अयोध्या में शुरू 14 कोसी परिक्रमा : 20 लाख से अधिक लोगों के आने की संभावना, लागू रहेगा रूट डायवर्जन

20 लाख से अधिक लोगों के आने की संभावना, लागू रहेगा रूट डायवर्जन
UPT | अयोध्या राम मंदिर

Nov 09, 2024 23:48

अयोध्या में 14 कोसी परिक्रमा की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर प्रशासन ने कड़े इंतजाम किए हैं। एंटी टेररिस्ट स्क्वाड (एटीएस) की देखरेख में पूरे मार्ग पर सुरक्षा बलों की तैनाती की गई है।

Nov 09, 2024 23:48

Short Highlights
  • अयोध्या में शुरू हुई 14 कोसी परिक्रमा
  • एंटी टेररिस्ट स्क्वाड (एटीएस) की देखरेख में पूरे मार्ग पर सुरक्षा बलों की तैनाती की गई है
  • 9 नवंबर दोपहर 12 बजे से 10 नवंबर शाम 6 बजे तक विभिन्न मार्गों पर प्रतिबंधित या डायवर्ट किया जाएगा
Ayodhya News : श्री राम की पावन नगरी अयोध्या में 14 कोसी परिक्रमा के अवसर पर विशेष यातायात व्यवस्था लागू की गई है। 9 नवंबर दोपहर 12 बजे से 10 नवंबर शाम 6 बजे तक हल्के और भारी वाहनों को विभिन्न मार्गों पर प्रतिबंधित या डायवर्ट किया जाएगा। सड़कों और चौराहों को साफ-सुथरा किया गया, धूल न उड़े इसलिए पानी का छिड़काव किया गया, और श्रद्धालुओं के लिए अस्थायी बस अड्डे की भी व्यवस्था की गई है। मंदिरों और मठों को सजाया गया है, और बड़ी संख्या में परिक्रमार्थी अयोध्या पहुंच चुके हैं, जिससे पूरे शहर की सड़कों पर रौनक बढ़ गई है।



सुरक्षा व्यवस्था का जिम्मा
परिक्रमा की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर प्रशासन ने कड़े इंतजाम किए हैं। एंटी टेररिस्ट स्क्वाड (एटीएस) की देखरेख में पूरे मार्ग पर सुरक्षा बलों की तैनाती की गई है। सीआरपीएफ और पीएसी के जवानों के अलावा बड़ी संख्या में मजिस्ट्रेट और पुलिस बल मौजूद रहेंगे। निगरानी के लिए सीसीटीवी कैमरों और ड्रोन का व्यापक नेटवर्क स्थापित किया गया है।

परिक्रमा मार्ग 
परिक्रमा मार्ग नयाघाट से प्रारंभ होकर कारसेवकपुरम, रामसेवकपुरम और कांशीराम कॉलोनी से होते हुए विभिन्न पावन स्थलों को समेटते हुए पुनः नयाघाट पर समाप्त होगा। मार्ग में हलकारा पुरवा, शहनवां, मौनी बाबा आश्रम, सूर्यकुंड, वैतरणी, गिरजाकुंड और अन्य महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल शामिल हैं।

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श्रद्धालुओं के लिए स्वास्थ्य सेवाएं और एंबुलेंस की व्यवस्था
श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए विभिन्न स्थानों पर चिकित्सा शिविर स्थापित किए गए हैं। कंट्रोल रूम, हनुमानगुफा, मौनी बाबा आश्रम, दर्शननगर, आचारी का सगरा, मिर्जापुर और अन्य प्रमुख स्थानों पर मेडिकल सुविधाएं उपलब्ध होंगी। एंबुलेंस सेवा भी रखी गई है जो पक्काघाट, बंधा तिराहा, साकेत पेट्रोल पंप, नागेश्वरनाथ मंदिर, हनुमानगढ़ी और श्रीराम जन्मभूमि सहित कई स्थानों पर तैनात रहेगी।

कानपुर की ओर से आने वाले वाहनों के लिए बदलाव
कानपुर और उन्नाव की ओर से आने वाले भारी वाहनों को मौरावां, मोहनलालगंज, गोसाईंगंज होते हुए चांदसराय से पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के माध्यम से बस्ती और गोरखपुर की दिशा में डायवर्ट किया जाएगा। इससे अयोध्या की ओर आने वाले भारी यातायात को नियंत्रण में रखने की कोशिश की जा रही है।

लखनऊ से आने वाले वाहनों के लिए मार्ग
लखनऊ से आगरा एक्सप्रेस-वे के जरिए अयोध्या की ओर जाने वाले वाहनों को मोहान, जुनाबगंज, मोहनलालगंज और गोसाईंगंज होते हुए पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के जरिए बस्ती और गोरखपुर की ओर भेजा जाएगा। इसी तरह, सीतापुर और शाहजहांपुर की ओर से आने वाले वाहनों को आईआईएम रोड, दुबग्गा से होते हुए आलमबाग, नहरिया और शहीद पथ से होकर अहिमामऊ से पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे की दिशा में मोड़ा जाएगा।

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बाराबंकी और गोंडा से आने वाले वाहनों के मार्ग
लखनऊ से अयोध्या होते हुए गोरखपुर और बस्ती जाने वाले वाहन बाराबंकी से जरवल रोड, गोंडा, मनकापुर और हरैया के माध्यम से डायवर्ट किए जाएंगे। इसी प्रकार, गोंडा और बलरामपुर की ओर से लखनऊ और बाराबंकी की ओर जाने वाले वाहनों को गोंडा और मनकापुर के पास से रोककर करनैलगंज, जरवल रोड और रामनगर चौराहा होते हुए बाराबंकी और लखनऊ की दिशा में भेजा जाएगा। इससे अयोध्या के आसपास के मुख्य मार्गों पर यातायात की भीड़ को नियंत्रित करने का प्रयास किया जा रहा है।

प्रयागराज, सुल्तानपुर और अंबेडकरनगर के लिए मार्ग परिवर्तन
प्रयागराज और सुल्तानपुर की ओर से अयोध्या होते हुए बस्ती और गोरखपुर जाने वाले वाहनों को पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे से अंबेडकरनगर के रास्ते बस्ती और गोरखपुर की ओर डायवर्ट किया जाएगा। इसी प्रकार, अंबेडकरनगर से अयोध्या होकर बस्ती और गोरखपुर जाने वाले वाहनों को टांडा कलवारी पुल से होते हुए बस्ती की दिशा में भेजा जाएगा। यह रूट भीड़ को नियंत्रित करने में सहायक रहेगा।

रायबरेली, अमेठी और आजमगढ़ से आने वाले वाहनों के लिए मार्ग
रायबरेली और अमेठी से अयोध्या होकर बस्ती और गोरखपुर की ओर जाने वाले वाहनों को जगदीशपुर-अयोध्या मार्ग (हलियापुर) से होकर पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के माध्यम से अंबेडकरनगर से होते हुए बस्ती और गोरखपुर की ओर डायवर्ट किया जाएगा। आजमगढ़ और अंबेडकरनगर से लखनऊ की ओर जाने वाले वाहनों को दोस्तपुर (सुल्तानपुर) मार्ग से पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पर मोड़ा जाएगा।

गोरखपुर और बस्ती से आने वाले भारी वाहन
गोरखपुर और बस्ती की ओर से आने वाले भारी वाहनों को कलवारी और टांडा होते हुए पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे से लखनऊ की ओर डायवर्ट किया जाएगा। इसके अलावा, बहराइच से बाराबंकी की ओर आने वाले वाहनों के लिए भी विशेष प्रबंध किए गए हैं। ये वाहन टिकोरा मोड़ से चहलारी पुल (घाघरा नदी) होते हुए रेउसा, बिसवां, सिधौली और खैराबाद होते हुए अपने गंतव्य की ओर बढ़ सकेंगे।

मरकामऊ पुल पर भारी वाहनों की आवाजाही पर प्रतिबंध
बाराबंकी के रामनगर क्षेत्र में स्थित मरकामऊ पुल क्षतिग्रस्त है, जिस कारण से इस पर भारी वाहनों का आवागमन पूरी तरह से प्रतिबंधित किया गया है। यात्रीगण इस मार्ग से बचकर वैकल्पिक मार्ग का उपयोग कर सकते हैं।

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