अअयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के विकास में एक नया अध्याय जुड़ने जा रहा है। श्रीरामजन्मभूमि परिसर में प्रस्तावित ऑडिटोरियम और अतिथि गृह के निर्माण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है।
बदलता उत्तर प्रदेश : अयोध्या राम मंदिर परिसर में 80 करोड़ से बनेगा ऑडिटोरियम, निर्माण कार्य में तेजी
Jul 30, 2024 09:28
Jul 30, 2024 09:28
ऑडिटोरियम की डिजाइन को मिली मंजूरी
राम मंदिर निर्माण से संबंधित विभिन्न कार्यों की समीक्षा के लिए आयोजित भवन निर्माण समिति की बैठक में, समिति चेयरमैन नृपेन्द्र मिश्र ने यूपीआरएनएन के अधिकारियों के अलावा राम मंदिर के आर्किटेक्ट आशीष सोमपुरा, डिजाइन एसोसिएट के आर्किटेक्ट जय कानीटकर, एलएण्डटी के परियोजना निदेशक वीके मेहता, टीसीई के परियोजना निदेशक बिनोद कुमार शुक्ल, तीर्थ क्षेत्र महासचिव चंपतराय और न्यासी डा अनिल मिश्र के साथ संयुक्त बैठक की। इस बैठक में सबकी सहमति से ऑडिटोरियम की डिजाइन को मंजूरी प्रदान की गई।
ऑडिटोरियम की विशेषताएं
इस ऑडिटोरियम में पांच सौ दर्शकों के बैठने की क्षमता होगी। इसमें इंटीरियर डेकोरेशन के साथ-साथ अत्याधुनिक लाइट एण्ड साउंड सिस्टम भी शामिल किए जाएंगे। रिक्वेस्ट फॉर प्रपोजल के आधार पर संबंधित एजेंसी को निर्माण की जिम्मेदारी दी जाएगी। इस परियोजना के अंतर्गत ऑडिटोरियम के अलावा अतिथि गृह और तीर्थ क्षेत्र कार्यालय का निर्माण भी शामिल है।
निर्माण कार्य में देरी और श्रमिकों की संख्या में वृद्धि
श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के पदेन न्यासी और भवन निर्माण समिति के चेयरमैन नृपेन्द्र मिश्र ने समीक्षा बैठक में बताया कि निर्धारित टाइमलाइन के अनुसार निर्माण कार्य की गति तीन महीने पीछे चल रही है। पिछली बैठक में श्रमिकों की संख्या में वृद्धि पर जोर दिया गया था, लेकिन कुशल श्रमिकों की कमी के कारण कार्य की गति बढ़ाने में समस्याएं आ रही हैं। प्रचंड गर्मी, बारिश और बाढ़ की समस्या के कारण पर्याप्त कुशल श्रमिक उपलब्ध नहीं हो पा रहे हैं। इसके कारण निर्माण एजेंसी एलएण्डटी को निर्देशित किया गया है कि दो से ढाई सौ श्रमिकों की संख्या में अविलंब वृद्धि की जाए।
राम मंदिर के शिखर का निर्माण
भवन निर्माण समिति के चेयरमैन नृपेन्द्र मिश्र ने बताया कि राम मंदिर के 161 फीट ऊंचे शिखर का निर्माण निर्धारित समय में पूरा करना एक बड़ी चुनौती है। उन्होंने कहा कि इसका निर्माण तभी पूरा हो सकेगा जब द्वितीय तल का निर्माण हो जाएगा। शिखर निर्माण के बाद इस पर 44 फीट ऊंचा ध्वज स्तम्भ भी स्थापित किया जाना है। इस ध्वज स्तम्भ का निर्माण अहमदाबाद, गुजरात में कराया गया है और धातु से बने इस ध्वज स्तम्भ का वजन करीब पांच टन है।
समयसीमा में निर्माण की चुनौती
नृपेन्द्र मिश्र ने बताया कि अगर तुरंत श्रमिकों की संख्या में वृद्धि नहीं की गई, तो निर्माण कार्य पर प्रभाव पड़ेगा और काम निर्धारित लक्ष्य से दो माह पीछे हो जाएगा। वर्तमान में, निर्माण कार्य की गति धीमी है और इसे तेज करने के लिए आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं।
परियोजना का महत्व
इस परियोजना का उद्देश्य न केवल श्रद्धालुओं के लिए सुविधाओं को बढ़ाना है, बल्कि राम मंदिर परिसर को एक आधुनिक और सुव्यवस्थित स्थान बनाना भी है।ऑडिटोरियम और अतिथि गृह के निर्माण से आने वाले श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधाएं मिलेंगी और वे राम मंदिर के निर्माण कार्यों को भी देख सकेंगे।
अतिथि गृह का भी होगा निर्माण
भवन निर्माण समिति और संबंधित एजेंसियां इस परियोजना को समय पर पूरा करने के लिए हर संभव प्रयास कर रही हैं। विभिन्न स्तरों पर समीक्षा और निगरानी की जा रही है ताकि निर्माण कार्य की गुणवत्ता और गति सुनिश्चित हो सके। श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के कार्यालय और ऑडिटोरियम के निर्माण के साथ-साथ अतिथि गृह के निर्माण के लिए भी महत्वपूर्ण कदम उठाए जा रहे हैं।
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