी कृषि क्षेत्र में बड़े योगदान दे सकती हैं। इस समारोह में सैकड़ों किसानों के साथ संजीव सिंह, राणा प्रताप सिंह, कृपाशंकर सिंह, वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. विनोद कुमार सिंह, डॉ. धर्मेंद्र कुमार सिंह, और अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। जिलाधिकारी ने कृषि विज्ञान केंद्र में स्थापित मिनी सीड प्रोसेसिंग इकाई का भी निरीक्षण किया।
भविष्य की संभावनाएं
मिलेट्स की बढ़ती मांग और पोषण लाभ के चलते इसका उत्पादन और विपणन किसानों के लिए लाभदायक सिद्ध होगा। गाजीपुर में स्थापित यह केंद्र न केवल स्थानीय किसानों को सशक्त बनाएगा, बल्कि अन्य जिलों के लिए भी प्रेरणा बनेगा।
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