अयोध्या श्रीराम मंदिर : रामलला के प्राण प्रतिष्ठा का वार्षिकोत्सव की भव्य तैयारी, तीन दिन होगा आयोजन

रामलला के प्राण प्रतिष्ठा का वार्षिकोत्सव की भव्य तैयारी, तीन दिन होगा आयोजन
UPT | प्राण प्रतिष्ठा के प्रथम वार्षिकोत्सव के लिए प्रेसकांफ्रेन्स करते ट्रस्ट के महामंत्री।

Dec 22, 2024 18:12

रामलला के प्राण प्रतिष्ठा का वार्षिक उत्सव की भव्य तैयारी शुरू हो गई है। तीन दिवसीय वार्षिक उत्सव 11,12 व 13 जनवरी को धार्मिक अनुष्ठान पांच जगह आयोजित किए जाएंगे

Dec 22, 2024 18:12

Short Highlights
  •  ट्रस्ट महामंत्री बोले - प्रतिष्ठा द्वादशी के रूप में मनाया जाएगा वार्षिकोत्सव।
  • 11, 12 औऱ 13 जनवरी को पांच स्थानों पर आयोजित किए कार्यक्रम।
  • 22 जनवरी को हुई प्राण प्रतिष्ठा द्वादशी तिथि में थी जो 11 जनवरी को है।
  • मंदिर परिसर में 40 अध्यायों के 1975 मंत्रों से अग्नि देवता को दी जाएगी आहुति।

Ayodhya News : 22 जनवरी 2024 को अपने भव्य नव्य व दिव्य मन्दिर में रामलला विराजमान हुए थे। उस दिन द्वादशी तिथि थी। ऐसे में प्रथम वार्षिकोत्सव द्वादशी 11 जनवरी को प्रतिष्ठा द्वादशी के रूप में मनाई जाएगी। राम लला के प्राण प्रतिष्ठा का वार्षिक उत्सव की भव्य तैयारी शुरू हो गई है। तीन दिवसीय वार्षिक उत्सव 11,12 और 13 जनवरी को धार्मिक अनुष्ठान पांच जगह आयोजित किए जाएंगे।



धार्मिक अनुष्ठान राम मंदिर परिसर के साथ राम मंदिर के परिसर के बाहर भी होंगे। जिससे आमजन प्रतिष्ठा के वार्षिक उत्सव में शामिल हो सके। इसको लेकर व्यवस्था बनाई गई है, पौष शुक्ल की द्वादशी 11 जनवरी को दोपहर 12:20 पर होगा भगवान राम का अभिषेक उतारी जाएगी भव्य आरती 12:20 के शुभ मुहूर्त पर ही भगवान राम लला की 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा हुई थी, राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने जानकारी दी, राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय का बयान, 11 जनवरी को पौष शुक्ल द्वादशी पर प्रतिष्ठा का पहला वर्षगांठ मनाया जाएगा, तीन दिवसीय धार्मिक अनुष्ठान करेगा राम मंदिर ट्रस्ट, 11, 12,13 जनवरी को होगा।

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जनवरी में फिर से अयोध्या तीन दिन के लिए झूम उठेगी
11 से 13 जनवरी 2025 के कार्यक्रम के तहत रामलला का विशेष अभिषेक होगा। विभिन्न धार्मिक अनुष्ठान होंगे। सांस्कृतिक सांध्य सजेगी। देश के ख्याति प्राप्त भजन गायक रामलला की स्तुति करेंगे। 11 जनवरी को पौष शुक्ल द्वादशी के दिन रामलला का विशेष अभिषेक और आरती की जाएगी। यह पूजा दोपहर 12:20 बजे होगी, जो रामलला की प्रतिष्ठा के समय के अनुरूप है।  मंदिर परिसर में यज्ञ मंडप पर शुक्ल यजुर्वेद माध्यंदिनी शाखा के 40 अध्यायों के 1975 मंत्रों से अग्नि देवता को आहुति दी जाएगी। यह कार्यक्रम सुबह 8 से 11 बजे और दोपहर 2 से 5 बजे तक चलेगा। राम मंत्र जप के दौरान छह लाख मंत्रों का उच्चारण होगा। इसके अलावा राम रक्षा स्तोत्र, हनुमान चालीसा, पुरुष सूक्त, आदित्य हृदय स्तोत्र जैसे पाठ किए जाएंगे। दक्षिणी प्रार्थना मंडप में भगवान को दोपहर 3 से 5 बजे तक राग सेवा अर्पित की जाएगी।

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मंदिर परिसर में हर रात 6 से 9 बजे तक भजन, बधाई गीत गूंजेगी
मंदिर परिसर में हर रात 6 से 9 बजे तक स्थानीय और प्रांतीय ख्याति प्राप्त गायकों द्वारा भजन-कीर्तन और बधाई गीत गाए जाएंगे। अंगद टीला पर दोपहर 2 से 3:30 बजे तक राम कथा और 3:30 से 5 बजे तक श्रीराम के जीवन पर प्रवचन होंगे। शाम 5:30 से 7:30 तक सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। कार्य्रकम को सफल बनाने के लिए तीन दिन पहले अयोध्या के अशर्फी भवन पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के पदाधिकारियों को दे गए थे। उन्होंने कार्यक्रम को भव्य और दिव्य बनाने का भी अनुरोध किया था।

उन्हें बुलाएगा ट्रस्ट जो पिछले वर्ष प्राण प्रतिष्ठा में नहीं शामिल हो सके
इन कार्यक्रमों में सभी श्रद्धालु शामिल हो सकते हैं। इस अवसर पर व्यापक व्यवस्था की गई है। महासचिव चंपत राय ने बताया कि जिन साधु-संतों को पिछले वर्ष बुलाया नहीं जा सका था, उन्हें इस बार आमंत्रित किया जाएगा। राम मंदिर परिसर में निर्माण कार्य तेजी से जारी है।  मन्दिर निर्माण के बाबत बताया कि 2025 के अंत तक परिसर में 18 और मंदिर बनकर तैयार हो जाएंगे। मन्दिर के चारों ओर परकोटा इनमें राम दरबार, दक्षिण पश्चिम कोने पर भगवान सूर्य, पश्चिम उत्तर में भगवती, उत्तर पूर्व भगवान शंकर, पूर्व उत्तर में गणपति मन्दिर, दक्षिण भुजा के बीच हनुमान जी, उत्तरी भुजा के बीच में माता अन्नपूर्णा का मंदिर, शेष अवतार के रुप में लक्ष्मण मंदिर, महर्षि विश्वामित्र व वाल्मीकि, महर्षि वशिष्ठ, महर्षि अगस्त को समर्पित एक मंदिर स्थापित होंगे। साथ माता शबरी, माता अहिल्या और तुलसीदास जैसे मंदिर शामिल हैं। लगभग इन सभी मंदिरों में 60 से 70% के कार्य पूर्ण हो चुके हैं। मंदिर परिसर में चार द्वार बनाए जाएंगे। इसके अलावा, मंदिर परिसर में ऑडिटोरियम, विश्राम गृह और ट्रस्ट का कार्यालय भी बनाया जाएगा। राम कथा संग्रहालय का पुनः निर्माण कार्य शुरू हो चुका है कयास लगाया जा रहा है कि एक वर्ष में संग्रहालय का भव्य रूप देखने को मिलेगा।

ब्रिटेन की टीम से राम मंदिर निर्माण में सुरक्षा को मिला पहला स्थान
प्रेस कांफ्रेन्स में ट्रस्ट महामंत्री चंपत राय ने बताया कि ब्रिटेन की एक सुरक्षा टीम भारत पहुंची थी। जिसने पांच स्थानों का भ्रमण किया। जिसमें अयोध्या राम मन्दिर को सुरक्षा की नज़र से प्रथम स्थान दिया। और इसे सर्वोत्तम मानकों वाला बताया। बता दें कि जहां दिसंबर 2023 में और जनवरी 2024 में करीब 4000 कर्मचारी काम करते थे। वही आज करीब दो से ढाई हजार कर्मचारी राम मंदिर परिसर में कार्य कर रहे हैं। इस दौरान किसी भी प्रकार की घटना नहीं हुई।

अब तक तीन करोड़ श्रद्धालु रामलला के दर्शन कर चुके हैं : चम्पत राय
प्राण प्रतिष्ठा के वार्षिक उत्सव के उपलक्ष में पांच जगह अलग-अलग स्थान पर कार्यक्रम होंगे। राम मंदिर परिसर के यज्ञ मंडप के बाद दूसरा कार्यक्रम रामलला के मंदिर में होगा। राम जन्मभूमि परिसर में स्थित यात्री सुविधा केंद्र और राम जन्मभूमि परिसर के बाहर अंगद टीले पर होगा आम जन के लिए अनुष्ठान होगा। वार्ता में बताया कि मंदिर परिसर में आयोजित कार्यक्रम में केवल आमंत्रित सदस्यों को ही सहभागिता की मिलेगी। महामंत्री ने बताया कि जनवरी 2024 में प्राण प्रतिष्ठा के बाद से अब तक तीन करोड़ श्रद्धालु रामलला के दर्शन कर चुके हैं, जिसमें विशेष भारत के सभी राज्यों के राज्यपाल, मुख्यमंत्री, विधानसभा सदस्य, सहित भारतीय सेना के प्रमुख अधिकारी और सर्वोच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश रामलला का दर्शन कर चुके हैं।

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