अमेठी में बड़ी वारदात : घर में घुसकर शिक्षक, उसकी पत्नी और दो बच्चों को बदमाशों ने गोली मारकर उतारा मौत के घाट, सीएम ने लिया मामले का संज्ञान

घर में घुसकर शिक्षक, उसकी पत्नी और दो बच्चों को बदमाशों ने गोली मारकर उतारा मौत के घाट, सीएम ने लिया मामले का संज्ञान
UPT | मृतकों की फाइल फोटो और घटनास्थल पर पूछताछ करती पुलिस।

Oct 04, 2024 01:23

जिले के शिवरतनगंज थाना क्षेत्र के भवानी नगर चौराहे पर बदमाशों ने घर में घुसकर शिक्षक सुनील कुमार और उनके पूरे परिवार को गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया। हमले में शिक्षक, उनकी पत्नी और उनके दोनों बच्चों की मौके ही मौत हो गई।

Oct 04, 2024 01:23

Short Highlights
  • घर में घुसकर बदमाशों ने ताबड़तोड़ मारी गोली, बिखरी पड़ी थीं लाशें
  • रायबरेली के रहने वाले थे शिक्षक सुनील
  • एडीजी लखनऊ और आईजी अयोध्या मौके के लिए रवाना
Amethi News : अमेठी में गुरुवार को एक दिल दहला देने वाली वारदात हुई। जिले के शिवरतनगंज थाना क्षेत्र के भवानी नगर चौराहे पर बदमाशों ने घर में घुसकर शिक्षक सुनील कुमार और उनके पूरे परिवार को गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया। हमले में शिक्षक, उनकी पत्नी और उनके दोनों बच्चों की मौके ही मौत हो गई। घटना की सूचना पर स्थानीय पुलिस के अलावा कई थानों की फोर्स मौके पर पहुंच गई। इसके अलावा एसपी अनूप सिंह घटनास्थल के लिए रवाना हो गए हैं। सीएम योगी ने घटना का संज्ञान लिया है। अधिकारियों को मौके पर पहुंचने के निर्देश दिए हैं। दोषियों पर सख्त कार्रवाई के आदेश दिए हैं। योगी ने कहा- दोषियों पर सख्त कार्रवाई होगी। एडीजी लखनऊ जोन एसबी शिरडकर, आईजी अयोध्या रेंज प्रवीण कुमार भी रवाना हो गए हैं। डीजीपी प्रशांत कुमार पूरे मामले की मॉनिटरिंग कर रहे हैं।  दो मासूम बेटियों को भी नहीं छोड़ा
जानकारी के मुताबिक शिवरतनगंज थाना क्षेत्र के अहोरवा भवानी कस्बे के मुख्य चौराहे पर किराये के मकान में शिक्षक सुनील कुमार (35 वर्ष) अपनी पत्नी, दो बच्चों के साथ रहते थे। सुनील कुमार पीएमश्री विद्यालय पन्हौना में सहायक अध्यापक थे। गुरुवार की शाम कुछ असलहाधारी लोग उनके आवास पर पहुंचे। बदमाशों ने सुनील कुमार को निशाना बनाते हुए ताबड़तोड़ गोलियां बरसानी शुरू कर दी। गोली लगने से टीचर सुनील कुमार, उनकी पत्नी और 5 और डेढ़ साल की बेटियों की मौत हो गई। घर में नल के पास पति-पत्नी के शव पड़े थे। थोड़ी दूर पर उनके दो मासूम बच्चों की लाश थी। आसपास के लोगों ने चारों लोगों को सीएचसी सिंहपुर ले गए। जहां चिकित्सकों ने चारों लोगों को मृत घोषित कर दिया। सूचना पाकर कई थानों की पुलिस पहुंची है। फोरेंसिक, सर्विलांस और डॉग स्क्वायड टीमें सबूत खंगाल रही हैं। एसपी अनूप सिंह घटनास्थल पहुंच गए हैं।  एएसपी हरेंद्र प्रताप का कहना है कि घटना हुई है। मौके की जांच की जा रही है। आईजी अयोध्या प्रवीण कुमार ने कहा कि घटनास्थल पर फॉरेंसिक की टीम व पुलिस ने जांच की है। साक्ष्यों को बारीकी से पता लगाया गया है। घर में कोई फोर्सफुल तरीके से एंट्री नहीं हुई थी। घर के दरवाजे को खोला गया था। हमें महत्वपूर्ण साक्ष्य मिले हैं। पुलिस की चार टीमें लगाई गई हैं। बहुत जल्द ही हम घटना का अनावरण करेंगे। जो साक्ष्य हमें मिले हैं उन्हें अभी उजागर करना भी ठीक नहीं होगा। उन्होंने कहा कि हम जल्द ही अपराधियों तक पहुंच जाएंगे।

रायबरेली के रहने वाले थे शिक्षक सुनील
शिक्षक सुनील कुमार रायबरेली जिले में जगतपुर थाना क्षेत्र के सुदामापुर गांव के रहने वाले थे। गांव में पिता राम गोपाल रहते हैं। 10 दिसंबर 2020 को सुनील की बेसिक शिक्षा विभाग में सरकारी नौकरी लगी थी। 12 मार्च 2021 को उन्हें अमेठी जिला मुख्यालय से 62 किमी दूर सिंहपुर ब्लॉक के पनहौना प्राथमिक विद्यालय (पीएमश्री विद्यालय) में जॉइनिंग मिली थी। ​​​​अमेठी में सुनील शिवरतनगंज थाना क्षेत्र के अहोरवा भवानी चौराहे पर मुन्ना अवस्थी के यहां तीन महीने से किराये पर रह रहे थे। परिवार में पत्नी पूनम भारती और दो बच्चियां दृष्टि (5 वर्ष) और मिकी (2 वर्ष) थीं।

बदमाशों ने ताबड़तोड़ बरसाईं गोलियां
स्थानीय लोगों ने बताया कि गुरुवार की शाम असलहा लिए कुछ लोग सुनील के घर पर पहुंचे। बदमाशों को घर में जो जहां मिला, उसे गोली मार दी। फायरिंग की आवाज सुनकर अफरा-तफरा मच गई। लोग घरों से जब तक बाहर निकले, बदमाश वारदात कर जा चुके थे। स्थानीय लोग तत्काल सुनील कुमार, उनकी पत्नी और दोनों बच्चियों को सीएचसी सिंहपुर ले गए। लेकिन, डॉक्टरों ने चारों को मृत घोषित कर दिया।

शिक्षक की पत्नी ने 18 अगस्त को एससी-एसटी का दर्ज कराया था केस
जानकारी के मुताबिक सुनील की पत्नी पूनम ने 18 अगस्त को रायबरेली के नगर कोतवाली में एससी-एसटी एक्ट की धारा 354 समेत कई गंभीर धाराओं में एफआईआर दर्ज कराई थी। मामले में चंदन वर्मा आरोपी है। हालांकि पुलिस ने मखूदमपुर चौकी बुलाकर दोनों पक्षों में समझौता करा दिया था। शक की सुई अभी चंदन वर्मा पर ही घूम रही है। पत्नी ने जिस पर मुकदमा दर्ज कराया ता उससे अभी हाल ही में मखदूमपुर चौकी में समझौता कराया गया था। पुलिस शुरुआती जांच में इसी एंगल पर काम कर रही है। जिस तरह से दो छोटी-छोटी बच्चियों की हत्या कर दी गई, उससे यह अंदाजा लगाया जा रहा है कि परिवार से किसी की पुरानी रंजिश रही होगी।

मौके पर लूट के सबूत नहीं मिले : एसपी
एसपी अनूप कुमार ने बताया कि मौके पर जांच के दौरान किसी प्रकार की लूट के सबूत नहीं मिले हैं। अभी तक की जांच में पता चला है कि शिक्षक पत्नी की तरफ से एक मुकदमा चंदन वर्मा नाम के व्यक्ति के खिलाफ एससी-एसटी और छेड़छाड़ के धाराओं में रायबरेली नगर कोतवाली में दर्ज कराया गया था। ये जांच की जा रही है, क्या उस वजह से घटना को अंजाम दिया गया है। हत्यारों का सुराग लगाने के लिए टीम लगा दी गई है। जांच की जा रही है। मरने वाली दोनों बच्चियां हैं। एक की उम्र पांच साल और दूसरे की उम्र डेढ़ साल है।

चंद लम्हों में ही उजड़ गया शिक्षक का परिवार
शिक्षक परिवार पर जब गोलियां चलाई गईं तो अंधेरा हो चुका था। बताया जाता है कि घटना शाम करीब करीब सात बजे की है। एकाएक कई राउंड फायरिंग हुई। लोग जब तक कुछ समझ पाए, तब तक हमलावर घटना अंजाम देकर निकल गए। कुछ लोगों का कहना है कि करीब 10 से 15 मिनट तक गोलियों की आवाज सुनाई दी। उसके बाद सन्नाटा पसर गया। जब पुलिस पहुंची तब पता चला कि इतनी बड़ी घटना हो गई।

शिक्षकों में आक्रोश
शिक्षक सुनील कुमार की परिवार सहित हत्या का मामला सार्वजनिक होते ही शिक्षक व शिक्षक संगठनों में नाराजगी व्याप्त हो गई। शिक्षक मौके पर पहुंचने लगे। मामला संज्ञान में आते ही बीएसए संजय कुमार तिवारी, बीईओ हरिओम तिवारी, धीरेंद्र प्रताप सिंह, प्रमोद तिवारी, महेंद्र मिश्र, अशोक मिश्र व विवेक सिंह आदि मौके पर पहुंचे। शिक्षक व संगठन नेताओं ने पूरे मामले में आरोपियों की गिरफ्तारी व परिवार को आर्थिक सहायता देने की मांग की। शिक्षक नेताओं का कहना है कि यदि 24 घंटे में आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हुई तो आंदोलन किया जाएगा।

नवरात्र में संध्या पूजा से पहले हो गई मौत
शिक्षक सुनील कुमार व उनकी पत्नी नवरात्र के पहले दिन व्रत थीं। दोनों शाम को संध्या पूजन के बाद अहोरवा भवानी मंदिर में दर्शन करने जाने की तैयारियां कर रहे थे। लेकिन इसी बीच अचानक पहुंचे हमलावरों ने ताबड़तोड़ फायरिंग कर परिवार को मौत को नींद सुला दिया।

एसटीएफ भी हत्याकांड की जांच
शिक्षक दपंति व बच्चों की हत्या के मामले में फोरेंसिक, सर्विलांस और डॉग स्क्वायड टीमें सबूत खंगाल रही हैं। एडीजी लखनऊ जोन एसबी शिरडकर, मंडलायुक्त गौरव दयाल, आईजी अयोध्या रेंज प्रवीण कुमार मौके पर पहुंच कर पूरे मामले की जांच में जुटे हैं। डीजीपी प्रशांत कुमार पूरे मामले की मॉनिटरिंग कर रहे हैं। सूत्रों की बातों पर यकीन करें तो मंगेश यादव का एनकाउंटर करने वाले एसटीएफ के डीएसपी डीके शाही को मामले में लगाया गया है।

सोशल मीडिया पर की जा रही निंदा
शिक्षक सुनील कुमार व पत्नी पूनम के साथ दो बेटियां की निर्मम हत्या के बाद सोशल मीडिया ग्रुप पर लोग अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं। एक ग्रुप में अमेठी के अहोरवा भवानी जैसे पावन स्थान पर इतनी निंदनीय घटना को अंजाम देने वालों का इससे बुरा अंजाम होना चाहिए, जैसी बातें लिख रहे हैं। कुछ लोग कह रहे है कि हत्यारों को तरस नहीं आया इन मासूम बच्चों पर। पल भर में ही पूरे परिवार को मौत की नींद सुला दिया। कैसे इंसान इतना गिर सकता है कि माता, पिता और दो मासूम बच्चों की निर्मम हत्या कर दी।

सीएम योगी ने लिया घटना का संज्ञान
सीएम योगी ने घटना का संज्ञान लिया है। अधिकारियों को मौके पर पहुंचने के निर्देश दिए हैं। दोषियों पर सख्त कार्रवाई के आदेश दिए हैं। योगी ने कहा- दोषियों पर सख्त कार्रवाई होगी। राहुल गांधी ने कहा-मैं अमेठी जाऊंगा
इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए रायबरेली से सांसद राहुल गांधी ने कहा कि यदि  इंसाफ मिलता न दिखा तो मैं खुद अमेठी जाऊंगा। उन्होंने कहा कि उन्होंने इस मुद्दे पर उन्होंने अमेठी के सांसद केएल शर्मा से फोन पर बात की है। 

सपा ने साधा निशाना
सपा की मीडिया सेल ने अमेठी की घटना को लेकर सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट किया। लिखा कि सरेशाम घर में घुसकर एक शिक्षक, उसकी पत्नी और दो मासूम बच्चों की हत्या अंधाधुंध फायरिंग करके कर दी गई। सीएम योगी जो दूसरे प्रदेशों में जाकर सरेआम मंच से यूपी की कानून व्यवस्था का झूठा राग अलापते हैं, वो शर्म करें। यूपी में लगातार जनता जघन्य अपराधों से भयाक्रांत है। सपा मुखिया अखिलेश यादव ने एक्स पर लिखा कि  कोई है..कही है...नई चाहिए भाजपा। यूपी कांग्रेस ने सरकार को घेरा
इस घटना पर यूपी कांग्रेस ने योगी सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा कि अमेठी के अहोरवा भवानी कस्बे में बदमाशों ने शिक्षक सुनील कुमार, उनकी पत्नी और दो बच्चों को सरेआम घर में घुसकर गोली मार दी। बदमाशों में इतना दुस्साहस केवल योगी आदित्यनाथ की सरकार में देखने को मिल सकता है।  चार-चार बेगुनाहों को मौत के मुंह में धकेलने वाले ये बदमाश पुलिस के हत्थे नहीं चढ़े हैं, बल्कि पुलिस को तो यह भी नहीं पता है कि इन अपराधियों ने वारदात को अंजाम क्यों दिया? योगी सरकार ने दिन-रात मेहनत कर के जो जंगलराज कायम किया है, उसमें ऐसे घटनाएं कब थमेंगी, ईश्वर जानें!

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